Xxx देसी गर्लफ्रेंड की चुदाई का मजा मुझे मिला उसकी शादी के एक साल बाद. उसने मुझे फोन करके मिलने बुलाया और अपने शौहर की नामर्दी का बताया.
दोस्तो कैसे हो, उम्मीद करता हूँ कि आप सब ठीक होंगे.
मेरा नाम सलीम है और ये मेरी असली Xxx देसी गर्लफ्रेंड की चुदाई है जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ.
मैं महाराष्ट्र के एक शहर में रहता हूँ.
मेरी कॉलोनी में ही एक लड़की थी, उसका नाम तब्बू था.
मैं उससे प्यार करता था.
हमारा प्यार बहुत दिन चला लेक़िन परवान ना चढ़ सका और उसकी शादी हो गयी.
लेकिन क़िस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
हुआ यूं कि उसकी शादी के एक साल बाद ही वो उसके शौहर के साथ रहने के लिए हमारे ही शहर आ गयी और हमारी ही कॉलोनी में रहने लगी.
वैसे तो उसका शौहर मुम्बई से था लेक़िन वो उसके साथ यहीं रहने लगा था.
वो पेशे से हम्माली करता था और शराब भी बहुत पीता था.
मैं उसके घर के पास से रोज़ाना जाता था.
एक दिन अचानक उसका मेरे पास फ़ोन आया.
उसने मुझसे बोला- मुझे तुमसे मिलना है.
मैंने भी हां कर दी और हम दोनों एक गार्डन में मिले.
मैंने उससे बात करनी शुरू कर दी.
मैं- कैसी हो तब्बू?
तब्बू- बस जी रही हूँ.
मैंने कहा- ऐसा क्यों कह रही हो … क्या तेरा शौहर तुझे खुश नहीं रखता है?
तब्बू- यदि वो खुश रखता तो आज मैं तुझे इधर क्यों बुलाती.
मैंने कहा- क्यों ऐसा क्या हुआ … वो तेरे जैसी मासूम और सुंदर लड़की पाकर खुश नहीं है क्या?
तब्बू उदास होकर बोली- यही तो बात है. मैं उसको हर तरह से खुश करने की कोशिश करती हूँ … मगर वो मर्द ही नहीं है.
ये सुनकर मैं चौंक गया कि इसका शौहर मर्द नहीं है.
मैंने धीरे से कहा- क्या वो सच में नामर्द है?
फिर उसने मुझे अपने शौहर के बारे में बहुत कुछ बताया, वो उसके साथ कैसा रहता है, क्या करता है.
मुझे सुनकर बड़ा दुःख हुआ लेक़िन मैं कुछ भी नहीं कर सकता था क्योंकि उसकी शादी जो हो चुकी थी.
वो कहने लगी- सलीम मुझे मेरा शौहर शांत नहीं कर पाता है. मैं तुमसे प्यार पाना चाहती हूँ.
मैंने मन में बुदबुदाया कि साली को लंड की भूख है. फिर सोचा कि क्या फर्क पड़ता है इसको चोदकर मजा लेने में क्या हर्ज है.
मैंने उससे पूछा- तो क्या ख्याल है किधर मिलना चाहोगी?
वो बोली- मैं अपने घर में ही तुमसे मिलना चाहती हूँ.
मैंने सोचा कि साली मरवाने की फिराक में है. घर में इसका खाविंद होता है तो इसकी चुदाई कैसे हो सकेगी?
फिर उसने बातों बातों में बताया कि उसका शौहर 8 दिन के लिए कुछ काम से मुंबई जाने वाला है. तब वो मुझे कॉल करके घर बुलाएगी.
मैंने भी उससे हां कर दी और उसको एक किस कर दिया.
वो मेरे चुम्बन से खुश हो गई और बोली- मैं बेकरारी से तुम्हारा इंतजार करूंगी.
फ़िर हम दोनों ऐसे ही कुछ देर बात करने लगे.
उसने मुझे काफी कुछ बताया कि उसके अम्मी अब्बू ने उसकी शादी मेरी मर्जी के खिलाफ की थी. वो मुझसे ही निकाह करना चाहती थी.
मगर अब इन सब बातों से क्या हल होने वाला था.
मैंने उससे कहा- मैं अब सिर्फ तुम्हें प्यार कर सकता हूँ. निकाह करने से हम दोनों ही दिक्कत में आ सकते हैं.
वो भी अपने शौहर से तलाक नहीं चाहती थी.
फिर कुछ देर बाद हम दोनों घर आ गए.
