doc or dost beti chudai kahani ही मेरा नाम तनवीर है और मैं कराची का रहने वाला हूँ. मेरी उमेर 48 साल है. मैं शादी शुदा हूँ और मेरी ऐक बेटी है उज़मा जो के अभी 18 साल की है वो ब.कॉम पार्ट 1 की स्टूडेंट है. मेरी बीवी नरेन बोहट अची घरेलो औरत है. आप मानाइन या ना मानाइन मगर ये बात सच है के आदमी का दिल कभी ऐक औरत से नही भरता है और वो हविस पूरी करने के लिए बाहर मौ मरता है. और मुझे ये कहते हो कोई शरम नही है के मैं भी उन मर्दों मे से हूँ जो घर मे बीवी के होते हो भी बाहर मौ मारता हूँ. मेरा ऐक छोटा से इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़्नेस है और मैं अपने ऑफीस मे सिर्फ़ उन ही लड़कियों को रखता हूँ जो के मेरी हविस को पूरा कर सके. मैं अपनी पर्सनल असिस्टेंट को कुछ मंत्स बाद बदलता रहता हूँ क्यूँ जब मेरा दिल किसी लड़की से भर जाता है तो मैं उस को नोकरी से निकाल कर किसी और लड़की को रख लेता हूँ और उस से अपनी हविस पूरी करता हूँ.
ये तो था मेरा इंट्रोडक्षन पर जो स्टोरी मैं आप को बताने वाला हूँ वो स्टोरी मेरी नही बालके मेरी 18 साल की बेटी उज़मा की है जिस को मैं ने खुद अपनी आँखों से छोड़ते हो देखा था, केसे ये मैं आप लोगों को अब बताने जराहा हूँ. यू तो मेरे कई दोस्त हैं पर मेरे कुछ ख़ास दोस्त भी हैं जो के मेरी ही तरहा अयाश तबीयत के हैं और मेरी उनके साथ बोहट जमती है क्यूँ अक्सर उनसे भी मेरा मक़साब पूरा होता रहता है. उन्ही अयाश दोस्तों मैं मेरा ऐक दोस्त है सोहैल जो के ऐक डॉक्टर है और वो जिन्नाह हॉस्पिटल कराची के बड़े आचे स्पेअसियलिस्ट डॉक्टर्स मे शुमार होता है और उस के अलावा उसका अपना प्राइवेट क्लिनिक भी है. यू तो हम दोनो ही अयाश तबीयत के हैं पर मैं उसकी बीवी की और वो मेरी बीवी की बोहट इज़ात करता है जिस की वजा से मैं अक्सर अपनी बीवी का चेक उप भी सोहैल से करवा लिया करता था.
इन्ही दीनो मेरी बेटी उज़मा की तबीयत कुछ खराब रहने लगी और उसके सीने मे अक्सर उसके दर्द रहता था. मैं ने सोचा के क्यूँ ना अपनी बेटी को चेक उप भी सोहैल से करवा लून, ये सोच कर मैं ने सोहैल से अपायंटमेंट ले ली और उसने मुझे उज़मा के साथ अपने प्राइवेट क्लिनिक आने को कह दिया. सोहैल ने मुझे सुबह का टाइम दिया था, दोसरे दिन जब मे अपने ऑफीस के लिए निकालने लगा तो मैं ने उज़मा को भी साथ ले लिया. जब मैं सोहैल के क्लिनिक पोंचा तो वाहा अभी तक कोई मरीज़ नही आया था. मैं ने सोहैल से चेक उप वग़ैरा का पोछा तो उसने बताया के उज़मा के कुछ टेस्ट वग़ैरा करने होंगे जिस मे 2 या 3 घंटे लग सकते हैं. मैं इतनी दायर तक क्लिनिक मे नही रुक सकता था क्यूँ आज ऑफीस मे मैं ने अपनी सेक्रेटरी के साथ लंभी छोडई करने का मोड़ था इस लिए मैं ने अपनी वाइफ नरेन को फोन किया के मैं उज़मा को क्लिनिक मे चोर कर जराहा हूँ वो 2 या 3 घंटे बाद सोहैल के क्लिनिक से उज़मा को ले जे. फिर मैं ने उज़मा को भी परिशन ना होने के लिए बोला और ऑफीस के लिए निकल पड़ा. आधे रास्ते मे मुझे याद आया के जब मैं सोहैल के क्लिनिक मे गया था तो मेरे हाथ मे कुछ फाइल्स भी थी जो के शायद मे उसके क्लिनिक मे ही भूल आया हूँ. मैं ने वो फाइल्स पहले तो अपनी कार मे देखी पर फाइल्स को वाहा ना पाकर मैं ने अपनी कार वापिस क्लिनिक की तरफ तुर्न कर ली.
