ट्रिपल Xxx हिंदी स्टोरी में पढ़ें कि होटल के कमरे में मैंने विदेश से आई एक भाभी के साथ BDSM सेक्स करके उसे भी मजा दिया और खुद भी मजा किया.
हैलो, मैं आपका अपना साथ अगम एक बार फिर से आपको अपनी कहानी के अंतिम भाग में स्वागत करता हूँ.
कहानी के पिछले भाग
NRI भाभी की गांड मारने का मजा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैंने फ़लक के जिस्म को एक बर्फ के टुकड़े से गर्म करना शुरू कर दिया था. फिर मैं फ़लक की चुत आकर रुक गया था.
अब आगे ट्रिपल Xxx हिंदी स्टोरी:
वो बड़ी आईस क्यूब आधी पिघल गयी थी और उसका पानी फ़लक के शरीर पर चमक रहा था, जो उसे और भी सेक्सी बना रहा था.
फिर मैंने वो आईस क्यूब उसकी पैंटी में डाल दी.
जैसे ही मैंने वो आईस उसकी पैंटी में डाली, वो तड़पने लगी और आआ ह्ह ऊऊह ह्ह्ह ईईह ह्ह्ह की आवाजें निकालने लगी.
वो बोली- आह जान, अब बर्दाश्त नहीं होता … जल्दी मुझे चोद दो.
पर मैं उसकी किसी बात पर ध्यान नहीं दे रहा था.
फिर मैंने देखा कि उसकी पैंटी से पानी टपक रहा है तो मैंने उसकी गांड पर एक और स्टिक मारी.
वो चिल्लाई- आह्ह …
मैंने उसको किस करना शुरू किया और उसके पूरे नंगे बदन पर अपनी जीभ फिराने लगा.
वो बहुत ज्यादा वासना में डूबी हुई थी और उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था पर मैं उसकी तरफ ज्यादा ध्यान न देते हुए अपना काम कर रहा था.
फिर मैंने देखा कि उसकी पैंटी ज्यादा गीली हो गयी है तो मैंने उसकी पैंटी निकाल दी.
वो उसकी चूत के पानी में भीगी हुई थी.
मैंने भीगी हुई पैंटी उसके मुँह में घुसेड़ दी जिससे अब वो कुछ नहीं बोल पा रही थी.
फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया और उसे मजे से चाटता रहा.
पर जब मैंने देखा की वो अकड़ने लगी है तो मैं रुक गया और उसे तड़पता हुआ देखने लगा.
अब मैंने उसके मुँह से पैंटी निकाली और पूछा- कैसा लगा?
तो वो अधमरी हुई आवाज में बोली- प्लीज अब बर्दाश्त नहीं होता … प्लीज अब इतना न तड़पाओ … नहीं तो मैं मर जाऊंगी.
मैंने सोचा कि कहीं फ़लक की तबियत न ख़राब हो जाए, तो मैं रुक गया.
मैंने उसके हाथ खोल दिए.
तो वो मेरे ऊपर ही लड़खड़ाती हुई गिर पड़ी.
मैंने उसे संभाला और बेड पर लिटा दिया.
उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी तो मैंने पहले उसकी चूत पर एक किस किया और फिर ऊपर को बढ़ा.
मैंने आज भी टेबलेट ली थी क्योंकि ये अबकी बार की हमारी आखरी चुदाई थी; मैं आज उसे बहुत मजे देना चाहता था.
फिर मैंने उसे अपने ऊपर उठाया और हम 69 की पोजीशन में आ गए और हम एक दूसरे को चूसने लगे.
मैंने उसकी चूत अभी चाटनी शुरू ही की थी कि वो झड़ गयी.
मैं उसका सारा पानी पी गया, पर रुका नहीं.
वो ‘आआह हहह ऊऊह हहह …’ की मादक सिसकारियां ले रही थी जिससे कमरे में एक भरपूर सेक्स का वातावरण बन गया था.
फिर मैं उठा तो वो मेरी तरफ देखने लगी.
तब मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे उठा कर दीवार के सहारे लगा दिया, उसकी चूत पर लंड सैट कर दिया और उसको धक्के मारने शुरू कर दिए.
आज उसे चुदाई का दर्द का अहसास नहीं था, उसे आज बस मजे लेने थे.
कुछ देर उसकी चूत को ऐसे चोदने के बाद मैं रुका और अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा.
