हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रियांशु है, मैं फरीदाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 20 साल की है. ये जवान मामी की चुत चुदाई स्टोरी एक साल पहले की है. उस समय मैं अपनी मामी के घर गया था. आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपनी मामी के रे में बता देता हूँ.
मेरी मामी जी पलवल की रहने वाली हैं, उनकी उम्र करीब 40 साल की रही होगी. मगर वो दिखने में बहुत ही सेक्सी हैं. उनका नाम रिया है और उनका फिगर 38-34-40 का है. उनके दो बच्चे हैं. एक लड़का और एक लड़की है. मामी की लड़की की शादी हो गई है. उनका लड़का हॉस्टल में रहता है. मामा जी का बिजनेस है और वो अक्सर ही दस पंद्रह दिनों के घर से बाहर रहते हैं. उस दिन जब मैं मामी जी घर पहुंचा था तो मैंने उन्हें अपने आने की सूचना नहीं दी थी.
मैंने सोचा था कि उनको सर्प्राइज़ दूँगा. मैं घर के बाहर पहुंच गया और मैंने घण्टी बजाई.
एक मिनट बाद मामी ने गेट खोला और वो मुझे देख कर हैरान हो गईं. मामी बोलीं- रियांशु तू … बिना बताए … आज तुझे मेरी याद कैसे आ गई? यह कह कर मामी जी ने बड़े प्यार से मुझे अपने गले से लगा लिया. उनकी भरी हुई चूचियां मेरे सीने से एकदम से चिपक गईं. मुझे मामी के सीने से लग कर बहुत मजा आया लेकिन उस से मेरे दिमाग़ में कोई भी गलत ख्याल नहीं आया था. फिर हम दोनों घर के अन्दर गए.
मामी बोलीं- तू फ्रेश हो जा, मैं तेरे लिए कुछ खाने को लाती हूँ. मैं फ्रेश होकर आया, तब तक मामी चाय ले आईं. मामी जी ने बताया कि मामा जी दस दिनों के लिए गुजरात टूर पर गए हैं. अब हम दोनों बातें करने लगे. बातों में समय का मालूम ही नहीं चला और रात हो गई.
मामी रसोई में खाना बनाने के लिए चली गईं. कुछ देर बाद मामी ने खाना मेज पर लगा दिया और मुझे आवाज दी. हम दोनों ने खाना खाया. खाना के बाद मामी बोलीं- तुम मेरे वाले कमरे में ही सो जाना. मन भी लगा रहेगा. मैंने ओके कह दिया. खाना खाने के बाद मैंने कपड़े बदले. एक लोअर और टी-शर्ट पहन ली. थोड़ी देर बाद मामी नाइटी में आ गईं. मैं उनको देख रहा था, वो बहुत ही सेक्सी लग रही थीं. मुझे यूं देखता हुआ पाकर मामी हंसी और बोलीं- क्या हुआ रियांशु मुझे कभी देखा नहीं क्या? मैं हंस दिया और मामी की सुन्दरता की तारीफ़ की.
मामी ने मुझे थैंक्स कहा. फिर मामी ने लाइट ऑफ कर दी और मेरी साइड में लेट गईं. वे मेरी पढ़ाई के बारे में पूछने लगीं.
यूं ही बात करते करते हमें 11.30 बज गए. तब मामी बोलीं- मुझे नींद आ रही है. मैंने कहा- ओके गुडनाइट. मामी अपनी गांड मेरी तरफ़ करके सो गईं. रात को करीब एक बजे मेरी नींद खुली. मुझे ठंड लग रही थी तो मैं मामी जी की रजाई में घुस गया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया. मेरा हाथ उनके मम्मों पर चला गया था. पहले तो मुझे समझ नहीं आया कि मैंने ऐसा क्या पकड़ लिया मगर मुझे अच्छा लग रहा था तो मैं धीरे धीरे उन्हें दबाने लगा. जब मामी के मम्मों पर मेरा हाथ गया था, तब मैं आधी नींद में था.
मगर अब मेरी नींद पूरी तरह से खुल गई थी और मुझे मजा आने लगा था. मामी के मम्मे बहुत सॉफ्ट थे. मुझे बहुत उत्तेजना हो रही थी. मेरा लंड भी खड़ा हो गया था. मैं अपना लंड उनकी गांड की दरार में रगड़ने लगा. मुझे ये सब करते समय मजा भी आ रहा था और साथ में डर भी लग रहा था कि कहीं मामी जाग ना जाएं.
