अपनी हॉट बेहन को चोदा मेरे दोस्त ने! उसने अपनी बहन के साथ सेक्स की पूरी बात मुझे बताई और अन्तर्वासना पर भेजने को कहा. तो मजा लें उसकी कहानी का!
दोस्तो, कैसे हैं आप सब!
अपने मेरी पिछली कहानी
दीदी के साथ पहली चुदाई का मजा
पढ़ी और पसंद किया.
मेरे एक दोस्त आसिफ को मैंने अपनी कहानी पढ़वाई तो उसने कहा कि वो भी अपनी कहानी प्रकाशित करवाना चाहता है.
उसकी कहानी मैंने लिखी जैसे उसने बता या कि कैसे उसने हॉट बेहन को चोदा!
आप मजा ले आसिफ की कहानी का.
मैं आसिफ आज अपनी दुलारी आपा की गर्म चुदाई की रसीली कहानी लेकर आया हूँ.
आप सब लड़कियां अपनी चूत में उंगली डाल लें और लड़के हाथ में लंड लेकर मुठ मारने के लिए तैयार हो जाइए.
मेरा नाम आसिफ़ है और मैं अभी बाईस साल का हूँ.
मेरी बहन का नाम तो मैंने आपको ऊपर बताया ही है.
मेरी बहन दुलारी की उम्र 29 साल है और वो शादीशुदा हैं.
दुलारी बहन की गोल गोल चूचियां हैं और एकदम पतली कमर है.
अपने भरे हुए चूतड़ हिला कर जब मेरी आपा चलती हैं, तो अच्छे अच्छों के लंड सलामी देने लगते हैं.
मैं सामान्य शरीर का हूँ और अपने 6 इंच लंबे व 3 इंच मोटे लंड के साथ मस्त रहने वाला लड़का हूँ.
हम लोग यू पी से हैं.
मैंने 12 वीं की परीक्षा ख़त्म कर ली थीं और गर्मियों की छुट्टियों का मजा ले रहा था.
मेरे पास सेक्स का अच्छा खास अनुभव है. मैंने अब तक आठ लड़कियां चोदी हैं. उनमें से एक मामू की लड़की, एक ताऊ के लड़के की लड़की यानि कि मेरी भतीजी को भी चोदा है.
उनकी चुदाई की कहानी को मैं कभी फ़ुर्सत में लिखूंगा कि उन्हें मैंने कैसे चोदा.
अभी ये दुलारी बहन के साथ की सेक्स कहानी सुनिए.
मैं अपनी बहन दुलारी आपा के पास गया था.
आपा ससुराल से अलग जीजा जी के साथ एक अलग मकान में रहती थीं.
जीजा जी अपने काम से ज़्यादतर घर से बाहर ही रहते थे.
वे महीने में 10 दिन के लिए घर आते थे.
मैं आपा के पास गया था, तब जीजा जी घर बाहर थे.
आपा ने मुझे बड़े ही प्यार से अपने सीने से लगाया और मुझे चूमा भी.
बाद में आपा ने मुझे खिलाया पिलाया और हम दोनों बातें करने लगे.
मैंने आपा के सीने से लग कर जब उन्हें अपनी बांहों में भरा था, तब ही मुझे समझ आ गया था कि मेरी आपा हॉट माल हैं.
चूंकि मैं एक चोदू किस्म का हरामी लौंडा था और अपनी बहन, भतीजी को चोद चुका था, तो मुझे लड़की में सिर्फ चूत नजर आती है.
उससे रिश्तेदारी क्या है, ये मुझे समझ नहीं आता था.
मेरी आपा सभी जगह से भरी हुई थीं, ये मैंने उन्हें एक बार में ही परख लिया था.
शादी के बाद वो और ज्यादा भर गई थीं.
मैं आपा के साथ पहले भी सोया हूँ, लेकिन तब मेरे दिमाग में उनकी चूत चूची नहीं आई थीं. तब ऐसा क्यों हुआ था, वो मुझे ध्यान नहीं है.