मैं वापिस क्लिनिक पोंचा तो अभी तक कोई दोसरा मरीज़ या सोहैल का अस्सितांट्स मे से कोई नही आया था. रिसेप्षन टेबल पर ही मुझे अपनी फाइल्स मिल गई. मैं ने उज़मा को देखा तो वो भी मुझे नज़र नही आई. मुझे कुछ सोहैल से बात भी करनी थी इस लिए मैं उसके रूम की तरफ आगेया. रूम का दरवाज़ा तोड़ा खोला था और अंदर से आती होई आवाज़ ने मुझे चोंकने पर मजबूर कर दिया. मुझे सोहैल के बोलने और उज़मा की सिसकारी की आवाज़ आई थी. मेरी छाती हिज़ ने मुझे खबरदार किया और मैं दबे पाओं चलता होवा दरवाज़े के पास आगेया. दरवाज़ा पूरा बंद नही था और मैं अंदर आसानी से देख सकता था. फिर अंदर का जो मंज़र मुझे नज़र आया वो देख कर मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन ही निकल गई. अंदर उज़मा बेड पर लेती होई थी और उसकी कमीज़ उतरी होई थी वो सिर्फ़ शलवार और ब्राज़ेर मे लेती होई थी. मेरे दोस्त डॉक्टर सोहैल मेरी बेटी के पायट पर हाथ फ़ायर रहा था और दोसरे हाथ से ब्राज़ेर के उपर से ही मेरी बेटी के मॅमन को भी दबा रहा था.
मुझे ऐक दम से घुस्सा आया मैं घुस्से मे अंदर जाना ही चाहता था के उज़मा मे मौ से मैं ने जो कुछ सुना उसने मेरे क़दम वही रोक दिए. उज़मा कह रही थी. सोहैल मुझे लगता है के मैं प्रज्ञेन्ट हो गई हूँ. सोहैल बोला, उज़मा डार्लिंग जब भी मैं ने तुम्हे छोड़ा है बोहट एहतियात करी है इस बात के लिए तो फिर तुम प्रज्ञेन्ट केसे हो सकती हो. अपनी बेटी और अपने दोस्त की बातयन सुनकर मुझे अपने कानो पर यकीन ही नही आरहा था के जिस दोस्त को मैं ने कम आज़ कम अपने घर वालों के लिए एमांडर समझा था उसने ही मेरी बेटी को छोड़ दिया था और पता नही ये काम कब से चल रहा था और मुझे पता भी नही था और अगर मैं अपनी फाइल्स लेने के लिए यहा नही आता तो मुझे पता भी नही चलता के मेरी बेटी और मेरे दोस्त के बीच आएसा रिश्ता भी है. अभी मैं ये सोच ही रहा था के उज़मा की बात सुनकर मैं और हेरात ज़डा सा होगआया. उज़मा अंदर कह रही थी, सोहैल अंकल आप तो मुझे छोड़ते वक़्त एहतियात करते हैं पर दोसरे तो ये एहतियात तो नही कराईं गे ना. उज़मा की बात सुनकर मैं तो चोणका ही अंदर सोहैल भी उसकी बात सुनकर चोंक गया. सोहैल बोला, और किस किस से छोड़वा लिया है तुम ने? उज़मा मुस्करा कर बोली, मेरे कॉलेज के 4 टीचर्स मुझे छोड़ चूक्के हैं और 2 वीक्स क़ाबल तो मुझे चारों टीचर्स ने ऐक साथ छोड़ा था और मुझे लगता है के उसी छोडई के दोरान मे प्रगेंत होई हूँ.