थोड़ी देर लंड रगड़ने के बाद मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने अपना लंड लोअर से बाहर निकाल लिया और उनकी गांड पर रगड़ने लगा. एक हाथ से मैं मामी के मम्मों को दबा रहा था, दूसरे हाथ से लंड को पकड़ कर गांड में रगड़ रहा था. मेरा लंड फुल टाइट था, सच में बहुत मजा आ रहा था. इसी के साथ में गांड भी फट रही थी.
फिर मेरा पानी निकल गया और वो मामी की गांड पर टपक गया. अब मैं दूसरी साइड करवट लेकर सो गया. सुबह मामी ने मुझे 11 बजे जगाया और बोलीं- तुम नहा लो और नाश्ता कर लो.
उसके बाद मैंने नहाया और कुछ खा कर बाहर घूमने चला गया. वहां अपने पुराने दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने लगा. मैं करीब रात को 9 बजे वापस आया.
मामी मेरा इन्तजार कर रही थीं. वो बोलीं- सारे दिन से कहां था?
मैंने बता दिया कि फ्रेंड्स के साथ था.
उसके बाद मामी बोलीं- चल हाथ मुँह धो ले … और खाना खा ले.
खाना खाने के बाद मैं बोला- मैं सोने जा रहा … आज मैं ज्यादा थक गया हूँ. मैं मामी के कमरे में कपड़े बदल कर लेट गया और कल रात के बारे में सोच रहा था. मेरा लंड फुल टाइट हो गया था. रूम में हीटर चल रहा था तो ठंड नहीं लग रही थी. मैंने सोचा कि आज मामी को लंड दिखाता हूँ. मैं सोने का नाटक करने लगा. मामी एक घंटे बाद आईं और लाइट ऑफ करने लगीं. तभी उनकी नज़र मेरे लंड पर पड़ गई. मेरे लोअर में टेंट बना हुआ था. मामी मेरे खड़े लंड को देखती रहीं, फिर लाइट ऑफ करके मेरे और अपने ऊपर रजाई लेकर लेट गईं.
हम दोनों एक ही रजाई में थे. करीब 1.30 घंटे बाद मैंने देखा कि मामी सो गई हैं. फिर मैं रजाई के अन्दर अपने फोन की लाइट ऑन करके देखने लगा. मामी की नाइटी उनकी जांघों तक उठी हुई थी. उनकी गोरी चिकनी जांघें देख कर मैं पागल सा हो गया और धीरे से अपना हाथ मामी की जांघों पर फेरने लगा. मामी की तरफ कोई प्रतिक्रिया न होते देख कर मुझे गर्मी चढ़ गई और मैंने उनकी नाइटी को और ऊपर कर दिया. यूं ही धीरे धीरे करके मैंने मामी की नाइटी को उनकी कमर तक उठा दिया और लेट गया. अब मैं उनके मम्मों को दबाने लगा, साथ ही मैं अपने एक हाथ से उनकी गांड को भी सहलाता जा रहा था. जब इतने पर भी मामी की तरफ से कोई विरोध होता न दिखा तो मेरी हिम्मत काफी बढ़ गई. मैंने सोचा कि अब मामी की चुत में उंगली करता हूँ.
तब मैंने अपने हाथ को आगे बढ़ाया और उनकी चुत पर रख दिया. मामी की गद्देदार चुत एकदम पकौड़ी सी फूली हुई थी. मैं एक पल रुकने के बाद मामी की चुत को सहलाने लगा. 5 मिनट तक ऐसे ही करता रहा तो उनकी चुत से पानी निकलने लगा. अब मैं समझ गया कि मामी को भी मजा आ रहा है इसलिए ये कुछ नहीं कह रही हैं. फिर मैंने चुत में लंड लगाने की सोची और अपने लोअर से लंड बाहर निकाला और उनकी गांड पर रगड़ने लगा.
तभी मामी धीमे से आह करती हुई बोलीं- अब डालेगा भी … या सिर्फ रगड़ता ही रहेगा. ये कहती हुई मामी पलट कर मेरे ऊपर चढ़ गईं. मेरी गांड फट गई कि ये क्या हुआ. मामी वासना से भर कर बोलीं- तू साला काफी बदमाश हो गया है.