आज जब मैं आपा के पास आया, तब तक मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि आपा से सेक्स का रिश्ता स्थापित हो जाएगा.
फिर जैसे ही आपा को गले से लगाया था, तब से बस लग रहा था कि आपा चोदने को मिल जाएं.
शाम को आपा ने खाना बनाया.
खाना आदि खाकर अपने कमरे के डबलबेड पर आपा ने मुझे लेटने के लिए कहा.
आपा और मैं एक साथ लेट गए.
मैं आपा की तरफ मुँह करके लेटा था. उनसे बात करते करते ही मैं सो गया.
इस बार मैंने काफी टाइम से सेक्स नहीं किया था और आपा बाजू में लेटी थीं … तो मेरी नींद आधी रात को खुल गई.
मैंने देखा कि मेरा हाफ पैंट भीग गया है.
मैं रात में हाफ पैंट में सोता था, तो मैं उठा तो देखा कि मेरा पैंट काफी गीला हो गया था.
मैं परेशान हो गया कि मेरा मूत तो नहीं निकल गया क्योंकि मेरा पहली बार नाइटफॉल हुआ था.
आपा के यहां मुझे रुके हुए अभी 15 दिन हुए थे और इन पंद्रह दिनों में मेरा दो बार पानी निकल गया था.
मुझे टेंशन हो गई कि ये मेरे साथ क्या हो रहा है.
मैं उदास सा रहने लगा था.
तो आपा ने पूछा- क्या हुआ, तू जबसे आया है बड़ा मायूस सा रहता है?
मैं बोला- कुछ नहीं आपा.
आपा ज़ोर डालती हुई बोलीं- कोई दिक्कत तो है, तू साफ साफ बता. मैं तेरी बहन हूँ. तू मुझे सब बता सकता है कि क्या परेशानी है?
मैं बोला- कुछ पर्सनल है.
आपा बोलीं- कोई बात नहीं, तू बता.
मैं बोला- आपा मेरी पैंट में रात में पानी निकल जाता है, पता नहीं क्यों?
आपा मुस्कराती हुई बोलीं- क्या बात है, मेरा भाई बड़ा हो गया है. ये बता … जीएफ है तेरी?
मैं बोला- पहले थी, अभी नहीं है.
आपा- अच्छा ये बता, सेक्स कब से नहीं किया?
मैं- क्या आपा?
आपा- बता ना … शर्मा मत!
मैं- काफी टाइम हो गया.
आपा- अच्छा तभी ये दिक्कत है.
मैं चुप हो गया.
आपा ने कहा- मुझे दिखा, क्या क्या परेशानी है.
ये कह कर आपा ने मुझसे पैंट उतारने को बोला.
मैंने आपा से कहा- कोई बात नहीं आपा, रहने दो!
आपा ने जोर देते हुए कहा- दिखा ना! मुझसे कैसा शर्माना … मैंने बचपन में तुझे अपने हाथों से नंगा नहलाया है.
मैंने आपा से कहा- मुझे पहले नहाना है क्योंकि मेरी पैंट में पानी से गंदा हो गया है.
आपा मज़े लेते हुए बोलीं- चल आज मैं आज तुझे नहला देती हूँ.
मैं उन्हें मना करते हुए बाथरूम में घुस गया.
नहाने के बाद मैं अंडरवियर में ही बाहर आ गया.
आपा बाहर ही बेड पर बैठी थीं.
उन्होंने मुझे बुलाया और बोलीं- अब दिखा.
मुझे शर्म लग रही थी, तो मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी कि आपा के सामने नंगा हो जाऊँ.
मेरी चड्डी में छेद हो रहा था तो आपा ने साइड से उंगली डाल कर मेरी चड्डी खींच दी, तो वो फट गई.
आपा के सामने मैं नंगा हो गया.
मैं अपने लंड पर हाथ रख कर उसे छिपाते हुए आपा से बोला- अरे आपने ये क्या कर दिया, अब मैं अब क्या पहनूँगा?
आपा बोलीं- मेरी पहन लेना. मेरे पास बहुत सारी हैं.
ये कह कर आपा मुस्करा दीं.
