ही फ्रेंड्स, मी नामे इस राज. मैं पुणे का रहने वाला हू, और ये स्टोरी मेरी और मेरी भाभी के बीच हुए सेक्स की है.
इस कहानी की हेरोयिन है प्रीति भाभी. मैं कॉलेज में था जब मेरे भैया की शादी हुई. उस वक़्त मेरे मॅन में ऐसा कुछ नही था भाभी के लिए. बुत जब भाभी हमारे पास रहने आई थी, तब से मुझे वो अची लगने लगी थी.
वो मेरी मा के पास आया करती थी. हम दोनो की भी अची दोस्ती हुई थी. तो मैं उनके साथ फ्लर्टिंग करता था. और कभी-कभी हेस्ट-हेस्ट उनके बूम पर हाथ भी मारता था. वो भी ये सब हस्स के इग्नोर कर देती थी. मेरा भी कुछ ग़लत इंटेन्षन नही था.
बुत एक दिन कुछ ऐसा हुआ, की मैं दिन रात उनको छोड़ने का सपना देकने लगा. उस दिन मैं घर से बाहर जेया रहा था, तो जाते-जाते उनके फ्लोर से कुछ आवाज़ आई. मैं देखने गया तो भाभी स्टूल से नीचे गिरी हुई थी.
फिर मैने जल्दी जेया कर उनको उठा दिया, और उनके बेडरूम में जेया कर लिटा दिया. वो चल नही पा रही थी. उनके पैर में मोच आ गयी थी. फिर मैने उनसे पूछा-
मैं: भाभी, दर्द हो रहा है क्या? मैं कुछ हेल्प कर सकता हू?
भाभी: हा राज, बहुत दुख रहा है. उस ड्रॉयर में से मुझे क्रीम डेडॉ. मैं लगा लूँगी.
मैं: ओक, भाभी.
फिर मैने भाभी को ड्रॉयर में से क्रीम डेडी, और बोला –
मैं: इससे अछा आयिल से मसाज कर लेते. घंटो में ठीक हो जाता पैर.
तो भाभी बोली: मैं कैसे करू मसाज?
मैं इसी पल की राह देख रहा था. तो मैने झट से कह दिया –
मैं: मैं कार्दु भाभी? मैं आचे से कर दूँगा मसाज.
फिर मैने उनके दोनो पातो का आयिल से मसाज कर दिया. उस टाइम मैं उनकी नी तक जाता, और जाँघो में दबा देता. मैने नोटीस किया, की भाभी उत्तेजित हो रही थी. 30 मिनिट तक मसाज करने के बाद, मैने उनको तड़प्ते हुए छोढ़ दिया. उनको आँखों में सॉफ दिख रहा था, की वो सेक्स की प्यासी थी.
फिर मैने एक प्लान बनाया. उनके घर में सिर्फ़ वो और उसका पति रहते थे. और उनको बच्चा नही था, और भैया को नाइट शिफ्ट थी. तो रात को मैं भाभी की हेल्प के लिए गया, और उनकी थोड़ी हेल्प की. भैया 10 बजे काम पे चले गये. अब भाभी और मैं टीवी देख रहे थे.
हम दोनो इधर-उधर की बाते कर रहे थे. तो भाभी ने मुझसे पूछा –
भाभी: कोई गर्लफ्रेंड है या नही?
तो मैने बोला: है.
फिर उन्होने पूछा: क्या, कुछ हुआ है या नही?
मैं ये सुन कर अचानक चोवनक् गया, और कहा-
मैं: नही, अभी तक नही.
फिर थोड़ी देर में वो बोली: राज मुझे और एक बार मसाज चाहिए बॅक पर.
तो मैने हा कर दी. मुझे पता था अगर मैने उनको आज मसाज दिया, तो वो कुछ मेरा लंड अपनी छूट में लेंगी. मैने घर पर फोन किया और बोला-
मैं: मैं दोस्त के यहा रुका हू, और सुबा आ जौंगा.
फिर भाभी सिर्फ़ टवल में लिपटी हुई आई, और मैं आयिल लेके रेडी था. तो मैने भाभी को बेड पर लेटने के लिए कहा, और आयिल उनकी पीठ पर डाल दिया. फिर मैं मसाज करने लगा. उसके बाद पैर भी मसाज करने लगा, और उनकी छूट के पास हाथ घूमने लगा. तभी भाभी ने अचानक से कहा-
भाभी: राज अब रहा नही जाता, छोड़ दो मुझे.
मैं ये सुन कर खुश हो गया और मेरा लंड बाहर निकाल कर रेडी हो गया. वो मेरा लंड देख कर बोली-
भाभी: अर्रे ये तुम्हारे भैया जैसा ही है.
मेरा लंड साइज़ ज़्यादा बड़ा नही है, नॉर्मल लंड होता है वैसे ही है. लीके 6 इंच. फिर मैं उनको बोला-
मैं: भाभी आपको साइज़ क्या करना है. ये काम देखो कैसे करता है. उसके बाद बोलना भैया जैसा है या नही.
