NRI भाभी X हिंदी स्टोरी में पढ़ें कि कैसे सऊदी में रहने वाली एक इंडियन भाभी ने अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ कर मुझे मेल किया तो हमारी दोस्ती हो गयी.
दोस्तो, सभी लड़कियों को मेरे खड़े लंड का नमस्कार और सभी भाइयों को लड़कियों की चूत की तरफ से नमस्कार.
मेरी पिछली कहानी थी: रिश्ते में बहन के साथ सेक्स सम्बन्ध
मैं आपके सामने अपनी एक सेक्स कहानी लेकर हाज़िर हुआ हूँ.
ये NRI भाभी X हिंदी स्टोरी मेरी और मेरी एक प्रिय खूबसूरत हुस्न की मलिका पाठिका की है जिसने मुझे सच में जन्नत की सैर कराई थी.
अब आपका ज्यादा समय न लेते हुए मैं आपको अपने बारे में बता देता हूँ.
मेरा नाम अगम है. मैं एक 20 साल का एक मस्त लड़का हूँ. मेरी हाइट 5 फुट 11 इंच है और मेरा रंग थोड़ा सांवला या आप कह सकते हैं कि गेहुंआ है.
मैं दिखने में सही हूँ और मेरे लंड का साइज 8 इंच है.
मैंने अपनी कई कहानियाँ antarvasna3.com पर पोस्ट की थी तो उनमें से एक-दो कहानी
दोस्त की चालू बहन की चुत में मेरा लंड https://www.antarvasna3.com/teen-girls/hot-ladki-sex-kahani/
सऊदी में रहने वाली एक लड़की को पढ़ने मिल गयी थी.
अब मैं उसको लड़की कहूँ या औरत … ये समझ नहीं आ रहा है.
वो शादीशुदा थी, पर वो कमाल की आइटम थी. ऊपर वाले ने उसे बड़ी ही फुर्सत से बनाया था.
वैसे सऊदी में पोर्न साइट्स बैन है तो वो ऑनलाइन कुछ नहीं देख सकती है.
एक दिन मुझे उसका मैसेज जीमेल पर आया कि ‘हैलो अगम मैंने तुम्हारी कहानी पढ़ी और मुझे काफी अच्छी लगी. तुम बहुत अच्छी कहानी लिखते हो. मुझे भी कुछ सेंड करो.’
मैंने उसका रिप्लाई किया और फिर उसको कुछ कहानी भी भेज दीं.
ऐसे ही हमारी बात होनी शुरू हुई.
पहले हमारी बात जीमेल, हैंगआउट्स पर हुई.
तब उसने मुझे बताया कि उसका पति वैसे तो बहुत अच्छा है, पर उसकी टाइमिंग काफी कम है, जिससे वो खुश नहीं हो पाती.
मैंने कहा- कोई बात नहीं, तुमको मैं खुश कर दूंगा.
वैसे फ़लक काफी ज्यादा अमीर थी, उसने मुझे अपने बारे में बताया था, पर वो अपने पति से खुश नहीं थी.
उसका कहना यह था कि केवल पैसों से अमीर होने से क्या होता है. मैं खुश तो नहीं रहती हूँ ना.
कुछ दिन हमारी ऐसे ही बातें हुईं, फिर अगली बार बातों बातों में मैं उसको आप आप करके बात कर रहा था.
वैसे मैं उस हसीन बला के बारे में बताऊं, उसका नाम फ़लक था और वो 32 साल की एक हुस्न की परी थी.
उसका रंग दूध सा, उसकी हाइट 5 फ़ीट और बिल्कुल मखमली जिस्म था. उसका 34-30-36 का जानलेवा फिगर था, जो किसी को भी घायल कर सकता था.
जैसा कि उसने बताया था कि उसके तो काफी दीवाने थे. ऐसे ही मैं भी उसका दीवाना हो गया था.
मेरी उससे बात हो रही थी, मैं उसको आप आप करके बात कर रहा था.
तो उसने मुझसे कहा- मैं तुमको तुम तुम करके बोल रही हूँ और तुम मुझे आप मत बोलो. तुम मुझे फ़लक ही बोलो.
पहले तो मुझे थोड़ा अजीब लगा पर जब उसने जोर देकर बोला तो मैंने भी उसका नाम लेना शुरू कर दिया. इस सेक्स स्टोरी में भी फ़लक ने ही उसका नाम लिखने के लिए बोला था.