जब उसकी चूत का पानी निकला तो मैंने उसकी चूत पर वो पैंटी लगा दी, जिससे वो पैंटी फिर से भीग गयी.
मैंने वो पैंटी उसके मुँह में दे दी. उसने अपनी पैंटी का सारा पानी चूस चूस कर पी लिया.
फिर मैंने वो पैंटी उसके मुँह से निकाली और साइड में फैंक दी.
अब मैं केक लेकर आया और उससे बोला- आओ केक खाते हैं.
मैंने उसे आंख मार कर ये बोला, तो वो भी मुस्कुराने लगी.
उसने मुझको बिस्तर पर लिटा दिया.
मैंने साइड की टेबल पर केक रखा. उसने मेरे साइड में लेट कर पहले अपनी एक उंगली केक में डाल कर और वही उंगली मेरे मुँह में रख दी.
मैं मस्ती से उंगली चूसने लगा.
फिर फ़लक उंगली को खुद चूस कर बोली- कैसी लगी … बताओ?
मैं भी मुस्कुराकर बोला- टेस्टी से भी ज्यादा टेस्टी.
फिर फ़लक ने चाकू से थोड़ा सा केक लेकर अपने मुँह में लिया और अपना मुँह मेरे मुँह पर झुका दिया.
वो एक केक का पीस दोनों के मुँह में घुलने लगा.
मैं तो मस्ती में आकर सब कुछ भूल ही गया.
फ़लक के थूक में घुले हुए चॉकलेट वाले केक को मैं मस्ती के साथ खाने लगा.
‘उहह … सलरपप …’ बस कमरे में यही आवाजें आ रही थीं.
जब ये केक खत्म हुआ तो फ़लक मुझसे अलग हो गई.
फ़लक ने पूछा- मज़ा आया?
मैंने कहा- बहुत ज्यादा.
‘तो और मजे के लिए रेडी हो जाओ.’
फ़लक ने मुझे लिटा दिया और पहले मेरे माथे गालों और होंठों पर केक लगाया और चाटने लगी.
उसने अपनी जीभ बाहर निकाल कर मेरे गालों से चाटती हुई मेरे पूरे मुँह को साफ कर दिया.
फिर से एक बार मेरे होंठों पर किस किया और फिर से केक को लेकर मेरी गर्दन से लेकर मेरी छाती पर फैला दिया. फिर से उसने गर्दन से लेकर मेरी छाती को चाट डाला.
अब उसने बैग से लिक्विड चॉकलेट को निकाल कर मेरे दोनों निप्पल्स पर लगाया और चाटने और काटने लगी.
मेरी मस्ती में सिसकारी निकल रही थी- ओह फ़लक … ऐसे ही … आह उह्ह्ह … तुम वर्ल्ड की बेस्ट पार्टनर हो. अहा … अहहह!
मेरी आहें निकल गईं, जब फ़लक ने मेरे निप्पल को दांतों से काट लिया.
वो और ज्यादा नीचे बढ़ने लगी. उसने मेरे लंड और गोटियों व उसके आस पास के पूरे एरिया पर बहुत अच्छे से केक लगा दिया. लेकिन चाटा सिर्फ आस पास के एरिया को.
उसने लंड और गोटों को छोड़ कर बाकी सब पूरा साफ़ कर दिया था.
फिर वो ध्यान से मेरे खड़े लंड को देखने लगी. मेरे लंड में यह सोचकर झटके लगने लगे थे कि फ़लक अभी मेरा लंड मुँह में भरकर चूसेगी.
चॉकलेट से सना हुआ मेरा लंड फ़लक को बहुत प्यारा लग रहा था.
उसने मेरी कमर के दोनों और हाथ रख दिए. उसने अपनी जीभ निकालकर लंड की नोक पर लगी क्रीम को चाट लिया.
आह … इससे मेरी सिसकारी निकल गई.
फिर उसने अपना मुँह नीचे ले जाकर पूरा लंड मुँह में भर लिया और केक के साथ लंड को चूसने लगी.
मैं पूरी मस्ती में उसके सर पर हाथ फेरने लगा और मेरी सिसकारियां निकलने लगीं.
फ़लक ने मेरे लंड को मुँह में डाले हुए ही जीभ से पूरा केक चाट लिया.
फिर उसने अपना मुँह उठा कर पहले मुझे देखा, फिर केक को निगल लिया.
