हेलो दोस्तो मेरी पहली टॉप मा बेटा स्टोरीस मा को चोदा पढ़ने के लिए शुक्रिया अब आगे..
maa ki chudai karta raha beta
अशोक ने मुझे उठाके चेर पर रख दिया और मा के साइड पर जाके लेट गया मैं डर रहा था की ये अशोक कर क्या रहा है पापा जाग गये तो आज मम्मी तो गई इतने मे मैने देखा अशोक मेरी नंगी मा के बदन पर हाथ फेर रहा था और फिर धीरे धीरे मा की चुत तक जा पहुचा और मा की चुत मे उंगली करने लगा मा की नींद भी धीरे धीरे टूट रही थी.
लेकिन उनकी आखे अभी भी बंद थी उन्हे लग रहा था ये सब पापा कर रहे है लेकिन ऐसा था नही मा ने अशोक को कसके गले से लगा लिया और उसकी हरकत का मज़ा ले रही थी बिना ये देखे की उसकी चुत के साथ कोन खेल रहा था और अशोक ने मा को चूमना शुरू कर दिया और मा का हाथ अपने लंड पर रख दिया.
फिर मा की आखे खुल गई वो अशोक को देखके शोक होके उठ बैठी और उन्होने एक बार पापा की तरफ देखा और अशोक को जाने का इशारा किया बट अशोक नही हिला उसने मा को लंड की तरफ इशारा किया और कहा पहले इसे चूस मा को कुछ समझ नही आ रहा था की वो क्या करे.
लेकिन फिर उन्होने अशोक की बात मान ली और अशोक का मोटा लंड चूसना शुरू कर दिया और अशोक भी बड़े मज़े मे अपना लंड चुस्वा रहा था अशोक मा को पता नही क्या इशारा कर रहा था लेकिन मा बार बार मना कर रही थी.
तो अशोक उठ बैठा और उसने मा को अपने उपर खिच लिया और फिर उन्हे उल्टा कर दिया अब वो लोग 69 पोज़िशन मे थे मुझे डर लग रहा था की अगर पापा जाग गये तो आज शायद मा को बहोत मार पड़ेगी बट मा और अशोक को इन बातो की पड़ी ही नही थी 2नो एक दूसरे को मज़ा देने मे लगे हुए थे.
अशोक मा की चुत मे उंगली करे जा रहा था और मा उसका लंड चूस रही थी अचानक से पापा पलट गये और 2नो की जान जैसे निकल गई अब पापा का मूह मा के साइड था 2नो ने बेड के नीचे उतर गये और बेड के नीचे ज़मीन पर लेट गये.
फिर से एक दूसरे को मज़ा देने लगे अचानक मा की चुत ने जोरदार पानी छोड़ दिया और मा के मूह से आवाज़ निकल गई और पापा की नींद भी टूट पड़ी और वो बोल रहे थे क्या हुआ मीनू तुम्हे मा जल्दी से उपर बेड पर लेट पापा को हाथ फेरते हुए बोली कुछ नही आप सो जाइए और पापा के कुछ टाइम बाल सहलाने से पापा फिर से सो गये उसके बाद अशोक उठा और अपने लंड को लेके मूठ मारने लगा मा ने उससे विनती की की अब वो चला जाए बट वो मूठ मारने लगा.
फिर उसने पिचकारी मारी और सारा कम बिस्तर और मा के उपर गिराके चला गया और मुझे उठाके बेड पर पटक गया उसके वीर्य की बदबू मुझे आए जा रही थी.
लेकिन मेरी मा उसे चाट रही थी और खुश होके लेट गई अगले दिन अशोक की मा आ चुकी थी और मा और अशोक को कुछ करने का मौका नही मिला और मा बस गुस्सा दिखाए जा रही थी.
लेकिन रात मे जब पापा ने मा को फोन कर बताया की वो आज नही आएँगे तो मा की खुशी का तो मानो कोई ठिकाना ना रहा उन्होने मुझसे कहा की मैं ये बुक अशोक अंकल को जाके उपर दे दू कहना मम्मी ने दिया है मैने ऐसा ही किया बट जाते वक़्त मैने देख लिए मा ने एक पेपर मे लिखा था आज रात मेरे पति नही आएँगे मुझे तुम्हारा इंतेजर रहेगा जल्दी आना..