इस तरह मेरी उससे हैंगआउट्स पर बात होती रही.
फिर कुछ टाइम बाद हम सोशल मीडिया पर बात करने लगे और हमने अपने नंबर एक्सचेंज कर लिए.
अब हम दोनों व्हाट्सप्प पर भी बात करने लगे.
पहले तो वो मुझे अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ नहीं बता रही थी पर अब उसकी लाइफ में कुछ भी ऐसा नहीं रहा जो मुझे न पता हो.
वैसे वो एक टीचर थी और वो कभी कभी चैट में मेरी क्लास भी ले लेती थी. जिस पर मैं उसकी हर बात पर यस मैम यस मैम बोल देता था.
हमारी बात ऐसे ही चलती रही और वो अपने हस्बैंड से ज्यादा टाइम मुझे देने लगी.
अब तो खैर उसका सारा टाइम मेरा ही है.
फिर हमने वीडियो कॉल पर चैट करना शुरू कर दी. हम दोनों ने काफी बार वीडियोकॉल पर बिना कपड़ों के भी बात की और एक दूसरे को फोन सेक्स के माध्यम से शांत भी किया था. उसको मेरे लंड का साइज बहुत अच्छा लगता था और मुझे वो पूरी की पूरी काफी मस्त माल लगती थी.
वो अपना ज्यादातर टाइम मुझे देने लगी थी. बाकी लंड की जरूरत होने पर वो अपने हस्बैंड से बस ढीलापोला सेक्स कर लेती थी.
मुझे उसकी गांड बहुत पसंद थी, तो मैंने उससे काफी बार कहा था कि जब भी तुम मुझे मिलोगी, मैं तुम्हारी गांड जरूर मारूंगा.
इस पर वो हंस देती और ये बात मजाक में लेती.
वैसे भी हम दोनों शुरू से ही काफी खुली बातें करते थे.
फिर एक दिन मैंने उससे सीरियसली कहा- मुझे तुम्हारी गांड मारनी है.
तो उसने मना कर दिया- मैंने कभी गुदा मैथुन नहीं किया है. मुझे उधर से सेक्स करने में थोड़ा डर लगता है.
मैंने उससे जिद की तो उसने कहा कि एक तो मैं कभी अपनी गांड अपने पति से नहीं मरवाती और मैं अब तक उधर से कुंवारी हूँ. फिर तुम्हारा लंड इतना बड़ा है कि मैं वैसे ही मर जाऊंगी.
मतलब उसने साफ़ मना कर दिया था.
इस बात पर मैं थोड़ा नाराज भी हुआ पर अब मैंने उससे ये कहना छोड़ दिया.
हमारी बात होती रही.
फिर कुछ टाइम बाद हमने मिलने का डिसाइड किया, पर उसका इंडिया ही आना नहीं हुआ. वो एक बार आयी भी थी, पर उसकी फैमिली साथ थी, तो हमें मिलने का मौका ही नहीं मिल सकता था.
हम दोनों नहीं मिल सके.
मगर वो कहते हैं न कि कुछ चीज दिल से चाहो, तो मिल ही जाती है.
एक दिन उसने अचानक से मुझे कॉल किया कि वो इंडिया आ रही है. वो भी अकेली.
इस पर मैं बहुत खुश हुआ. तब मैंने उसके लिए एक सरप्राइज प्लान किया.
फिर वो दिन भी आ गया जब वो आ रही थी.
वो दिल्ली एयरपोर्ट पर मिलने वाली थी तो उसने दिल्ली में एक अच्छे होटल में रूम बुक किया हुआ था.
मैं ट्रेन से दिल्ली पहुंच गया और मैंने एयरपोर्ट के लिए मेट्रो ले ली.
जैसे ही मैं एयरपोर्ट पहुंचा, मुझे फ़लक की कॉल आई.
उसने पूछा- तुम कहां हो?
तो मैंने कहा- मैं बाहर ही हूँ.
वो बाहर आ गयी.
जैसे ही मैंने उसे देखा तो देखता ही रह गया. मेरा मुँह खुला का खुला रह गया.
मैंने उसे काफी बार वीडियोकॉल पर देखा था पर आज तो वो अलग ही रूप में थी.
उसे देख कर मैं पता नहीं, कहां खो गया था.
