जैसे की मैने पिछली स्टोरी मे बताया की मेरी मम्मी एक सेक्सी औरत है जिनकी एज बढ़ने पर भी उनकी बॉडी पहले जैसे ही कसी हुई है .मेरे पापा की जॉब छूट गई वो बॅंक मे क्लेर्क थे. उस समय उन्होने लीक का काम शुरू कर दिया था जिसकी वजह से उनकी जान पहचान बढ़ गई थी. इस वजह से थोड़ी दूर रहने वाले एक मुस्लिम अंकल भी हमारे घर आने लगे थे.शुरू मे तो वो कुछ देर ही बैठते थे बाद मे काफ़ी देर तक बैठने लगे. मम्मी भी उनसे काफ़ी घुल गई थी. हालाँकि अंकल ने कभी कोई गंदा मज़ाक या कोई ग़लत हरकत नही की थी.
एसी बीच मेरे पापा केस जीत गये और उनकी जॉब फिर मिल गई. मेरे दोनो बड़े भाई भी कम उमर मे सर्विस मे आ गये थे वो दोनो भी बॅंक मे थे जिनकी ड्यूटी पास के जिलो मे थी .दोनो भाई रोज सुबह निकल जाते और रात तक ही आते.पापा की भी शहर की एक दूर की ब्रांच मे पोस्टिंग हो गई जिसकी वजह से वो भी जल्दी निकल जाते. बच्ची मे तो मूज़े भी स्कूल जाना होता था .
मम्मी जिनकी एज अब 45-46 के आस पास हो गई घर पर अकेली ही रहती दिन भर.
एक बात बता दू की जॉब के चक्कर मे पापा की सेक्स की भूक मर गई थी और उनका सारा ध्यान हम तीन बेहन भाइयो की एजुकेशन पर था,जिसका नतीजा था की दोनो भाई भी नोकारी पे हो गये थे.अब पैसे की कोई किल्लत नही थी
अंकल अब भी हमारे घर आते थे और मम्मी से बाते करते थे. पापा को कोई एतराज नही था. मम्मी बिना मेकप के ही रहती थी.पर बिना मेकप के भी गजब की सेक्सी लगती थी
अब अंकल हमारे पीछे भी आने लगे थे. लेकिन अंकल ने कोई ग़लत हरकत नही की थी. इसे पहले मम्मी ने कमाल और दिनेश से खूब चुदाई की थी एसलिए उनकी सेक्स की भूक शांत थी पर अब उन दोनो के जाने के बाद वो बेचैन रहने लगी थी और अपनी सेक्स की भूक अपने बदन से खुद खेल कर मिटाती थी.कभी कभी बेबी आंटी उन्हे अपने जीजा से जो की डॉक्टर थे उनकी वाइफ मर गई थी चुदवाने के लिए कहा पर मम्मी ने उन्हे डाँट दिया. एसी बीच बेबी आंटी का परिवार मीरूत शिफ्ट हो गया पर उनके जीजा ने अपनी लड़की की पढ़ाई की वजह से उसी घर मे रहने लगे थे और वो भी अक्सर हमारे घर आ जाया करते थे.
अब मम्मी की प्यास बढ़ने लगी और शायद अंकल भी मम्मी की तरफ अट्रॅक्ट हो रहे थे.अब कई बार अंकल अपनी वाइफ की उनके प्रीति बेरूख़ी की चर्चा करते थे.जिसकी वजह से मम्मी उनसे सहनभूति रखने लगी
एक दिन इत्तफाक से मेरे पापा को मीटिंग मे लुकनोव जाना पड़ा और मैं भी ज़िद करके उनके साथ चली गई.दोनो भाई भी बॅंक की तरफ से गोआ गये हुए तो मम्मी बिल्कुल अकेली थी
सुबह जब अंकल आए तो मम्मी ने उनसे दरवाजा बंद करने को कहा और बिस्तर पर जाकर लेट गई. अंकल जब आए तो मम्मी को बिस्तर पर देख कर चौक गये पर बोले कुछ नही. वो मम्मी के पास आकर खड़े हो गये. मम्मी की चूंचिया जो की अब बहुत टाइट थी सांस के साथ उपर नीचे हो रही थी .साड़ी मे लिपटा उनका बदन सेक्स की मूर्ति लग रहा था. अंकल को कुछ समझ नही आ रहा था पर उनके चेहरे के भाव तेज़ी से बदल रहे थे. मम्मी ने उनकी तरफ देखा और उनका हाथ पकड़ लिया. अंकल के लिए ये खुला इशारा था. वो भी अपनी बीवी की बेरूख़ी से चुदाई से महरूम थे. बस अंकल मम्मी के बगल मे लेट गये मम्मी ने अपना चेहरा उनके सिने मे छुपा लिया. अंकल मुस्काराए .