फिर वो मेरा लंड पकड़ के हिलने लगी, और तोड़ा आयिल डाल कर मसाज करने लगी. मुझे बहुत अछा फील हो रहा था, और मैं उनके बूब्स को दबा रहा था. मैं उनके उपर टूट गया भूखे शेर की तरह. फिर मैं लंड सॉफ करके आया, और उनके मूह में दिया.
वो कुछ ख़ास नही दे रही थी ब्लोवजोब, बुत ठीक था. उनके होंठो की सॉफ्टनेस से ही मैं गरम हो रहा था, और उनके मूह में शॉट्स दे रहा था. लगातार 10 मिनिट तक उनके मूह में लंड देने के बाद मैं झड़ने वाला था. फिर मैने उनको पूछा-
मैं: कहा छोढ़ू मेरा पानी?
तो उन्होने बोला: मुझे पीना है.
तो मैने पूरा उनको अंदर तक घुसा दिया और पानी छोढ़ दिया. उसके बाद मैने उनकी पनटी निकाल दी, और उनकी पुसी क्लीन शेव्ड थी. मैं वो देख कर पागल हो गया, और चाटने लगा. मैं पूरी जीभ अंदर डाल कर लीक करने लगा, और वो आहें भर रही थी.
वो ज़ोर से मोनिंग कर रही थी. 15 मिनिट तक लीक करने के बाद मैं उठा, और उनके उपर आ गया और उनके लिप्स पर किस किया. तो उन्होने कहा-
भाभी: अभी तक तुम्हारे भैया ने कभी मेरी छूट नही छाती.
तो मैं बोला: अभी मैं हू ना भाभी. मैं रोज़ आपकी छूट खा जौंगा.
और अब वो वेट हो गयी थी. फिर मैने अपने लंड का सूपड़ा उनके होल पर रख दिया, और एक ज़ोर का पुश किया. पहले पुश में मेरा आधा लंड अंदर चला गया, और भाभी चिल्लाने लगी. फिर मैने अपने लिप्स उनके लिप्स पर रख दिए, और 2 मिनिट के लिए वैसे ही रहा.
उसके बाद मैने दोबारा से और एक ज़ोरदार पुश किया, और मेरा पूरा लंड अंदर चला गया. फिर मैं धीरे-धीरे धक्के देने लगा, और वो मोनिंग करती रही. उनको बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी, और इस बीच वो 2 बार झाड़ चुकी थी.
अब वो कह रही थी: आ…छोड़ो मुझे राज.. ज़ोर से छोड़ो.. फाड़ दो मेरी छूट. अब मैं तुम्हारी हू. अब ज़ोर से छोड़ो..आह..
ऐसे ही उनको मैं 20 मिनिट तक छोड़ता रहा. अब मेरा निकलने वाला था, तो मैने उनसे पूछा –
मैं: भाभी किधर निकाल डू?
तो उन्होने कहा: मेरे अंदर ही कर दो..ह..
तो मैने उनको ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया, और झाड़ गया. 10 मिनिट वैसे ही पड़े रहे हम दोनो. फिर हम बातरूम में जेया कर सॉफ हुए. बातरूम से बाहर आ कर उन्होने फिरसे मेरे लंड को पकड़ा, और हिलने लगी.
मैं: भाभी अब ऐसा नॉर्मल ब्लोवजोब नही चाहिए मेरे को.
भाभी: तो कैसा चाहिए?
मैं: हनी लेकर आओ.
फिर भाभी किचन में जेया कर हनी और छ्होटा केक लेकर आई. वापस आके उन्होने पूछा –
भाभी: कॉन्सा लोगे?
तो मैने झट से केक ले लिया, और अपने लंड पर लगा दिया. फिर मैं उनको बोला-
मैं: ये लॉलिपोप चूसो मेरा, और क्रीम निकालने तक केक लगाओ.
फिर उसने वैसे ही किया, और मेरा पानी पी गयी. उसके बाद मैने उनके बूब्स पर केक लगा कर छाता.
फिर हमने सेक्स स्टार्ट किया और उस रात में हमने 3 रौंद लगाए. सुबा 7 बजे मैं घर गया. मैं बहुत खुश था, की जब भी मौका मिलेगा हम चुदाई करेंगे. अब जब रोज़ भैया सुबा नहाने जाते है, तो भाभी मुझे ब्लोवजोब देती है, और मैं उनकी पुसी लीक करता हू.
अभी ये सिलसिला ऐसे ही जारी रहेगा. उसके बाद हमने बहुत बार चुदाई की. फिर एक दिन मैने उनकी गांद भी मारी. वो मैं अपनी अगली स्टोरी में बतौँगा.
आपको ये देसी सेक्स कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना. मेरी मैल ईद है: [email protected]
और जो आंटी, भाभी, या हाउसवाइव्स सेक्स की प्यासी है, वो मुझे ज़रूर कॉंटॅक्ट करे. मैं उनकी ज़रूर हेल्प करूँगा. और प्राइवसी फुल्ली मेंटेंड रहेगी. ई आम अवेलबल इन पुणे ओन्ली. स्टोरी के कॉमेंट्स और फीडबॅक ज़रूर भेजना.