बात उन दिनों की हैं जब मैं सेकंड इयर की स्टूडेंट थी. मेरे पेरेंटस दोनों जॉब करते हैं और इस वजह से मई अक्सर घर पर अकेली होती हूँ. कोलेज के दिनों में अक्सर में और मेरी फ्रेंड प्रीति एक साथ पढ़ाई करते थे. वो अक्सर मेरे घर पर आ जाती थी. प्रीति का एक बड़ा बाई था, उसका नाम विरेन था जो अक्सर प्रीति को ड्राप करने के लिए हमारे घर पर आता था. जिस तरह से वो मेरी तरफ देखता था मैं समझ रही थी की वो मेरी तरफ अट्रेकटेड हैं.
मैं घर पर हमेशा शोर्टस और टी शर्ट पहनती हूँ और विरेन की नजरें हमेशा मेरी वेक्सड टांगो को देखती रहती थी. हमने कभी बात नहीं की थी और वो बहार से ही प्रीति को ड्राप कर के चला जाता था. एक दिन एग्जाम से पहले मुझे एक बुक की जरूरत थी. इसलिए मैंने प्रीति को कॉल किया और बुक देने के लिए कहा. प्रीति स्टडी कर रही थी इसलिए उसने अपने भाई विरेन को बुक देकर भेज दिया.
loading…
डोरबेल बजी और मैं जब दरवाजा खोलने को उठी तो सामने विरेन खड़ा था. कुछ पल हम एक दुसरे की तरफ देखते रहे. मैंने बुक के लिए उसको थेंक यु बोआ. विरेन मुझ से एग्जाम की प्रिपरेशन के बारे में पूछने लगा. आइने उसे अन्दर अआने के लिए कहा और वो झट से मान भी गया. मुझे थोड़ी हेसीटेशन सी हो रही थी क्यूंकि उस वक्त मैं घर पर अकेली थी.
मैंने विरेन को ड्राइंग रूम में बिठाया और पानी लेने के लिए किचन में चली गई. पानी पिने के बाद विरेन ने कहा की मैं चलता हूँ अब तुम अपनी पढ़ाई करो. उसने मुझे निचे से ऊपर तक देखा और उसकी नजर मेरे चहरे के ऊपर आ के रुक सी गई. विरेन जाने लगा और तभी उसने मुड के बोला अगर तुम्हे स्टडी में कुछ हेल्प चाहिए तो मैं रुक सकता हूँ. मेनन समझ गई की उसका मन मेरे बूब्स और लेग्स पर अटक गया हैं. मैंने कहा ठीक हैं तुम मेरी स्टडी में हेल्प कर दो.
मैं विरेन को अपने रूम में ले आई. मैं वर्जिन थी और कभी किस्सी लड़के को टच भी नहीं करने दिया था अब तक मैंने इसलीए मैं थोडा सा डर रही थी.
विरेन मेरे बेड पर बैठ गया और मेरी बुक्स को देखने लगा. फिर वो शूज उतार कर आराम से ऊपर बैठ गया. मैं भी उसकी प्रेसेंस में थोड़ी कम्फर्टेबल हो गई थी. विरेन ने पेन उठाइ और अब वो पेन को घुमाने लगा अपनी उँगलियों में. तभी मुझे अपनी जांघ के ऊपर उसके हाथ का अहसास हुआ. मेरी ठंडी सांस निकल गई. मेरी सारे बदन में एक कम्पन सा हुआ और मुझे उसका ऐसे टच करना बहुत ही अच्छा लगा. मैंने कोई रिएक्शन नहीं दिया. औरइसे देख कर विरेन मेरे और भी करीब आ गया और मेरी जांघ को टच करने लगा. उस ने कहा की तुम हमेशा ही ऐसे कपडे पहनती हो क्या?
मैं शरमाई और मैंने कहा हां घर में यही ड्रेस होती हे मेरी. विरेन मेरे और भी करीब हो गया और अब वो दोनों हाथ से मेरी लेग्स और जांघो को सहलाने लगा. उसने कहा तुम्हारी लेग्स बहोत ही सुंदर हैं मैं हमेशा ही इन्हें देखता हूँ. ये सुनकर मैं थोडा पीछे को हुई. विरेन फिर मेरे पास आ गया और बोला क्या मेरे पास आना नहीं चाहती हो? मैं चुप थी और कुछ नहीं बोली.
और फिर वो और थोडा करीब आया और उसने मेरे चहरे को ऊपर किया और बोला, जवाब तो दे दो!
मैं कहा, हां!