उज़मा की बात सुनकर सोहैल मुस्काराया और बोला, उज़मा तुम भी अपने बाप से कम नही हो, उसकी हविस भी पूरी नही होती है. उज़मा भी मुस्कराई और बोली, अंकल आप भी तो कुछ कम नही हैं. लास्ट सॅटर्डे जब पापा ऑफीस से दायर से आय थे तो आप ने घर मे अपने मुझे और मम्मी को ऐक साथ छोड़ा था. उज़मा के मौ से नरेन की छोडई का ज़िकार सुनकर तो मुझे आएसा लगा के मैं अभी गिरों गा और बेशहॉष हो जाओं गा. सोहैल ने तो मेरी बेटी के साथ साथ मेरी बीवी को भी नही छोरा था. सोहैल उज़मा की बात सुनकर मुस्काराया और बोला, यार उज़मा मैं भाभी का बोहट शूकर गुज़ार हूँ के उनकी वजा से मुझे तुम भी मिल गई हो छोड़ने के लिए. ये ऐक नया शोवक था मेरे लिए के मेरी बीवी ने ही अपनी बेटी को छोड़ने के लिए बोला था सोहैल से. उज़मा सोहैल की बात सुनकर हँसी और बोली, अंकल आप भी कमाल हैं, मम्मी को भाभी भी बोलते हैं और पापा के पीछे उन्हइन छोड़ते भी हैं. सोहैल हंसा और बोला, मेरी जान मैं तो तुम को भी बेटी बोलता हूँ और तुम्हे भी छोड़ता हूँ. उज़मा भी हँसने लगी और बोली, अंकल बातयन बाद मे करते रहिए गा पहले मेरे मिसले का हाल तलाश कराईं मैं उसकी वजा से बोहट टेन्षन मे हूँ. सोहैल ने उज़मा के होंतों को चूमा और बोला, मेरी जान मैं डॉक्टर हूँ और ये मेरे लिए बाईं हाथ का खेल है पर पहले मैं तुम से अपनी प्यास भुजाना चाहता हूँ.
उज़्मा बोली अंकल वैसे तो मुझे कोई एतराज़ नहीं पर क्लिनिक मई कोई आ न जय. सोहैल हंसा और बोलै मैं ने अपने सब असिस्टेंट्स को आज की छोटी दी होइ है और मैं ने अपने मरीज़ों को भी बोल दिया था के आज कोई न आय इस लिए किसी के आने का भी डर नहीं है. उज़्मा सोहैल की बात सुनकर मुस्कराई और बोली अंकल ऐसी बात है तो आप को पूरी इजाज़त है के जो चाहें मेरे साथ करैं. उज़्मा की बात सुनकर सोहैल ने फिर अपने होंठ मेरी बेटी के होंठों से मिला दिए. सोहैल ने काफी लम्बा किश मेरी बेटी का लिया. किश करने के बाद सोहैल ने उज़्मा का ब्रजेर उतार दिया और उज़्मा के बड़े बड़े गोल गोल मम्मी आज़ाद होंगे. सोहैल ने उज़्मा के बूब्स को पकड़ लिया और बोलै उज़्मा डार्लिंग तुम्हारे बूब्स बोहत बड़े और सेक्सी हैं. उज़्मा मुसकराई और बोली ये सब आप ही की म्हणत है अंकल.