मम्मी की सुडोल चुचिया अंकल की छाती से टकरा रही थी. बस अंकल का सबर का बाँध टूट गया. अंकल ने मम्मी को बाहो मे भर लिया और उनके होंठो को चूसने लगे. अंकल के हाथ मम्मी के बदन पर धौदने लगे.मम्मी के कपड़े कब उतार गये और वो नंगी कब हो गई उन्हे पता ही नही चला,अंकल ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे. अंकल के दोनो हातो मे मम्मी की चुचियो को मालिश हो रही थी. अंकल भी मम्मी की तरह प्यासे थे वो पूरे जोश मे मम्मी के मुम्मो को चूस रहे थे, मम्मी मीठी मीठी सिसकारिया भर रही थी मम्मी के हाथ अंकल के लंड पर रेंग रहे थे और वो अंकल के सीने को चूम रही थी.अंकल ने अपना हाथ मम्मी की चुत पर चलना शुरू किया तो मम्मी आहे भरने लगी. अंकल 1 उंगली मम्मी की चुत मे डाली तो वो उछाल पड़ी दिनेश और कमाल से चुदाई के बाद भी मम्मी की चुत बहुत टाइट थी. वो अंकल की बाहो मे मदहोश हो रही थी
अब अंकल ने उन्हे सीधा लिया और मम्मी पर चढ़ गई और बेतहाशा पूरे बदन को चूमने लगे. उन्होने मम्मी को पूरी तरह से दीवाना बना दिया.मम्मी बस अब लंड चाहती थी. अंकल ने भापकर अपने लंड का सुपरा उनकी चुत पर रखा और धक्का मार दिया. अंकल का लंड मम्मी की चुत को चीरता हुआ पूरा अंदर घुस गया. अब सेक्स का तूफान शुरू हो गया मम्मी की मुँह से आआअहहा उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की मादक आवाज़े निकालने लगी.अंकल ने जबरदस्त चुदाई शुरू कर दी .जब तूफान चरम पर पहुँच गया और दोनो निढाल हो कर लूड़क पड़े. मम्मी ने एक स्माइल दी अंकल भी मुस्कुराए और मम्मी को अपनी गोद मे खीच लिया मम्मी शर्मा रही थी.
अंकल के हाथ फिर मम्मी की चुचयो से खेलने लगे.सेक्स का दूसरा राउंड शुरू हो गया. मम्मी ने रात को भी अंकल को रोक लिया .मम्मी को अंकल ने रात मे दुल्हन बना के चोदा. 3 दिन तक चुदाई का खेल जारी रहा ना मम्मी घर से निकली ना अंकल.बस खाना पीना और चुदाई. क्यूकी बेबी आंटी के पास कोई आता नही था और उनके जीजा डॉक्टर साहब भी अपने घर गये हुए तो मम्मी और अंकल ने ये खेल खुल कर खेला. बाद मे भी अंकल मम्मी को चोदते रहे.
कई बार तो उन्होने अपने घर बुला के मेरे सामने ही कमरे मे खीच लिया.अंकल के बच्चे नही थे और उनकी बीवी मायके जाती तभी वो बुलाते थे मम्मी को.मुझे पता नही उस समय उस खेल के बारे मे उनके यहा वीडियो गेम खेलती रहती और वो मेरी मम्मी को चोदते रहते/एक बार तो मेरे सामने ही मम्मी को किचेन मे चोद दिया जब चाय बनाने गई. मम्मी की जवानी बूढ़ी होने का नाम नही ले रही थी और दीनो दिन जवान हो रही थी. मम्मी को खुश देखकर पापा भी खुश थे. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके