हेलो दोस्तो मैं विक्रम आज बहोट टाइम बाद आप सब के लिए अपनी एकदम नयी कहानी ले कर आया हूँ. जो की मेरे साथ हाल मे ही घटी है. दोस्तो ये कहानी एक दम सच्ची और मस्त है. मुझे उमीद है आप को मेरी ये कहानी भी पसंद आएगी. आज की कहानी मेरे और मेरे पड़ोस मे रहने वाली एक मस्त और हॉट भाभी के बीच हम दोनो के सेक्स की है.
कहानी शुरू करने से पहले मैं आप को अपने बारे मे बता हूँ. जैसा की मैने आप को बताया की मेरा नाम विक्रम है. और मेरी उमर 24 साल है. मैं अभी बी.कॉम फाइनल ईयर मे हूँ. और मैं दिखने मे हैंडसम हूँ. मेरी बॉडी कुछ खास नही है पर मैने अपने आप को काफ़ी मेनटेन रखा हुआ है.
मैं अपने से ज़्यादा अपने लंड का बहोट ख़याल रखता हूँ. क्योकि अगर मर्द का लंड किसी के काम नही है तो वो किसी काम का नही होता है. इसलिए मैं अपने को हमेशा एकदम चिकना और सॉफ सुथरा रखता हूँ. मैने सब से पहले अपने स्कूल मे पढ़ने वाली इंग्लीश की टीचर को चोदा था और कुछ दीनो बाद उसकी बड़ी बेटी को भी चोद दिया था.
फिर मैं कॉलेज मे आया और कॉलेज के पहले ही महीने मैने अपनी क्लास की 2 लड़कियो को अपने रॉकेट की सैर करा दी थी. लास्ट ईयर तक आते आते मैने करीब 12 लड़कियो और अपनी 2 टीचर्स को अपने लंड का सवाद चका दिया है. टीचर्स तो साली इतनी प्यासी है की अब तक मुझसे चुदति है.
मैं जहा पर रहेता हूँ वाहा पर आज से 4 महीने पहले एक नयी फैमिली शिफ्ट हुई थी. उनकी फैमिली मे हस्बैंड वाइफ और उनके 2 बच्चे थे. भाईया का नाम सुनील था जो की एक फ़ार्मा कंपनी मे मार्केटिंग का काम करते थे. भाभी का नाम टीना था और वो घर मे अपने बच्चो को संभालने के साथ साथ पूरा घर भी संभालती थी.
कुछ भी कहो साली टीना भाभी दिखने मे पूरी मॉडेल थी. इतनी सेक्सी और हॉट भाभी मैने आज तक नही देखी थी. रंग गोरा और बूब्स ना तो ज़्यादा बड़े और ना ही ज़्यादा छोटे. उन बूब्स को कोई भी देख कर एक दम पर्फेक्ट बूब्स ही कहेगा इतने सेक्सी बूब्स थे उसके. उसके चेहरा ही इतना मस्त और सेक्सी था की हम जैसे लड़के तो उसके होंठो को देख कर ही मूठ मार लेते थे. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
टीना भाभी का फिगर एक दम सन्नी लीयोन जैसा था. मुलायम और सॉफ्ट थोड़े थोड़े बाहर निकले हुई गांड. जिसे देख कर एक ही मन करता था की बस इन्हे हाथ मे ले कर दबा दो बस. भाभी सच मे बहोट सेक्सी थी. हमारे मोहल्ले के क्या आस पास के भी काफ़ी लड़के उसके पीछे पड़े हुए थे.
हर कोई भाभी को अपने नीचे सुलाना चाहता था. मैं भी उसे पहली बार देख कर उसी का होकर रह गया. मैं किसी भी हालत मे टीना भाभी की चूत को मारना चाहता था. पर मैं अभी तक उन्हे छुप-छुप कर देखने के सिवा और कुछ नही कर पा रहा था. उनके सेक्सी जिस्म मेरी आँखो मे बस गया था. मैं अब सुबह शाम उनको याद करके मूठ मारता था.
जब मैं अपने कॉलेज से फ्री हुआ तो मैं पूरा दिन अपने घर पर ही रहेने लग गया. तब मैने देखा की भाभी मेरे घर भी आती है और मम्मी से बातें करती है. मैं अपने रूम मे से उन्हे छिप कर देखता था. और जब वो छत पर कपड़े सुखाने के लिए आती तो मैं भी किसी ना किसी बहाने से छत पर आ जाता था. और भाभी को देखता था.