वैसे तो तब्बू दिखने में सांवली सी है लेकिन बदन से बड़ी सेक्सी है. उसके चुचे 34 के हैं और एकदम मस्त माल है. उसकी गांड भी बड़ी है और होंठ रसीले हैं.
दो दिन बाद रात के 10 बजे तब्बू की कॉल आयी.
मैं घर में था, मैंने कॉल उठाई और धीरे से बात की.
उसने कहा- आज रात 12 बजे आ जाना.
मैंने ओके कहकर कॉल काट दी.
मैं रात 12 बजे उसके घर गया.
वो घर में अकेली थी और दुल्हन की तरह सजधज कर बैठी थी.
मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे आज मेरी सुहागरात हो.
मैंने दरवाजा बंद किया और उसके क़रीब गया. उससे कुछ बातें की.
बातों बातों में मैंने उसे किस कर दिया.
वो भी मेरा साथ दे रही थी.
मैं उसके होंठों को चूस रहा था, रसपान कर रहा था … वो भी मेरा साथ दे रही थी.
मैंने किस करते हुए ही उसके कपड़े निकालने शुरू कर दिए.
पहले उसकी कुर्ती को निकाला, उसने लाल ब्रा पहनी हुई थी.
मैं उसके गले को किस कर रहा था, वो चुपचाप मज़ा ले रही थी और साथ दे रही थी.
फ़िर मैंने उसकी सलवार भी निकाल दी, उसने काली पैंटी पहनी थी लाल और काली ब्रा पैंटी में वो बहुत हॉट लग रही थी.
मैं उसके गले को किस करते हुए उसके चुचों पर आ गया.
उसने खुद ही अपनी ब्रा निकाल दी और मेरे मुँह में चुचे दे दिए.
मैं एक चुचे को चूस रहा था और दूसरे को दबा रहा था.
वो मुँह से मस्त आवाजें निकाल रही थी.
मैं उसके दोनों मम्मों के निप्पलों को बारी बारी से मुँह में लेकर चूसने लगा, काटने लगा.
वो आह उह कर रही थी और मेरे सर को पकड़कर चुचों पर दबा रही थी.
दस मिनट तक मैंने उसके चुचे चूसे. उसके बाद मैंने उसकी पैंटी निकाल दी.
उसकी काली चिकनी चूत मेरे सामने आ गयी. उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था … एकदम साफ़ चूत थी.
मैंने चूत के सुराख पर हाथ रखा तो मालूम हुआ कि चूत पूरी गीली है. उसकी चूत से पानी टपक रहा था.
मैंने उसको पलंग पर लिटा दिया और उसकी दोनों टांगों के बीच आकर अपने होंठों को उसकी चूत पर रख दिया.
मेरे होंठों को चूत पर पाते ही वो कसमसा गयी और ‘आह अहह उहह …’ करने लगी.
मैं उसकी चूत को चाट रहा था, पूरी जीभ उसकी चूत पर घुमा रहा था.
उसकी चूत के दाने को मुँह में लेकर चूस रहा था.
वो मेरा सर पकड़कर चूत में दबा रही थी और मैं पूरी शिद्दत से उसकी चूत चाट रहा था.
फ़िर मैंने उसकी टांगें ऊपर कर दीं और उसकी चूत के छेद में जीभ डालकर अन्दर बाहर करने लगा, चूतरस का पान करने लगा.
मैंने उसकी चूत का पूरा पानी चाट कर पी लिया.
वो बस ‘आंह आंह मर गई आंह …’ कर रही थी.
मैं बिना कुछ ध्यान दिए उसकी फूली हुई चूत चाटता जा रहा था.
मैंने दस मिनट तक उसकी चूत चाटी. वो इतनी देर में झड़ गयी थी.
फ़िर उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरे सारे कपड़े निकाल दिए, मेरा अंडरवियर भी निकाल कर फैंक दिया.
उसने जैसे ही मेरा अंडरवियर निकाला, तो मेरा 7 इंच का लौड़ा उसके सामने आ गया.
वो मेरे खड़े लंड को देख हैरान हो गयी और बोली- इतना बड़ा लंड है तेरा!
मैं बोला- हां जान, ये तेरे लिए ही है.
उसने बड़े प्यार से मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और आगे पीछे करने लगी.
एक मिनट बाद उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
मैं भी मजा लेने लगा और लंड को उसके मुँह के अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ देर बाद उसने लंड मुँह से बाहर निकाला और कहने लगी- अब रहा नहीं जा रहा है … मुझे जल्दी से चोद दो सलीम.