फिर मेरा हाथ हटा कर आपा ने मेरा लंड हाथ में लिया और बोलीं- काफी बड़ा हो गया है, अब तो अपनी जीएफ को बड़ा मजा देने लगा होगा?
ये कह कर आपा मेरे लंड को धीरे धीरे सहला रही थीं.
आपा के सहलाने से मेरा लंड खड़ा होने लगा.
आपा बोलीं- ये तो काफी प्यासा लग रहा है, इसलिए तेरी पैंट में ये पानी छोड़ देता है.
तभी अचानक से आपा ने मेरे लंड को खड़ा करके मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
मेरी तो अंह आह निकल गई लेकिन आपा ने नहीं छोड़ा.
मैंने दो ही मिनट में सारा पानी आपा के मुँह में छोड़ दिया.
फिर आपा मेरे लंड के पानी का स्वाद लेती हुई बोलीं- चल, तेरा काम तमाम हो गया और अब रात में नहीं झड़ेगा. अब तुम मेरी पैंटी पहन लेना.
मैंने कहा- आपा आपने जो पहनी है, वही उतार कर पहनूँगा!
तो आपा हंस कर बोलीं- अच्छा बेटा … ये बात … चल निकाल कर दिखा!
वो ये कह कर मुझसे दूर भागने लगीं. मैंने आपा को भाग कर कमर से पकड़ा और उनकी सलवार का नाड़ा तोड़ दिया.
इससे आपा की सलवार नीचे सरक गई. उनकी टांगें फंस गई थीं.
मैंने आपा की टांगों से उनकी पैंटी निकाल कर दूर फेंक दी. आपा नीचे से नंगी हो गई थीं.
अब वो मेरी तरफ देखने लगीं और मुस्कुराने लगीं.
मैंने आपा की पैंटी निकाल कर पहन ली.
आपा की पैंटी छोटी थी और मेरा लंड मोटा हो गया था. इस वजह से आपा की पैंटी की साइड से लंड बाहर आ रहा था.
आपा लंड निकलता देख कर बोलीं- इसका क्या करेगा?
मैंने कहा- अब ये मान नहीं रहा है, ये आपकी चूत में जाएगा.
ये सुनकर आपा का चेहरा लाल पड़ गया था.
मैंने उन्हें चुप देख कर कहा- आपा, क्यों ना हम दोनों सुहागरात मनाएं?
आपा का मन भी चुदने का हो गया था, वो अपने दूध मसलती हुई बोलीं- ठीक है, मैं पहले ठीक से तैयार होती हूँ, तू भी रेडी हो ज़ा!
मैंने कहा- अरे यार आपा इसमें क्या तैयार होना … नंगे तो होना ही पड़ेगा इससे अच्छा है कि ऐसे ही या जाओ.
ये कहा कर मैंने आपा की पैंटी फिर से उतार कर अलग कर दी.
मेरा लंड आपा की आँखों के सामने लहराने लगा. मेरे लौड़े के इर्द गिर्द काफी झांटें उगी थीं.
आपा बोलीं- तू कभी अपनी झांटें साफ नहीं करता है क्या?
मैंने कहा- क्यों उससे क्या प्रॉब्लम है?
आपा बोलीं- चूसते समय मुँह में बाल जाते हैं तो मजा खराब होता है.
मैंने कहा- फिर अभी क्या करूँ?
आपा बोलीं- मैं साफ कर देती हूँ.
आपा ने जीजा जी की शेविंग किट उठाई और मेरे लंड की झाँट के बाल साफ कर दिए.
लंड एकदम चकाचक हो गया था. मुझे भी अपना लंड बड़ा सुंदर लग रहा था
आपा ने लंड चूम कर कहा- अब लग रहा है ना कि मस्त चिकना लंड है तेरा.
मैंने आपा को चूम कर कहा- हां यार आपा आपकी बात में दम है. अब ऐसा करो कि आप दुल्हन बन ही जाओ, मैं भी दूल्हा बन जाता हूँ.