और भीगे हुए कपड़ो मे इतनी सेक्सी लगती थी की बस पूछो मत. कपड़े गीले होने की वजह से उनके जिस्म से पूरे चिपक जाते थे. और उनका असली फिगर मेरे सामने आ जाता था. कहीं बार तो मेरे लंड ने ऐसे ही अपना पानी निकाल दिया था. अब मैं समझ गया था की अब मुझे कैसे भी करके भाभी से बात शुरू करनी ही पड़ेगी.
इसलिए जब भी भाभी छत पर आती तो मैं भी किसी ना किसी बहाने से उप्पर आ जाता था. और एक दिन मैने उनसे बात शुरू कर दी. और उस दिन के बाद हम दोनो अक्सर बातें करने लग गये. भाभी अब जब भी मेरे घर पर आती थी. तो वो मुझसे भी बातें करने लग जाती थी. भाभी जान कर मम्मी के सामने मुझसे अपने कुछ काम करवाती थी. जिसे मम्मी को शक हो की हम दोनो मे कुछ है.
एक दिन की बात है मैं भाभी के घर गया तो मैने देखा की भाभी अपने 2 साल की लड़की को अपने बूब्स से दूध पीला रही थी. मुझे उनका लेफ्ट वाला बूब्स पूरा दिख गया और मैं गोरा बूब्स देखते ही पागल हो गया. मेरा दिमाग़ पागल सा हो गया मैरा दिल कर रहा था की अभी बूब्स को मूह मे डाल कर चूस लू. जैसे ही भाभी ने मुझे देखा तभी भाभी ने अपने बूब्स को छुपा लिया.
मैं उनके घर सिर्फ़ 5 मिनिट ही बैठा और फिर अपने घर आ कर मैने सब से पहले भाभी के गोरे बूब्स को याद करके मूठ मारी. तब जा कर मेरा दिमाग़ सेट हुआ और मेरा लंड भी शांत हो गया. मैं उस रात पूरी रात नही सो पाया मेरी आँखो के सामने पूरी रात भाभी का बूब्स घूमता रहा. मेरा सोना बहोत मुश्किल हो गया था. मैने इसलिए सोचा की किसी भी हालत मे कल भाभी के घर जा कर उन्हे चोदना ही पड़ेगा. इसलिए मैं सोने से पहले भाभी के नाम की मूठ मारी और मैं सो गया.
सुबह मैं उठा और तैयार होकर 11 बजे भाभी के घर गया. मैं जाते ही सोफे पर बैठ गया और भाभी को आवाज़ दी. भाभी किचन मे थी इसलिए वो थोड़ी देर तक आने वाली थी. तभी मैने देखा की टेबल के नीचे मैनफोर्स के 4 बड़े बॉक्स पड़े है. मैं देख कर हैरान रह गया की भाभी को भाईया इतने चोदते है की महीने भर के कॉन्डोम एक साथ ही ला कर रखे हुए है.
कुछ ही देर मे भाभी आ गई और वो मेरे सामने बैठ कर मुझसे बातें करने लग गई. तभी मैने पूछ लिया की भाभी इतने सारे कॉन्डोम लगता है भाभीया बहोत ही वो है. भाभी बोली नही नही विक्रम तुम बहोत ग़लत सोच रहे हो. दरअसल ये बॉक्स सप्लाइ के लिए है वो आज जाते हुए भूल गये ले जाना. वैसे तुम्हारी कॉलेज मे गर्ल फ्रेंड नही है क्या.
भला अब कोई लड़का क्यो कहेगा की उसकी पहले कोई गर्ल फ्रेंड है या उसने कभी पहले सेक्स किया भी हुआ है. इसलिए मैने भाभी को सॉफ ना कर दिया. तभी मैने पूछा वैसे भाईया कॉन्डोम यूज़ करते है. भाभी बोली नही करते थे और वैसे तुम तो ऐसे पूछ रहे हो की जैसे तुमने कॉन्डोम कभी ट्राइ तक नही करा.
मैं बोला अच्छा भाभी तभी इतनी जल्दी आप के 2 बच्चे है. और मैने कभी सेक्स ही नही किया तो कॉन्डोम की क्या ज़रूरत है. और किस्मत देखिए ज़रा जो सेक्स करता है वो कॉन्डोम यूज़ नही करता है और जो सेक्स नही करता आज उसके सामने कॉन्डोम ही कॉन्डोम पड़े है. और लोग उसे कह रहे है की तू कॉन्डोम यूज़ किया कर.