ये सुन के विरेन की हिम्मत जैसे औ भी बढ़ गई. और वो मेरे एकदम नजदीक हो के मेरे होंठो के ऊपर हलके से हाथ से टच करने लगा. फिर उसने मुझे कहा, क्या तुमने कभी किसी के साथ किस किया हैं?
मैंने अपने सर को ना में हिला दिया.
और उसने अपने होंठो को मेरे होंठो के ऊपर रख दिए और किस कर दिया.
मुझे किस करना बहोत अच्छा लगा और मैं अंदर से जैसे पिगल रही थी. विरेन ने मुझे बाहों में जकड़ लिया और बेड पर लिटा दिया. उसके हाथ मेरे शॉर्ट्स में होते हुए मेरी पुसी तक पहुँच गए और वो मेरी पुसी को अपने हाथ से हलके हलके से सहलाने लगा. मैं तो जैसे सब कुछ भूल गई थी और उसकी बाहों में पिग्लने लगी थी.
विरेन ने अब मेरे कपडे उतारे और अपनी पेंट को खोल के खड़ा हो गया. इस से पहले की मैं कुछ समझ पाती उसने अपना कोक मेरी पुसी के ऊपर रखा. उसका कोक एकदम गरम था. फिर उसने मुझे किस किया और धक्के से अपने कोक को मेरी पुसी में घुसा दिया. मुझे एकदम बहुत सब पेन हुआ और मेरी चीख निकल पड़ी.
मुझे चुप करने के लिए विरेन मुझे लिप पर किस करने लगा. और साथ साथ मुझे आहिस्ता आहिस्ता से चोदने भी लगा. मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी उसे किस करने लगी. हम दोनों ने डीप फ्रेंच किस की. विरेन ने पूछा क्या तुम एन्जॉय कर रही हो, क्या तुम्हे अच्छा लगा मेरा चोदना? उसने मेरे बूब्स को दबाना शरु कर दिया और बोला मैं कब से तुम को चोदना चाहता था, तेरे बूब्स, जांघ, लहस मुझे बहुत सेक्सी लगते हैं!
मैं पहले दिन से ही तुम को पूरा नंगा देखना चाहता था, तुम बहोत ही सुंदर हो और तुम्हारी पुसी बहोत ही गर्म हैं. मुझे आज बहुत मजा आया पुसी को चोदने में. मैंने ऐसी बाते कभी नहीं सुनी थी और ये पहला अनुभव था.
विरेन अपना कोक अभी भी मेरी पुसी में डाल के लेटा था. मैं तो पागल होने लगी और उसकी पीठ पर नाख़ून मारने लगी. विरेन और भी एक्साइटेड हो गया और मुझे जोर जोर से ठोकने लगा. वो बार बार बोल रहा था की मैंने तेरी पुसी लेनी हैं और उसका मजा आ रहा हैं मेरी जान! वो इतने जोर जोर से चोदने लगा था की मेरा एकदम से बुरा हाल हो गया था.
अब विरेन ने मेरे बाल खींचे और मेरे ऊपर बैठ के मुझे चोदने लगा. बस वो यही कह रहा था की आज तेरी गरम पुसी चोदने में बहुत मजा आ रही हैं मेरी जान. फिर एकदम से उसका पानी मेरी पुसी में ही चूत गया. वो थक के मेरे ऊपर ही लेट गया.
कुछ देर बाद उसने मेरे बालों में हाथ फेरा और बोला की उसे बहुत मज़ा आया और मैं बहुत ही सेक्सी हूँ.
मैं बहुत थक गई थी. हम लोग ऐसे ही कुछ देर नंगे लेटे रहे. फिर मैंने उठ के कपडे पहने और मैं रूम से बहार चली गई.
विरेन कपडे पहन कर मेरे पीछे आया और मुझे हग कर के बोला, तुम कमाल की हो. मैंने स्माइल किया और पीछा की क्या तुम कुछ देर रुकना चाहोगे? विरेन ने कहा हां और अगर तुम चाहो तो मैं एक बार और तुम्हे चोदना चाहता हूँ. और ये कहते हुए उसने मुझे आँख मारी.
और फिर उसने मुझे जोर का चोदा. मेरा तो दो बार उसका कोक ले के बुरा हाल हो गया था. और फिर विरेन रोज मम्मी पापा के ऑफिस जाने के बाद मेरे घर मुझे चोदने के लिए आने लगा. एक दिन मेरी सहेली ने हम दोनों को नंगा देख लिया बिस्तर के अन्दर जब मैं उसका लंड चूस रही थी. और फिर क्या हुआ वो मैं आप को अपनी अगली कहानी में लिख के भेजूंगी!