उसके इतना कहते ही मैं उसकी टांगों के बीच आ गया और मैंने अपने लंड को उसकी चूत की फांकों में रखकर एक धक्का मार दिया.
गीली चुत में मेरा पूरा लंड एक बार में ही घुसता चला गया.
एकदम से लंड घुसा तो उसकी तेज चीख निकल गई- आंह मर गई अम्मी … फट गई मेरी.
मैंने झट से उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और किस करते हुए उसकी आवाज को दबाने लगा.
कुछ पल बाद वो नार्मल हो गई.
फ़िर मैंने लंड को चूत के अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी जिससे लंड आसानी से अन्दर जा रहा था और बाहर आ रहा था.
वो भी लंड का मज़ा ले रही थी, नीचे से अपनी कमर उठा उठा कर लंड चूत में ले रही थी.
मैं भी पूरा लंड सुपारे तक बाहर निकाल कर उसकी चूत में धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था. वो भी गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ दे रही थी
वो मेरे लंड की बहुत तारीफ कर रही थी. लंड से चुदते हुए कहे जा रही थी- आह सलीम तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है … मोटा तगड़ा है … मेरी भूल थी कि मैं कमीने हम्माल के साथ फंस गई … आह अभी तक तो मैं तेरे बच्चों को अम्मी बन गई होती … आह सलीम चोद मुझे … आह मेरी प्यास बुझा दे.
मैं भी उसे जोर जोर से पेले जा रहा था. उसकी टांगें ऊपर करके उसे ताबड़तोड़ चोद रहा था, शॉट पर शॉट लगा रहा था.
मैंने उसे कम से कम 15 मिनट तक ऐसे ही बिना रुके चोदा.
फ़िर मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड पेल दिया. फिर उसकी गांड पकड़कर मैं उसकी चूत जोर जोर से चोदने लगा.
वो मस्ती से आवाजें ले रही थी और बोल रही थी- आंह सलीम और चोदो मुझे … फाड़ दो मेरी चूत को.
मैं भी बोल रहा था- आह मेरी जान तेरी चूत आज फाड़ ही दूंगा. ले लंड ले साली अन्दर तक मजा ले … आह आज तुझे पूरा चोद दूंगा.
वो भी मस्त थी- आंह फाड़ दे भोसड़ी के आह मेरी चुत का भोसड़ा बना दे.
मैंने उससे कहा- तेरा शौहर तुझे चोदता नहीं है क्या साली रांड. उसका लंड मेरे जैसा नहीं है क्या कुतिया … बता साली.
वो- हां मेरी जान … मैं बहुत दिनों से प्यासी थी. मेरा शौहर नामर्द है साला.
उसकी इस तरह की बातों से मेरे अन्दर और जोश आ गया. मैं उसे और जोर जोर से चोदने लगा. आगे हाथ बढ़ा कर मैं उसके मम्मों को दबा रहा था, कभी उसकी गांड पर चमाट मार देता था.
इस तरह से मैंने Xxx देसी गर्लफ्रेंड की चुदाई घोड़ी बनाकर दस मिनट तक हचक कर की.
उसके बाद मैंने उसे सीधा लिटा दिया और उसके ऊपर आकर चोदने लगा.
कुछ मिला कर 15 मिनट में वो दोबारा झड़ चुकी थी और मैं एक बार भी नहीं झड़ा था.
मैं उसे बस चोदे जा रहा था, उसकी चूत मारे जा रहा था. वो भी चूत उठा उठा कर मजा ले रही थी.
काफी देर तक उसे चोदने के बाद मेरा माल निकलने वाला था, मैंने उससे पूछा कि रस कहां छोड़ूँ?
तो उसने कहा कि मेरी चूत में अन्दर ही छोड़ दो और मुझे अपने बच्चे की अम्मी बनो दो.
मैं उसके चूत में ही झड़ गया. लंड का सारा माल चूत में छोड़ दिया और उसके ऊपर ही लेट कर उसको किस करता रहा.
इस तरह मैं पूरी रात उसके पास ही रहा और उस रात मैंने उसे 4 बार चोदा. उसे चुदाई का पूरा सुख दिया.
उसकी चूत की प्यास बुझाई और 8 दिन तक यही चलता रहा.
अब भी जब उसका शौहर मुम्बई जाता है, मैं उसके घर चला जाता हूं और उसे खूब चोदता हूँ.
आपको मेरी Xxx देसी गर्लफ्रेंड की चुदाई कहानी कैसी लगी, कमेंट में जरूर बताएं.