बस वो मुझे लिप किस करने लगीं. मैं उनके मम्मों को दबाने लगा और कुछ ही पल बाद मैंने उनकी नाइटी को उतार दिया. मामी ने कहा- साले तू कल से मुझे गर्म कर रहा है. मैं भी तुझसे उम्मीद कर रही थी कि तू जल्दी ही मेरे साथ खेलने लगेगा. मगर जब तूने कुछ नहीं किया तो मुझे ही आगे बढ़ना पड़ा. मैंने कहा- मामी मैं डर रहा था कि कहीं आपको बुरा न लगे.
मामी- हां सही कह रहा है साले … जब मेरे दूध मसल रहा था और मेरी गांड की दरार में लंड घिस रहा था, तब तुझे डर नहीं लग रहा था. फिर तूने तो हद ही कर दी मेरी चुत को उंगली से रगड़ने लगा. तू क्या समझता है कि किसी की चुत को छेड़ोगे और उसको खबर नहीं लगेगी?
मैंने हंस कर कहा- तो क्या हुआ मामी आप तो मेरी प्यारी मामी हो. अब आप ही तो मुझे चोदना सिखाएंगी न.
मेरी बात पर मामी हंस पड़ीं और हम दोनों चूमाचाटी करने लगे. कुछ ही देर में हम दोनों वासना से भर उठे और जीभ लड़ाने लगे. उन्होंने मेरे कपड़े निकाल दिए. अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे. वो मेरे लंड को देख कर बोलीं- वाह तेरा तो तेरे मामा से भी काफी बड़ा लंड है. ये कह कर मामी किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगीं. कुछ मिनट के बाद मेरा पानी निकल गया. वो न केवल लंड का पूरा पानी पी गईं बल्कि उन्होंने लंड को अच्छे से चाट कर साफ भी कर दिया.
मैंने उनको अपने नीचे लेटा लिया और उनके मम्मों पर टूट पड़ा. मामी कामुक सिसकारियां लेने लगीं- इश्स आआ … आहह! फिर मैं उनकी चुत पर आ गया. हम दोनों 69 पोजीशन में थे. वो मेरे लंड को चूस रही थीं और मैं उनकी चुत को चाट रहा था. मैं मामी की चुत को चाटने के साथ साथ उनकी कचौड़ी सी चुत में अपनी उंगली भी कर रहा था. थोड़ी देर बाद वो झड़ गईं, मैं उनका सारा पानी पी गया. कुछ देर बाद मामी बोलीं- अब पेल दो अपना मूसल … मैं बहुत दिन से नहीं चुदी हूँ प्लीज़ … आ जाओ.
मैं उनके ऊपर आया और लंड को सैट करके एक जोर का झटका दे दिया. मेरा आधा लंड अन्दर चला गया. वो चीख पड़ीं- आंह आराम से कर … बहुत दिन से नहीं चुदी हूँ. उनकी चुत बहुत टाइट थी. मैं लंड पेल कर कुछ पल के लिए रुक गया और धीरे धीरे झटके देने लगा. अब वो भी सहयोग कर रही थीं. मैंने फिर से एक और जोर का धक्का मारा. इस बार मेरा पूरा लंड चुत के अन्दर चला गया. मामी जोर से चिल्ला उठीं- उई मम्मी रे … मर गई रे … साले मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूँ … आराम से कर!
मैं उनके मम्मों को चूसने लगा और धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करने लगा.
अब उनका दर्द कम हो गया था. वो भी गांड उठा कर मेरा साथ देने लगीं. मामी मादक सिसकारियां भर रही थीं- आआ … अहह फाड़ दे … और जोर से कर! मैं भी फुल स्पीड में मामी की चुदाई करने लगा. करीब 15 मिनट बाद मामी झड़ गईं और निढाल हो गईं. मैंने भी लंड बाहर निकाला और एक बार उनसे चुसवा कर उनको घोड़ी बनने के लिए कहा. मामी घोड़ी बन गईं. मैंने पीछे से उनकी चुत में लंड को पेल दिया और जोर जोर से चोदने लगा. पूरे कमरे में फच फच की आवाज़ आ रही थी और मामी की सिसकारियों से सारा माहौल गर्म हो गया था. मैं धकापेल मामी की चुत को ठंडक पहुंचाता रहा. इसी बीच मामी 3 बार झड़ चुकी थीं.
करीब आधा घंटे बाद मेरा पानी भी निकलने वाला था तो मैं और जोर जोर से चुदाई करने लगा और उनकी चूत में ही झड़ गया.
उसके बाद मैंने दस दिन तक अपनी मामी को रोज चोदा. अब जब भी मैं मामी के घर जाता हूँ … तो उनकी मस्त चुदाई का मजा ले लेता हूँ.