उसकी वो ब्लैक साड़ी, जिसमें वो किसी एक्ट्रेस से कम नहीं लग रही थी. उसके खुले बाल, उसके होंठों की वो लिपस्टिक, उसके वो 34 नाप के उठे हुए मम्मों से फूला हुआ उसका ब्लाउज, उसकी वो बलखाती 30 की कमर … आहहह … और उसकी वो मस्त 36 इंच की थिरकती गांड मुझे किसी और दुनिया में ही ले गयी.
फिर वो मेरे पास आयी और बोली- क्या हुआ?
मैंने उससे कहा- कुछ नहीं यार मैं तो घायल हो गया हूँ.
तो वो हंस कर बोली- अपना मुँह तो बंद कर लो, सब देख रहे हैं. और तुम मुझे देख कर चौंक क्यों गए? मत चौंको … मैं तुम्हारे पास ही हूँ.
फिर मैंने थोड़ी स्माइल दी और उसने मुझे एक हग किया.
हम दोनों ने कैब ले ली और आगे बढ़ चले.
सच में वो आज मुझसे ज्यादा बड़ी नहीं लग रही थी.
अगर कोई देखता तो यही बोलता कि दोनों में बस 2-3 साल का फर्क है.
फिर अगर वो जींस टॉप पहने होती तो हम दोनों कपल ही लगते.
कुछ ही देर बाद हम दोनों होटल आ पहुंचे.
मैंने रिसेप्शन से रूम की चाबी ली.
हमारे पास एक एक बैग था, तो हमने रूम में पहुंचते ही पहले वो बैग रखे और गेट बंद कर लिए. बस एक दूसरे से जोर से लिपट गए और एक दूसरे की धड़कनों को महसूस करने लगे.
कुछ पल हम दोनों अलग हुए और फ्रेश हुए.
हमने अभी भी अपने कपड़े नहीं बदले थे.
वो बोली- तुम मेरे लिए क्या गिफ्ट लाए?
मैंने अपने बैग से एक ब्लैक कलर की बिकिनी निकाल कर उसे दी.
उसने मुझे थैंक्यू कहा और बोली- मैं बाद में पहन कर दिखाऊंगी.
मैं बोला- तुम्हारे लिए एक सरप्राइज भी है.
वो मुझसे पूछने लगी- वो क्या सरप्राइज है?
मैंने कहा- तुमको पता लग जाएगा, बस इतना जान लो कि एक नहीं, दो सरप्राइज हैं.
वो मेरी तरफ प्यार से देखने लगी.
फिर मैंने उससे पूछा- तुम मेरे लिए क्या लायी हो?
उसने मुझे परफ्यूम दिया और काफी सारी चॉकलेट्स भी.
मैं आपको बता दूँ कि मुझे परफ्यूम और चॉकलेट्स बहुत पसंद हैं.
पर आज तो फ़लक ही मेरी चॉकलेट थी; मुझे उसमें ही अपनी चॉकलेट दिखाई दे रही थी.
उस समय लगभग 12:30 बज रहे थे.
हम बाहर आ गए और एक रेस्टोरेंट में गए.
हमने वहां लंच किया. हम कपल्स की तरह ही वहां गए थे.
फिर हम वहां से निकले, थोड़ा घूमे और वापस होटल आ गए.
तब तक मेरा सरप्राइज भी रेडी हो गया था.
तब 2 बजे होंगे और हम दोनों अपने रूम के बाहर पहुंच गए.
मैंने अपना रुमाल निकाला और उसकी आंखों पर बांध दिया.
वो बोली- ये क्या कर रहे हो?
मैंने उससे कहा- जान रुको थोड़ा, तुम्हारा सरप्राइज वेट कर रहा है.
वो उत्सुक हुई और बोली कि क्या है सरप्राइज … जल्दी बोलो न!
मैंने कहा- रुको न थोड़ी देर.
मैंने हमारे रूम का गेट खोला और हम अन्दर आ गए. मैंने गेट बंद कर दिया.
फिर मैंने उसे फैन के नीचे ले जाकर खड़ा किया और उसकी आखों से रुमाल हटा दिया. पर उससे कहा कि अभी आंख मत खोलना.
वो बैचैन हो रही थी तो मैंने फैन का रिमोट उठाया और उसे चालू कर दिया.
ऊपर से गुलाब की पंखुड़ियां उस पर गिरने लगीं.
वो इससे बहुत खुश हुई और हाथ फैला कर घूमने लगी. वो पंखुड़ियां उसके जिस्म पर भी चिपक गयी थीं जो मुझे बहुत अच्छी लग रही थीं.
