मेरा नाम रजत मिश्रा है, मैं गोरखपुर का निवासी हूं, मैं 24 साल का युवक हूं. मेरी हाईट 6 फिट है और लंड का साइज स्केल से नापा हूं साढ़े 7 इंच है और मोटाई 2 इंच है. मेरा रंग गोरा है और बॉडी नार्मल है.
पर मैं जो आपको कहानी बताने जा रहा हूँ, वो एकदम सच्ची घटना है जो मेरे साथ दो महीने पहले जून में हुई थी.
मैं उस वक़्त ज्यादातर समय फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पे देता था, दिन भर ऑनलाइन रहना मेरी आदत थी. तो ऐसे ही मैंने एक फोटो अपलोड की जो बहुत ही खूबसूरत थी.
दो दिन बाद मेरे फ़ेसबुक पर संदेश आया- हेलो, ये फ़ोटो आपने मेरे घर के पास ली है?
तो मैंने कहा- आप फलाने जगह रहती हो क्या?
तो उधर से जवाब आया- हाँ!
तो मैंने उनका नाम पूछा क्योंकि इंस्टाग्राम पे लोग अजीब नाम रखते हैं.
उसने अपना नाम जीनत (काल्पनिक नाम) बताया और फिर शुरू हो गई हमारी बात… तो धीरे धीरे हम दोनों कुछ ही दिनों में बहुत खुल कर बात करने लगे थे और कुछ ही दिनों क्या मुश्किल से सात दिन बाद वो मुझे बोली- मुझे आपसे मिलना है!
तो मैंने भी हाँ कर दी मिलने के लिए!
उसने मेरा नम्बर मांग लिया और कहा- मैं खुद आपको कॉल करूँगी शाम को!
और कहा- मुझे कुछ बताना है आपको!
तो मैंने भी हाँ कह दिया और इंतज़ार करने लगा.
उसका शाम को मुझे कॉल आया कि वो मॉल के पास है और पूछा- आप आओगे या मैं आ जाऊं आपको लेने?
तो मैंने कहा- आ जाओ!
वो अपनी स्कूटी से आ गई मेरे घर के पास और हम दोनों साथ चल दिये.
उसने बुरका पहन रखा था तो मुझे अजीब लग रहा था.
उसने कहा- आप चलाओ, मैं पीछे बैठ जाती हूँ.
फिर कुछ दूर चलने के बाद उसने कहा- कहीं अकेले ले चलो जहाँ कोई न हो!
तो मैंने कहा- ये मेरा शहर तो है पर मुझे ऐसी किसी जगह के बारे में नहीं पता!
उसने कहा- ठीक है, तब हम स्कूटी पर चलते चलते ही बातें करते हैं.
और हम बातें करने लगे.
मैंने पूछा- क्या बोलना था आपको?
उसने बताया कि वो शादीशुदा है और उसका पति बाहर रहता है, दो साल से वो अकेली है.
तो मैं भी भौंचक्क होकर उसको देखने लगा. मैं बस उनकी आंखें ही देख सकता था, अभी तक उसको देखा नहीं था.
मैंने कहा- मुझे कोई दिक्कत नहीं कि आप शादीशुदा हो या नहीं… बस मेरी दोस्त रहना!
तो उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और कहा- मुझे ये सुन कर अच्छा लगा!
ऐसे घूमते हुए हम रात को 12 बजे घर आये, उसने मुझे घर छोड़ दिया और वापस अपने घर चली गई.
फिर रात को वाट्सएप पे खूब चैट होने लगा. मैंने स्टार्ट किया सेक्स चैट तो उसको अच्छा नहीं लगा और उसने कहा- मुझको अच्छा नहीं लग रहा!
तो मैं अपनी वौइस रिकॉर्ड करके उसको भेजने लगा.
मेरी आवाज बहुत भारी है तो रात में और भारी हो गई और मैं बातों बातों में उनको गर्म करने लगा पर सीधे तरीके से…
और मेरा काम बनने लगा, वो गर्म होती जा रही थी और धीरे धीरे वो पागल होने लगी और मेरे लंड का फोटो मांगने लगी.
मैं भी ठहरा एक नम्बर का चोदू लौंडा… मैंने कहा- मिलोगी तो देख लेना!
तो उसने कहा- आ जाओ घर पे!
मैंने कहा- अभी नहीं, कल रात में!
और किसी तरह उसको फ़ोन पे चोद कर शांत किया.
और फिर अगले दिन का इंतज़ार करने लगा.
और फिर रात आई, जिसका मुझे इंतज़ार था.
वो मुझे शाम को ही लेने आ गई, मैंने भी कॉन्डम का पैकेट ले लिया और उसके साथ चल दिया.