अपनी मा को सुलाके मैने जाके वो अशोक को दे दिया और नीचे आ गया नीचे आके देखा तो मा नहा रही थी कुछ टाइम बाद वो टॉवेल लपेट रूम मे आई और एक लाल कलर की साड़ी पहन के एक दम सज धजके दुल्हन की तरह बेड पर बैठ गये मैने मा से पूछा की वो क्या कर रही है.
तो वो बोली कुछ नही बस सोने की तैयारी तुम भी सो जाओ जल्दी से मैं भी लेट गया और मुझे नींद भी आ रही थी मैं बस सोने ही वाला था की मुझे आवाज़े आने लगी मा की कितना टाइम लगा दिया तुमने तो अशोक बोला कोई नही अब आ गया हू ना रात भर प्यार करूँगा. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
फिर क्या था मेरी मा दुल्हन की तरह लेट गई और अशोक मेरी मा के उपर चढ़के उसके गर्दन को चूमने लगा और फिर धीरे धीरे उसने मा की ब्लाउस निकाल फेकि और और उसकी चुचियो को ब्रा से भी निकाल लिया और उसे चूसने लगी और मा धीमी आवाज़ मे ओहस अशोक अह्ह्ह्ह उम्म्म किए जा रही थी की तभी अशोक ने मा की बूब्स पर एक थप्पड़ मार दिया.
मा अह्ह्ह्ह करके बोल उठी तो अशोक बोला साली अपने पति को नाम से बुलाती है तो मा बोली ओह्ह्स मेररे राजा मुझे माफ़ कर दे अह्ह्ह्ह उम्म्म अशोक ने कुछ ही टाइम मे मा के बदन को चूस्ते चूस्ते मा को पूरा नंगा कर दिया और खुद भी हो गया और मा को घुरने लगा मा एक दम मस्त लग रही थी नंगी होके और अशोक उसे घूर रहा था.
फिर अचानक उसने मा को लेटा दिया और उसकी टांगे फैला दी और कहा आज तेरी चुत चाटूँगा मा ने शायद आज से पहले कभी चुत नही चटवाए थी और जैसे अशोक ने मा की चुत को चूसना शुरू कर दिया तो मा पागल सी हो गई उसका बदन अकड़ सा गया वो अशोक के बाल को खिचने लगी और अह्ह्ह्ह उम्म्म्म ऑश करके आवाज़े निकालने लगी उसकी आवाज़ तेज थी.
तो मैने उठने का नाटक किया तो मा ने जल्दी से अपने उपर चद्दर डाल लिया मैने मा से पूछा क्या हुआ मा तो मा बोली ओह बेटा उम्म्म अह्ह्ह्ह तू सो जाआअ उम्म्म मुझे बस अह्ह्ह्ह्ह थोड़ा दर्द हो रहा है उम्म्म्म अहह मैं चुपचाप लेट गया.
लेकिन मुझे पता था मेरी मा को कोई दर्द नही हो रहा वो बस मज़े लूट रही है चद्दर के नीचे अशोक मा की चुत को अपने दातो से खुरेद रहा था और माआ ओह्ह्ह्ह्ह राजा उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह अहह उउउउù मे झड़ने वाली हू उम्म्म्म अहह ओह्ह्ह कर झड़ गई..
जब अशोक चद्दर से बाहर निकला तब पसीने से भीगा हुआ था साथ मे मेरी मा के चुत के पानी से भीगा हुआ था और वो साइड मे लेट गया इतने मे मा उसकी तरफ पलटी और बोला तुमने अभी जो किया उसने मुझे पागल बना दिया तुमने आज मुझे वो मज़ा दिया जो मेरे पति ने कभी नही दिया उम्म्म्म उम्म उसने मा को बाहो मे भर लिया और बोला अभी तो शुरूवात की है.
उसके बाद अशोक फिर से मा के उपर आ गया और चद्दर ढक ली ताकि मुझे कोई नज़ारा ना दिख जाए उसने मा की टाँगे उपर की और पोज़िशन बनाए और अपना मोटा लंड मा की चुत मे पेल दिया और माआ की अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करते हुए आवाज़ निकल गई उसका लंड मा की चुत के लिए बड़ा था मा अपने सर को इधर उधर हिलाने लगी..
और अशोक से कहने लगी प्लीज़ निकालो इसे दर्द हो रहा है बट अशोक ने ऐसा नही किया वो मा के होटो को अपने होटो मे दबाके मा को चोदने लगा और माआ अह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह गुउुउ गुऊु की आवाज़े आ रही थी..