अब वो ढेर सारा थूक मेरे लंड पर उड़ेलने लगी और हाथों से आगे पीछे करके मेरे लंड को चूसने लगी, साथ साथ में वो अपने हाथ से मेरे आंडों को भी सहलाने लगी.
थोड़ी देर बाद वो मेरे ऊपर से उठ कर मेरी बाजू में लेट गई.
मैं समझ गया कि अब मेरी बारी है.
मैंने भी फ़लक की तरह ही एक पीस केक का ले लिया. मैंने केक का साइज काफी बड़ा लिया और फ़लक के मुँह पर रखकर खाने लगा.
थोड़ी देर में ही हम दोनों की जीभ आपस में केक के लिए झगड़ने सी लगी थीं. दोनों के जिस्म में जगह जगह चॉकलेट लगी हुई थी.
अब मैंने पहले तो हाथों से उसके निप्पलों को रगड़ना शुरू किया, फिर कुछ नीचे आकर थोड़ा सा केक दोनों मम्मों के बीच में लगा कर क्लीवेज को अच्छे से चूसने लगा.
फ़लक की मादक सिसकारियां निकलने लगीं- ओह बेबी … ये क्या कर रहे हो … आह मुझे बेहद मजा आ रहा है आह चाट लो आंह …
कुछ देर बाद मैंने केक को लेकर पूरे मम्मों पर अच्छे से फैला दिया और उन्हें बारी बारी से चाट चाट कर फ़लक को मस्ती देने लगा.
उसके मम्मे चूसने के साथ साथ कभी मैं उसके एक निप्पल को मुँह में भरकर चूसने लगता तो कभी दूसरे वाले को.
थोड़ी देर में ही फ़लक के दोनों मम्मों मेरे थूक से चमक उठे थे.
अब मैंने उसकी कमर से लेकर उसके पूरे पेट में केक लगाया और लिक्विड चॉकलेट को उसकी नाभि में भर कर खेल शुरू कर दिया.
मैं पहले उसकी नाभि पर टूट पड़ा.
जैसे ही मेरी जीभ उसकी नाभि में घुसी, फ़लक की आअह्ह निकल गई और वो अपनी कमर ऊपर की तरफ झटकने लगी.
मैं चाटने में लगा रहा. ऐसे ही पूरा पेट साफ़ करके मैं नीचे के हिस्से की तरफ आ गया.
पहले मैंने अपने हाथ से चूत के चारों तरफ सहलाया, जिसके कारण मस्ती में फ़लक की सांसें ऊपर नीचे होने लगीं.
फिर मैं ढेर सारा केक लेकर चूत और जांघों पर लगाने लगा.
जैसे ही मैंने चूत के पूरे इलाके में केक लगाया तो फ़लक से रहा नहीं गया और उसने मेरे सर को पकड़कर मुझे ऊपर उठा दिया.
उसने मुझको बिस्तर पर लिटा दिया और अपनी चुत पर लगा सारा केक मेरे लंड पर लगाने लगी.
फिर वो अपनी चूत मेरी तरफ करके 69 की पोजीशन में आ गयी.
ये देखकर मेरे चेहरे पर बहुत बड़ी स्माइल आ गई कि ये भी अच्छा आइडिया था.
मैंने अपने हाथ से कुछ ज्यादा सा केक लेकर चूत पर लगा दिया.
फिर जैसे ही मैंने उसकी जांघों पर अपनी जीभ लगाई, उसी पल फ़लक ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया.
मैंने भी जीभ से चूत के चारों तरफ चाट कर साफ़ कर दिया और चूत के छेद के बिल्कुल किनारे तक जीभ लेकर छोड़ने लगा.
इससे फ़लक की तड़फन बढ़ने लगी.
उत्तेजना के कारण उसकी बार बार गर्म सिस्कारियां निकलने लगी थीं. वो मेरे लंड को मुँह में पूरा भरे हुए ही सीसी करने लगी थी.
मैंने अपने दांतों से क्लाइटोरिस को पकड़ा और बार बार छोड़ कर जीभ से दाने पर लगा केक खाने लगा.
इससे फ़लक के मुँह से आंह ऊंह गूंननं की आवाज़ आने लगी. वो और जोर से मेरा लंड चूसने लगी.