उसने मुझे एकदम जोर से हग किया, जिससे उसके 34 के मम्मे मेरी छाती में गड़ गए.
मैंने भी उसे कस कर जकड़ लिया.
उसने मुझे ‘आई लव यू …’ बोला, तो मैंने भी उसे ‘आई लव यू टू …’ बोला.
हम दोनों 2 मिनट बाद अलग हुए और एक दूसरे को मुस्कुरा कर देखने लगे.
उसकी आंखों में अब वासना के डोरे तैर रहे थे.
वो बेड के दूसरी साइड गयी तो उसने देखा कि बेड पर भी वो ही पंखुड़ियां बिछी हुई हैं और साइड में एक दिल भी बना हुआ है.
वो आज बहुत खुश थी.
मैंने अंदाज भी नहीं किया था कि वो इतनी खुश होगी.
पर वो हुई.
फिर वो बोली कि ये दिन मेरी लाइफ का एक यादगार दिन रहेगा, जिसे मैं कभी नहीं भूल सकूंगी.
मैंने कहा- अभी तो काफी कुछ है याद रखने को.
तो वो चहक कर बोली- सच!
मैंने हां कहा.
मैंने देखा कि उसके होंठों पर भी एक गुलाब की पंखुड़ी लगी हुई थी पर मुझे समझ नहीं आया कि उसके होंठ ज्यादा अच्छे हैं या वो पंखुड़ी.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींचा, अपना एक हाथ उसकी कमर में डाल दिया.
मेरा स्पर्श पाते ही उसके जिस्म में हलचल हुई.
मैंने दूसरे हाथ से उसका मुखड़ा ऊपर किया और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए.
उसके होंठों का मीठा रस मेरे होंठों को जन्नत का सुख देने लगा.
वो भी मेरा साथ दे रही थी और मेरे होंठ चूस रही थी.
उसने अपने दोनों हाथ मेरी गर्दन में डाले हुए थे.
हम दोनों एक दूसरे के मुँह में अपनी जीभ डाल रहे थे.
न तो वो हटने का नाम ले रही थी और न ही मैं.
तकरीबन 10 मिनट तक खतरनाक वाली किस के बाद हम अलग हुए और सांस ली.
एक दो पल ठहरने के बाद मैंने फिर से उसे किस करना शुरू कर दिया.
अब मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा था जिससे वो पागल सी होने लगी.
वो अपने दोनों हाथ उठाकर कभी अपने बालों में फिराती, तो कभी मेरे सर में!
मैं समझ गया कि उसके साथ ऐसा बहुत टाइम बाद हो रहा था इसीलिए उसकी ऐसी हालत हो गयी है.
फिर वो जरा पीछे को हुई और मेरी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए.
जल्द ही उसने मेरी शर्ट निकाल दी और मेरी छाती पर, गर्दन पर किस करने लगी.
वैसे उसकी लिपस्टिक अब उसके होंठों पर कम … और मेरे होंठों पर ज्यादा थी.
वो लिपस्टिक मेरे होंठों से उसकी बॉडी पर भी लग रही थी.
मैंने उसकी साड़ी का पल्लू उसके कंधे से नीचे सरका दिया और उसे पकड़ कर उसकी साड़ी अलग करने लगा.
वो भी घूम कर अपनी साड़ी अपने जिस्म से अलग कराने लगी.
अब वो बस ब्लाउज और पेटीकोट में मेरे सामने थी और मैं अकेली जींस में था.
वो क़यामत लग रही थी और मेरी तरफ कातिलाना नजरों से देख रही थी.
मैंने उसे बेड पर धक्का दे दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.
मैं अब उसके जिस्म को किस करने लगा. मैंने ऐसा कोई भी हिस्सा नहीं छोड़ा जहां किस न किया हो.
फिर मैं उसकी गर्दन पर किस करते हुए थोड़ा नीचे आया और उसके मम्मों से थोड़ा ऊपर छाती पर किस किया.
वो मुझे अपनी बांहों में भरे हुई थी और अपने हाथ मेरे बालों में फिरा रही थी.
दोस्तो, मेरी ये NRI भाभी X हिंदी स्टोरी काफी रसीली है. मुझे पूरी उम्मीद है कि आपको मजा आएगा. आप बस मुझे अपने मेल भेज कर बताएं कि आपको कैसा लग रहा है.