वो अशोक को कह रही थी प्लीज़ निकालो अह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह्ह्ह बट अशोक नही निकाल रहा था नाही चोदना बंद कर रहा था और माआ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्मम ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उउउउउउउ अहह मररर्ररर गई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह्ह्ह प्लज़्ज़्ज़ अहह उम्म्म्म किए जा रही थी.
लेकिन मैं इस बार कुछ बोला नही बस आखे खोलके देख रहा था और अशोक ने मुझे देख लिया और मुझे मा को चोदते हुए बोला सोजा मैं तेरी मा का दर्द ठीक कर रहा हू इसलिए चिल्ला रही है सो जा मैं आखे बंद करके लेट गया और वो मा को पेलता रहा.
थोड़े टाइम बाद पूरा कमरा पट्त्त पट्त्त पट्त्त पट्त्त पट्ट की आवाज़ो से गुज़जज रहा था मा की आवाज़े भी अब बदल गई थी वो अह्ह्ह्ह उम्म्म ओह्ह्ह्ह्ह मेरर राआजा अह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्मम ओह्ह्ह्ह करके मज़े से चुद रही थी उनके झटको से कंबल पूरा हट चुका था और वो मा की मस्त चुदाई कर रहा था मा मुझे देख रही थी की कही मैं देख तो नही रहा क्यूकी 2नो अब बिल्कुल नंगे थे मेरे सामने..
लेकिन शायद मा को भी कोई फरक नही पढ़ रहा था वो तो बस चुदे जा रही थी और बोल रही थी ओह्ह्ह मेररे रज्जाआ अह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म मुझे और्र्रर जोर्र्र से चोदो अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेरि चुत को अप्प्प्ने लंड से उम्म्म्म अह्ह्ह्ह सज़ा दोह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म और अशोक ने मा को और तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया उपर बेड हिल रहा था.
और अचानक उसने पूरा माल मा के उपर गिरा दिया और वही लेट गया मा और वो बुरी तरह हाफ़ रहे थे मा और वो एक दूसरे को चूमते हुए कुछ टाइम लेट गये मुझे लगा चलो हो गया जो होना था मा भी खुश नज़र आ रही थी और उनका एक हाथ अभी भी अशोक के लंड पर था जिसे वो हिला रही थी मैं भी अब दूसरी तरफ मूह करके लेट गया लेकिन कुछ टाइम बाद मेरी नींद फिर से मा की आवाज़ से टूट गई.
इस बार अशोक मा की एक टाँग उठाके उसे चोद रहा था लेटे लेटे लेकिन उन लोगो ने फिर से चद्दर ढक ली थी मुझे बस मा की चुचिया उपर नीचे हिलते दिख रहे थे मैं अब और नही देखना चाहता था मैं लेट गया.
लेकिन थोड़े टाइम बाद जब मैने आख खोली तो अशोक मा को कुत्तिया बना रहा था और बोल रहा था चल साली अब कुत्तिया बन जा जो की तू है हाहाहा मा कुत्तिया की पोज़िशन मे बैठ गई.
अशोक ने अपना लंड फिरसे पेल दिया और मा को चोदना शुरू कर दिया और माआ ओह्ह्ह्ह अशोकककक अह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्मम अह्ह्ह्ह्ह्ह बहोत मज़ा आ रहा है उम्म्म्म चोदो मैईईईई तुम्हारिई कूफीतय्ाआ हू मुझे कुतियाअ की तरह जोरो से चोदो अह्ह्ह्ह्ह मा की बूब्स बुरी तरह हिल रही थी.
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अशोक मा को चोद रहा था और मा ने इस बार चद्दर मेरे आखो के सामने कर दी ताकि मुझे कुछ ना दिखे और वो मज़े मे चुदे जा रही थी फिर पूरी रात अशोक ने मा को कभी घोड़ी बनाके कभी अपने लंड के उपर बैठाके चोदा और मा की चुत को सूजा दिया.
मा अब उसे मना करने लगी बट वो कहने लगा बस साली थोड़ा और बस थोड़ा और मा रोने लग गई थी बट उसे कोई परवा नही था वो चोदे जा रहा था और टोटल 5 राउंड बाद वो मा के मूह मे अपना लंड का वीर्य गिराके चला गया मा उसके पानी से नहा चुकी थी और वो वैसे ही नंगी लेट गई.
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