हेल्लो दोस्तों मेरा नाम जीवन हैं और आज आप के लिए एक मस्त कहानी ले के आया हूँ. सब से पहले मैं अपने बारे में बता दूँ आप को. मेरी उम्र 22 साल हैं और मेरी हाईट पांच फिट 7 इंच हैं. कलर घेहूआ हैं.और आशा हैं की आप को ये कहानी जरुर पसंद आएगी.
मैं जब 12वी कक्षा में था तब की ये बात हैं. मैंने अपनी क्लासमेट नेहा के साथ सेक्स किया था. नेहा एकदम परी जैसी सुंदर लड़की हैं और उसे देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए ऐसा उसका रूप हैं. एक दिन मैं बाइक पर जा रहा था तो मैंने देखा की रस्ते पर काफी भीड़ इकठ्ठा हुई थी. मैंने गाडी साइड में लगाईं और देखा तो वो नेहा ही थी जो निचे गिरी हुई थी. उसकी एक्टिवा स्लिप हो गई थी और उसको थोड़ी चोट आई थी. मैंने उसे उठाया और उसकी एक्टिवा को साइड में किया. और फिर मैं नेहा को डोक्टर के पास ले गया.
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नेहा को घुटने के पास चोट आई थी और चमड़ी छिल गई थी. उस से ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था. तो मैंने उसे चलने में सपोर्ट किया और डॉक्टर ने उसे पट्टी बाँध दी. उसका घर बहुत दूर था उस जगह से. तो मैंने उसे कहा की तुम मेरे घर चलो और कुछ देर आराम कर लो फिर मैं तुम्हे तुम्हारे घर छोड़ आऊंगा. और वो मान गई तो मैं उसे ले के अपने घर चला गया.
उसे उठाते हुए अनजाने में मेरे हाथ से उसके बूब्स टच हो गए. जब वो कुछ नहीं बोली तो मेरा दिल जोर से धडक गया. सीड़ियों के पास जब मैंने उठाया तो जानबूझ के उसकी गांड की फांक को दबाई और बूब्स भी. मैं तो सातवें आसमान के उपर था. उसके पैर और हाथ को मैंने बिस्तर पर रखा और उसे लिटा दिया. उसके ड्रेस क मैंने निकाल दिया. वो मुझे ही देख रही थी. अब वो सिर्फ ब्रा में थी. टॉप निकालते वक्त मैंने कई बार उसके बूब्स दबाये पर वो कुछ भी नहीं बोली.
मैं अपना टी शर्ट उसे दिया. और शाम को उसे उसके घर पहुंचाने के लिए चला गया. रूम पर आते वक्त उसका एक एसएमएस आया जिसमे थेंक्स लिखा हुआ था. दुसरे दिन मैं उसकी गाडी रिपेर कर के उसके घर पर गया. उसके घरवाले शादी में गए हुए थे. मैं उस से बातें कर रहा था तो मेरा ध्यान उसके बूब्स और गांड पर जा रहा था बार बार. उसने सिर्फ बनियान टाइप टॉप पहना हुआ था. और उसके अन्दर से उसके निपल्स उभरे हुए लग रहे थे. उसने निचे शोर्ट पहनी थी. और वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक्त.
मेरे अन्दर का शैतान नेहा को ऐसे देख के जाग गया था. मैंने कहा की तुम आज बहुत ही हॉट दिख रही हो, तुम्हारी फिगर तो एकदम कडक हैं यार. तो उसने सिर्फ स्माइल दे दी. मैंने जख्म देखने के लिए उसके हाथ को देखा तो उसने एक क्रीम दे के कहा मुझे लगा दो ना.
उसे थोड़ी चोट छाती के उपर भी आई थी. मैंने धीरे से ऊपर हाथ रख दिया. मैंने अब उसके बूब्स को क्रीम लगाते हुए सहला रहा था. अब मैंने दोनों हाथ से उसके बूब्स को जोर जोर से दबाये. वो मुझे लिपट गई और बोली की बस करो!
मैंने अब नेहा को किस करना चालू कर दिया. और किस करते हुए मैंने उसे सोफे पर ही नंगा कर दिया. उसके बूब्स मैंने मसलते हुए लाल कर दिए थे. अब वो बहुत ही गरम हो चुकी थी. मैंने मेरी पेंट निकाली और उसके मुहं में अपना साडे 6 इंच का लंड दे दिया. वो पहले पहले तो मुझे मना ही करती रही लेकिन फिर वो मेरे लौड़े को चोकोबार की केंडी के जैसे चाटने और चूसने लगी. और उस वक्त मैं उसकी चूत में उंगलियाँ डाल के अंदर बहार कर रहा था.
तभी नेहा ने पानी छोड़ दिया. अब मैं भी उसके मुहं में झड़ गया. उसने सारा माल पी लिया. फिर से थोड़ी देर चूसने एक बाद मेरा लंड खड़ा हो गया. उसे देख कर वो चौंक सी गई और बोली इतनी जल्दी खड़ा हो गया और अब तो और बड़ा लग रहा हैं ये! मैंने इसे नहीं ले पाउंगी बाबा.
मैंने कहा घबराओ मत मैं हूँ ना, और ये कह के मैंने उसका एक पैर उठाया और अपने कंधे के ऊपर रख दिया. मैंने अब उसकी गांड के निचे एक तकिये को लगा दिया और फिर नेहा को किस करते हुए उसकी चूत पर अपने लंड को रख दिया. मेरा लंड अभी एक लोहे की सलाख के जैसा सख्त और गरम था. मैंने एक ही झटके में पूरा अन्दर डाल दिया. और वो जोर जोर से मुझे मारने लगी. उसके आँखों से आंसू आ गए!