वो एक फ्लैट लेकर रहती थी. उसके घर में जाने के बाद मैं नजर बचा कर उसके रूम में पहुँचा तो उसने मेरे लिए बिरयानी बना रखी थी और मुझे खिलाने लगी.
कुछ देर बात करने के बाद मैंने अपने काम को अंजाम देना शुरू कर दिया.
अरे… मैंने बताया नहीं आपको कि उसने जब बुरका उतारा तो मैं उसको देखता रह गया… ऐसा लग रहा था कि कोई हूर मेरे सामने हो… एकदम दुबली पतली और खूबसूरत… जैसे खुदा ने फुरसत से बनाया हो उसको!
फिर मैं और वो बेड पे आ गए और बात करने लगे. धीरे धीरे हमारे होठों का मिलन होने लगा और काफी देर तक एक दूसरे चूसते रहे होंठ… जैसे हम दोनों के होंठ एक दूसरे को देख कर पागल हो गए हों.
फिर उसने अपने कपड़े निकाल दिए और मेरे लोवर में हाथ डालने लगी और मेरे लंड को बाहर निकाल कर मेरे लंड को देख कर बोली- बाप रे… इतना बड़ा? मुझे नहीं पता था कि किसी का इतना बड़ा भी हो सकता है. ऐसा तो सिर्फ इंग्लिश मूवी में होता है.
उसने मेरे लंड के सुपारे को मुँह में ले लिया और चूसने लगी. मुझे तो जन्नत नसीब हो गया था, ऐसा लग रहा था मुझे! मैंने पहली बार नहीं चुसवाया था, इससे पहले भी बहुतों को चुसवा चुका हूं पर इसकी बात कुछ और थी.
मुझे जब लगा कि मेरा निकल जायेगा तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसकी टांगों को फैला कर नीचे की तरफ आ गया और धीरे धीरे उसकी चुत को सहला कर चूसने लगा.
वो तो पागल हो गई थी… ऐसा लग रहा था!
मैंने भी उसकी गुलाबी चुत को लाल कर दिया था चूस चूस कर… उम्म्ह… अहह… हय… याह… वो पागल होकर मेरे बाल पकड़ कर मेरे सर को अपने चुत में डालने लगी और पागलों की तरह दबाने लगी.
कुछ ही देर में उसका पानी निकल गया जिसको मैंने हल्का सा चख लिया. मुझे ये सब अच्छा नहीं लगता तो मैं उसकी टांग को ऊपर किया और नीचे तकिया लगा दिया.
वो भी कहने लगी- डाल दो मेरी चुत में अपना लंड!
और एक शॉट में ही आधा लंड उसकी चुत में डाल दिया तो वो रोने लगी.
मैं कुछ देर वैसे ही पड़ा रहा और फिर धीरे धीरे अपना लंड आगे पीछे करने लगा.
वो कह रही थी कि 2 साल से किसी के साथ किया नहीं तो चुत थोड़ी टाइट हो गई है.
फिर जब उसको मजा आने लगा तो मैंने पूरा का पूरा लौड़ा उसकी बुर में उतार दिया, वो एक तड़पती मछली की तरह हो गई थी. मुझे इतना गर्म महसूस हो रहा था कि आपको बता नहीं सकता!
मैंने बहुत बुर चोदी थी पर इसके जैसी कोई नहीं थी.
ऐसे करते करते मैं 20 मिनट तक उसको चोदता रहा, इस बीच वो झड़ गई थी.
इस तरह मैंने उसको पूरी रात एक बाजे की तरह बजाया.
सुबह 5 बजे उसने कहा- अब आपको जाना होगा!
तो मैंने फिर एक राउंड उसको बाथरूम में चोदा, फिर उसको किस किया और जाने लगा.
उसने मुझे एक पैकेट दिया और गाड़ी की चाभी और कहा- शाम को फिर आ जाना! मैं आपका इंतजार करूँगी और कहा- ये पैकेट घर जाकर खोलना !
मैं उसकी स्कूटी लेकर आ गया और जब घर आकर पैकेट खोला तो उसमें दस हजार रुपये थे, साथ में लेटर था, जिसमें लिखा था कि ये तुम्हारे लिए नहीं, मेरे बाबू के लिए है जो रात भर मेरे बाबू को सोने नहीं दिया और मुझे मज़े दिये, इसको अच्छे से रखना क्योंकि ये बहुत अच्छे से अपना काम करता है.
उसके बाद मैंने उसको एक महीने तक खूब पेला और उसकी चार सहेलियों को भी पेला.
मैं अब एक छोटे शहर का एक नामी जिगोलो बन गया था.
उसके बाद तो मैंने बहुत सी भाभी और आंटी को चोदा और उनको खुश किया.