भाभी ने कहा तू भी कॉन्डोम यूज़ किया कर कहीं पहले 2 साल मे ही 2 बच्चे कर दे. वरना सेक्स का मज़ा ही नही आएगा.
मैं बोला क्यो भाभी भाईया अब आपके साथ सेक्स नही करते क्या.
ये सुनते ही भाभी एक दम उदास हो गई वो कुछ नही बोली. मैं समझ गया की क्या बात है वो रोने ही वाली थी तभी मैं उनके पास गया. और उन्हे अपनी भाहों मे भर लिया. मैने बड़े प्यार से उनके आसुओ को सॉफ किया. इस से पहले मैं कुछ करता भाभी ने खुद ही मेरे होंठो को चूमना शुरू कर दिया.
भाभी ने शुरुवात तो कर दी थी पर अब एंडिंग मुझे करनी थी. इसलिए मैं उनका सिर पकड़ा और उनके होंठो को ज़ोर-ज़ोर चूसने लग गया. जिन होंठो को देख मैं मूठ मारता था आज मैं उन्हे ही चूस रहा था मुझे यकीन नही हो रहा था. होंठो को 15 मिनिट तक चूसने के बाद मैने उनके सारे कपड़े उतार दिए.
अब मेरे सामने भाभी आज पूरी नंगी थी. जिसे मैं ना जाने कब से इंतेजार कर रहा था. आज वो मस्त और सेक्सी बूब्स मेरे सामने थे. दोनो बूब्स को मैने अपने हाथो मे लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग गया. मैने दोनो बूब्स को खूब अच्छे से चूसा और भाभी पूरी गरम हो गई थी.
तभी मै नीचे गया और उनकी दोनो टाँगे खोल कर उनकी चूत को चाटने लग गया. चूत तो पहले से ही बहोत गीली हो चुकी थी फिर भी मैने खूब अच्छे से भाभी की चूत चाटी और उनकी चूत का सारा पानी निकाल दिया. मैने सारा पानी चाट-चाट कर सॉफ कर दिया. भाभी की चूत एकदम चिकनी हो रखी थी.
फिर मैं भाभी को अपना 7 इंच का लंड अच्छे से चुस्वाया. और फिर मैं उन्हे बेडरूम मे चोदने के लिए ले कर गया. पर वाहा पर उनकी बेटी सो रखी थी. इसलिए मैं उन्हे सोफे पर ही ले आया. और उनकी दोनो टॅंगो को खोल लिया. भाभी ने अपने हाथो से मेरे लंड पर कॉन्डोम लगा दिया. और फिर मैं धक्के से अपना लंड उनकी चूत मे घुसा दिया.
चूत काफ़ी खुली थी इसलिए लंड पूरा एक झटके मे पूरा अंदर गया. भाभी ने कहा इसलिए मैं कह रही थी की बच्चे इतनी जल्दी मत करना. पर फिर भी मैं बहोत ज़ोर से भाभी की चूत को चोद रहा था. जब भाभी को मज़ा आने लग गया तो भाभी भी अपनी गांड को उठा उठा कर लंड को चूत मे ले रही थी.
भाभी की चूत का पानी निकलने के बाद वो थोड़ा शांत हो गई. मैं तभी अपना लंड चूत से बाहर निकाला और उनकी गांड मे एक ही झटके मे पूरा लंड उतार दिया. भाभी की सांस रुक गई मूह खुला का खुला रह गया. उनके नाख़ून सोफे के अंदर गड़ गये. और बहोत ज़ोर से वो चिल्लाई.
इससे पहले वो और कुछ बोलती मैने उनकी गांड को चोदना शुरू कर दिया. और मैं उनकी गांड को खूब अच्छे से चोदा. और उनकी गांड मे ही अपने लंड का सारा पानी निकाल दिया. भाभी मेरे लंड की चुदाई से बहोत खुश नज़र आ रही थी. उन्होने जाते हुए मुझे लिप्स किस किया और मेरे लंड को मूह मे भर कर अच्छे से 2 मिनिट तक चूसा. और जाते हुए मुझे कहा अब मैं तुम्हारी हू, रोज इस टाइम पर आकर मुझे चोद जाया करो.
उस दिन के बाद मैं अब भाभी को रोज चोदता हूँ. अब वो मेरी रंडी बन गई है जो मेरा लंड हर बार अपनी गांड मे लेती है.
दोस्तो ये कहानी आप को कैसी लगी मुझे कॉमेंट्स करके ज़रूर बताना. मुझे आप के कॉमेंट्स और ईमेल्स का इंतेजार रहेगा,