आपा ने हामी भर दी और कहा- अब तुम बाजार जाओ और अपने लिए जो भी लाना हो ले आओ. मेरा कार्ड ले जाना … पैसे की कोई चिंता मत करना. कुछ पीने के लिए भी ले आना.
मैंने पीने के नाम पर आपा से पूछा तो उन्होंने बियर लाने की कही.
मैंने आपा का क्रेडिट कार्ड लिया और बाजार निकल गया.
वहां से 4 बियर, बीट क्रीम, चॉकलेट पर्फ्यूम, कैंडल्स आदि खरीदीं और सारा सामान लेकर आपा के घर पर पहुंच गया.
आपा मेरे इंतजार में बैठी थीं.
मैंने उनको सारा सामान दे दिया. आपा ने बियर की बोतलें फ्रिज में रख दीं.
मैंने कहा- आपा ये रही आपकी चूत के लिए वीट क्रीम … मैं लगाऊँ?
आपा हां बोलकर नंगी होकर लेट गईं.
मैंने आपा की बांहों की दोनों बगलों में और चूत की आजू बाजू में और गांड के छेद के चारों तरफ क्रीम लगा दी.
मेरे हाथ से क्रीम लगवाने में आपा को बड़ी सनसनी हो रही थी और उसी में उनकी चूत से रस टपकने लगा था.
आपा के जिस्म पर बीट क्रीम के दो ट्यूब लग गए थे.
क्रीम लगवा कर आपा 10 मिनट लेट गईं … तब तक हम दोनों एक दूसरे से रसीली बातें करते रहे.
आपा मुझसे मेरी चुदाई के किस्से सुनती रहीं और अपने व जीजू की चुदाई की बातें बताती रहीं.
उसके बाद उन्होंने बाथरूम में जाकर एक मोटे कपड़े से रगड़कर सारे बाल साफ कर दिए.
फिर आपा नहाने लगीं.
तब तक मैंने चॉकलेट को गर्म करके पिघला लिया और कप में डाल ली.
आपा नहाकर निकलीं.
उनके गीले बाल थे और उन्होंने सिल्क की छोटी सी लाल ब्रा और पैंटी का सैट पहना हुआ था.
आपा मस्त लग रही थीं.
वो चुदासी आवाज में बोलीं- बता और क्या पहन लूँ इसके ऊपर?
मैंने आपा से कहा- अब इस दुल्हन ने लाल जोड़ा पहन तो लिया है. इससे ज़्यादा क्यों कुछ पहनना? जब सब उतरने ही हैं तो काहे की मेहनत करें?
आपा मुस्करा कर रेडी होने गईं.
मैं बेड पर बियर ले आया और चॉकलेट का कप रख लिया.
सारे कमरे में केंडल्स जला दीं.
शाम के 8 बज गए थे.
पूरे रूम में पर्फ्यूम छिड़क दिया था.
आपा कमरे में आईं, तो देखती ही रह गईं.
आपा ने ब्रा पैंटी के ऊपर एक काली चुनरी डाली थी. वो गहरी लाल लिपस्टिक लगाई हुई थीं. गीले बाल एक साइड किए हुए थे.
ऐसा लग रहा था … जैसे कोई अप्सरा खड़ी हो.
मैंने आपा को पकड़ा और अपने गले लगा कर उनके गाल पर किस किया.
फिर उन्हें गोद में उठा कर बेड पर बिठा दिया. मैं उन्हें सहलाने लगा.
तो आपा बोलीं- सीधे लग गया … पहले पार्टी कर लेते हैं!
मैंने ओके कहा.
तो आपा ने अलमारी से दो बड़े काँच के मग निकाले और उनमें बियर डाली.
तब तक मैंने सामने टीवी से अपने मोबाईल को जोड़ कर एक हिन्दी वाली ब्लू-फिल्म चला दी थी.
हम दोनों चीयर्स करते हुए पीने लगे. सामने नंगी चुदाई देख कर मस्ती मजा करने लगे.
आपा ने पास की दराज से एक सिगरेट की डिब्बी निकाली और हम दोनों सिगरेट के कश लगाते हुए हंसी मजाक करने लगे.