तभी मैंने अपना मुँह खोलकर उसकी पूरी चूत को मुँह में भर लिया और केक को मुँह में भरकर चाटने और खाने लगा.
फ़लक मस्ती में जितनी तेज मेरा लंड चूस रही थी, उतनी ही तेजी से मैं उसकी चूत चाटने लगा था.
मैं अपनी जीभ को चुत के अन्दर डाल कर अन्दर जो चॉकलेट लगी थी, उसे चाट कर खाने की कोशिश करने लगा था.
मेरी खुरदुरी जीभ का अहसास फ़लक को पागल करने लगा था और वो बहुत तेजी से अपनी चूत मेरे मुँह पर दबा कर हिलने लगी ‘ओह्ह्ह … ओह्ह उह्ह्ह …’
मैं चूत चूसता रहा.
फ़लक ने मेरे लंड को मुँह से बाहर निकाल दिया और वो उत्तेजना अमे बड़बड़ाती हुई बोलने लगी थी ‘आह अगम मैं आ रही हूँ … आंह मर गई … आह …’
फिर जैसे ही उसने झड़ना शुरू किया तो उसने तेजी से पूरे लंड को मुँह में भर लिया और इतनी तेजी से चूसने लगी कि मुझको लगा, जैसे ये मेरे लंड को ही उखाड़ कर अलग कर देगी.
हालांकि झड़ती हुई चुत का रस चाटते हुए मैंने अपनी जीभ से उसको चोदना चालू रखा था. मुझे उसकी चूत के नमकीन रस में घुली मीठी चॉकलेट खाने में काफी मस्ती आ रही थी.
फ़लक ने भी पूरी तरह से झड़ने के बाद ही मेरे लंड को मुँह से निकाला.
इससे मुझको थोड़ी निराशा सी लगी कि उसने मेरा लंड बाहर निकाल दिया.
मैंने उससे कुछ नहीं कहा, बस चूत को धीरे धीरे चाटता रहा.
अब फ़लक सीधी हो गई और मुझे किस करने लगी.
फ़लक मेरी गर्दन को चूमती हुई बोली- यार, मजा आ गया … आज तक ऐसा ट्रिपल Xxx सुख कभी नहीं मिला.
फिर वो मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और लंड चुत में लेकर जोर जोर से ऊपर नीचे होने लगी.
कोई दस मिनट की इस मस्त लंड की सवारी करने से मेरी सांस फूलने लगी थी.
कुछ देर में मेरे लंड से भी पानी निकल गया.
फ़लक ने भी अपनी चुत का पानी निकाला और मेरे सीने पर गिर कर हांफने लगी.
हम दोनों थक गए थे, तो यूं ही सो गए.
अगले दिन फ़लक के जाने का टाइम आ गया था, वो जाने के लिए रेडी हो गई थी.
पर हम दोनों इस अलगाव से काफी दुखी थे.
इतने टाइम बाद तो हम पहली बार मिले थे, हमने इतनी मस्ती की थी और अब उसके साथ बिछोह का समय काफी कष्टकारी लग रहा था.
उसके जाने से पहले मैंने उसका फ़ोन ले लिया और उसमें जो हम दोनों के पिक्स थे, वो मैंने गूगल पर सेव करके उसके फ़ोन की गैलरी से हटा दिए.
अब वो जाने लगी, तो वो मुझे हग करने लगी.
उसने मुझे एक लम्बा सा फ्रेंच किस दे दिया.
वो किस हमने 10 मिनट से ज्यादा किया.
चूंकि हमने कैब बुक कर रखी थी तो कमरे के फोन की घंटी बजने लगी.
फोन पर आने की कह कर हम दोनों ने अपना सामान लिया और नीचे आ गए.
होटल का सब पहले से ही चुकता था, हम दोनों सीधे कैब में बैठ गए.
पहले मैंने उसे ड्राप किया और खुद स्टेशन चला गया.
हमारी फोन पर थोड़ी सी बात हुई कि वो प्लेन में जाने लगी थी.
फिर जब वो 6-7 दिन बाद शादी से बिल्कुल फ्री हुई, तब हमारी बात हुई.
अब हम दोनों ने फिर से वीडियो कॉलिंग शुरू की और अब हम दोनों दोबारा से मिलने का प्लान बना रहे हैं.
आपको मेरी ट्रिपल Xxx हिंदी स्टोरी कैसी लगी, आप प्लीज मेल करके जरूर बताएं.