अब मैं उसे दबोच कर जोर जोर से चोदे जा रहा था. धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ और वो भी गांड को उठा के अपनी चूत चुदवाने में मेरा सपोर्ट कर रही थी. करीब 20 मिनिट तक मैं उसे चोदता रहा. और फिर नेहा की चूत में ही झड़ गया. मेरा माल उसकी चूत से बहार आ रहा था उसकी चूत में मेरे लंड का सीधा होल दिख रहा था.
और फिर मैं उसके पास पड़ा हुआ था. उसके बूब्स को मुहं में लेकर उसके निपल्स चूस रहा था. अब मेरा फिर से खड़ा हो चूका था. मैंने उसे घोड़ी बना दिया और उसकी गांड पर अपने हाथ को फेरने लगा. उसकी गांड को मैंने अब स्पेंक किया. और स्पेंक कर कर के उसे लाल कर दिया. मैंने उसे गांड सेक्स के लिए कहा तो उसने मना कर दिया की गांड में लंड लेने से बहुत दर्द होता हैं मुझे!
लेकिन मैंने उसकी बात नहीं सुनी. उसके दोनों हाथ को पीछे से पकड के मैंने अपने लंड को उसके गांड पर रख दिया. और उसकी चूत के रस को लंड पर लगाया और एक झटका दे दिया. वो चीख पड़ी और मेरे से दूर भागने लगी. पर मैंने उसे कस के पकड़ा हुआ था. मेरा आधा लंड अन्दर जा चूका था. मैंने फिर से धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी गांड में चला गया.
वो जोरों से चीखे जा रही थी. मैंने अब धक्के बढाए. और उसकी चूत के रस के कारण पच पच पच ऐसी आवाजे आ रही थी जो कमरे में गूंज सी रही थी. पूरा सोफे पानी पानी हुआ था. जैसे जैसे उसकी गांड मार रहा था मैं वैसे वैसे उसकी चूत से पानी निकल रहा था. मैंने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकडे और नेहा को मस्त पेला.
वो मेरे धक्को से आगे पीछे हो रही थी. और उसके मुहं से अह्ह्ह अह्ह्ह्ह ईई अह्ह्ह ऐसी चीखें निकल रही थी. मैंने उसे नजरअंदाज करते हुए मजबूत ठुकाई चालु कर दी. उसकी गांड में जब मेरा लौड़ा पूरा घुसता था तो उसके मुहं से अजब चीख निकल पड़ती थी. और मेरे बॉल्स उसकी गांड के ऊपर टकरा जाते थे. और उसकी वजह से ठप ठप की आवाजें भी आ रही थी. वो तो बस निचे पड़ी पड़ी अह्ह्ह अह्ह्ह ही कर रही थी और साथ में वो कह रही थी, अब बस भी करो मुझे बहुत दर्द हो रहा हैं! लेकिन मैंने नहीं रुका और और भी जोर जोर से नेहा की गांड को चोदा.
फिर मैंने नेहा को उठाया और उसे उसके कमरे में ले गया. उसको मैंने बिस्तर के ऊपर लिटा दिया. और उसकी दोनों टांगो को अपने कंधे के ऊपर रख दी. अब वापस मैंने अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रख दिया. मैंने फिर से उसकी चुदाई चालु कर दी.
नेहा की चूत अब बिलकुल लूज हुई थी. मेरा लंड जब अन्दर जाता था तो मैं धीरे से उसे अन्दर डालता था और बहार निकालने के वक्त झटक से निकालता था. उसे अब ऐसे करने से मजा आ रा था. उसका सब दर्द मैंने मस्ती वाली चुदाई से गायब कर दिया था. अब वो बोल रही थी की तेरे लंड की मैं अब प्यासी बन चुकी हूँ, आज से मेरी ये चूत सिर्फ तुम्हारी हैं! चोदना हैं वैसे चोद मेरी चूत को और उसका बना दे अपने लौड़े से!
अब मैं नेहा के ऊपर लेट गया और मुहं में मुहं लगा के मैं उसकी जीभ को चूस रहा था और दोनों हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था. उसके निपल्स को पिंच कर रहा था. उसके निपल्स को बिच बिच में काट भी रहा था. उसके पुरे बूब्स पर मेरे नाख़ून और दांत के निशान बने हुए थे. हम दोनों जंगली जानवर के जैसे सेक्स कर रहे थे.
अब मैंने नेहा को बाहों में भर के चोदा और मेरा पानी उसके अन्दर ही छोड़ दिया. वो तो कई बार पानी छोड़ चुकी थी. उसने अपनी चूत को हाथ लगाया और उसके पानी से वो भर गई थी. वो शर्मा गई. मैंने उसे किस कर दिया. और उसको बाथरूम में ले गया.
फिर हम दोनों ने बाथरूम में खड़े खड़े भी सेक्स किया. मैंने उसे उठाकर अपने लंड पर बिठाया और उसे ऊपर निचे करने लगा. उसने दोनों हाथो से मुझे पकड़ा था और वो छोटे पिल्ले के जैसे मुझसे चिपकी हुई थी.
अब हम दोनों थक चुके थे. उसे अपनी बाहों में भरकर मैंने लव यु कहा और चला गया. तब से मैं उसको जब भी मन चाहे चोदता हूँ.