उसी बीच मैंने आपा को अपनी गोदी में बिठा लिया और उनके दूध दबाते हुए बियर का मजा लेने लगा.
आपा ने कहा- निप्पल से बियर पिएगा?
मैं समझ गया और आपा की ब्रा से उनका एक दूध बाहर निकाल लिया.
उस पर बियर टपकाते हुए मैं निप्पल मुँह में लेकर बियर चूसने लगा.
इस खेल में आपा को भी मजा आ रहा था तो उन्होंने अपनी ब्रा से दोनों दूध बाहर निकाल लिए और खुद बियर टपकाने लगीं.
मेरा काम सिर्फ आपा के दूध मुँह में लेकर बियर चूसना था.
उसके बाद मैंने आपा की चूत पर भी बियर टपका कर चाटी तो आपा गनगना गईं और मेरा सर अपनी चूत में ऐसे दबाने लगीं मानो वो मुझे ही चूत में घुसेड़ लेंगी.
इस तरह से एक के बाद एक बियर की बोतलें खत्म होने लगीं.
चारों बियर खत्म होने के बाद जब नशा सिर चढ़ गया … तो मैंने आपा को लिटा कर 20 मिनट तक उन्हें किस किया और चूत चाटने लगा, चूची मसलने लगा.
आपा पागल हो रही थीं.
अब मैंने आपा की ब्रा फाड़ कर निकाल दी, फिर पैंटी भी उतार दी.
अब मैंने पूरी नंगी हो चुकी दुलारी आपा के जिस्म पर चॉकलेट डाली और चाटने लगा.
आपा के होंठ, चूची, पेट पर दम से चाटने के बाद मैं उन्हें हैवानों की तरह काटने चाटने लगा.
आपा लंड ले लिए तड़प रही थीं, वो बुरी तरह गर्म हो चुकी थीं.
उनकी चूचियां एकदम पत्थर हो गई थीं और निप्पल कड़क होकर तन गए थे.
आपा की चूत ऐसे टपक रही थी … मानो ज्वालामुखी फटने को हो.
फिर मैंने अपने लंड पर चॉकलेट लगाई और आपा की चूत पर बची हुई सारी चॉकलेट डाल दी.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन में या गए.
आपा लंड के लिए पागल हो रही थीं.
मैंने उनकी जाँघ को चाटा तो आपा एकदम से सिहर उठीं और वो मेरा सर पकड़ने लगी थीं.
फिर जैसे ही मैंने बहन की चूत में जीभ डाली, वो अपना काबू खो बैठीं और उनके मुँह से आवाजें आने लगीं.
मेरा लंड आपा के मुँह में था, वो उसे ज़ोर ज़ोर से चूस रही थीं.
ऐसा करते हुए हमें 10 मिनट हो गए थे.
आपा ने और मैंने साथ में पानी छोड़ दिया. मेरे लंड का पानी आपा पी गईं और मुझे भी आपा का पानी चाटने को मिल गया.
हम दोनों तगड़े नशे में थे.
कुछ देर बाद जैसे ही लंड कड़क हुआ, मैंने सीधा होकर आपा की चूत में लंड पेल दिया. मैं 20 मिनट तक आपा की चूत में लंड पेलता रहा.
आपा हांफने लगी थीं. वो जल्द ही झड़ गई थीं मगर मैं लगा रहा था.
बाद में मैं आपा की चूत में ही झड़ गया.
उसके बाद करीब आधा घंटा तक आपस में हंसी मजाक करने के बाद मैंने फिर से आपा को कुतिया बना कर चोदा.
उस पूरी रात में मैंने 3 बार हॉट बेहन को चोदा था.
तीनों ही बार मैंने उनके भोसड़े में पानी निकाला था, जिससे वो मां बन गई थीं.
और कैसे कैसे मैंने हॉट बेहन को चोदा, वो आगे की कहानी मैं फिर कभी लिखूंगा.
आपको देसी बहन की चुदाई की कहानी कैसी लगी, प्लीज कमेंट्स करके बताएं.