अंदर मेरी बेटी और मेरा दोस्त आपस मई दोबाय हॉवे थे और बहार खड़ा मैं सोच रहा था के जैसे को तैसा ही मिलता है. मैं ने भी अपने ऑफिस मई कीतिनि लड़कियों को बे ाब्रो किया है और लड़कियां अपनी मजबूरियों के हाटों मुझे से छोड़वाने के लिए तैयार हो जाती थी. पर मेरी बेटी को तो पैसों की ऐसी कोई मजबूरी नहीं थी पर इज़्ज़त उसकी भी नहीं रही थी. अब मुझे अपने दोस्त पर ग़ुस्सा नहीं था बल्के मैं बहार खड़ा अपने आप से ही लड़ रहा था के जैसे सलूक मैं ने दूसरी लड़कियों के साथ किया वही सलूक मेरे दोस्त ने मेरी बेटी और मेरी बीवी के साथ किया.
पहले मैं ने सोचा के मैं क्लिनिक से निकल जाओं पर अपनी बेटी का खूबसूरत और सेक्सी बदन देख कर मैं वह खड़ा का खड़ा रह गया था. अंदर अब सोहैल ने मेरी बेटी को पूरा नंगा कर दिया था और उज़्मा नंगी हालत मई बोहत ही सेक्सी लग रही थी. इतनी सेक्सी लड़की मुझे आज तक नहीं मिली थी छोड़ने के लिए. मैं अपने दोस्त सोहैल की किस्मत पर रश्क करने लगा के ये केसा खुश किस्मत है के उसे छोड़ने के लिए मेरी बेटी मिली है जिस का बदन इतना सेक्सी है. मेरे दिल मई भी अपनी बेटी को छोड़ने की खुवाईश पैदा होगी और मेरा लुंड फुल अकड़ गया. है मैं बेगैरत बन गया था जो के अपनी बेटी को छोड़ते हॉवे भी देख रहा था और मेरे दिल मई अपनी ही बेटी को छोड़ने की खुवाईश जनम ले चुक्की थी. आप लोग मुझे जो कुछ भी कहीं पर मैं इस वक़्त अपनी ही बेटी पर खुवार हो चुक्का था.
अंदर अब सोहैल उज़्मा के बूब्स को चूमता होवा एक साथ से मेरी बेटी को छूट मई ऊँगली भी कर रहा था. उज़्मा का बदन लज़्ज़त की शिद्दत से झटके खा रहा था और उसके मौ से बे इख्तियार सिसकारियां निकल रही थी. ooooooooooaaaaaaaaaaahhhhhhhhhaaaaaaaa फर डालिये मेरी छूट को अंकल uuuuffffffffffffffffff ये अब मुझे बोहत तंग करने लगाई है aaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh. अब सोहैल उज़्मा के बूब्स को चूसता होवा तेज़ी के साथ अपनी ऊँगली उज़्मा की छूट मई चला रहा था. मेरी बेटी की सिसकारियां तेज़ होने लगी और फिर वो एक चीख के साथ डिस्चार्ज होगी और उसकी छूट से पानी निकलने लगा और सोहैल की ऊँगली को भीगों ने लगा. सोहैल ने उज़्मा की छूट के पानी से भीगी होइ ऊँगली उज़्मा के मौ मई दाल दी और उज़्मा माज़े से अपनी ही छूट का पानी चूसने लगी. फिर सोहैल बीएड पर चढ़ गया और उसने मेरी बेटी की टांगों को छोरा किया और झुक कर अपना मौ मेरी बेटी की छूट से लगा दिया. अब वो मेरी बेटी की छूट को माज़े ले ले कर चाट रहा था. उज़्मा के मौ से फिर से सिसकारियां निकलने लागी थी और वो ऊऊऊऊह्ह्हह्हह्ह्ह्ह aaaaaaahhhhhhhhhh करती होइ अपने ही बूब्स को तेज़ी के साथ दबा रही थी. मेरा बोहत दिल छह रहा था के मैं भी अंदर चला जाओं और अपने दोस्त के साथ मिल कर मैं भी अपनी बेटी के बदन का माज़ा हासिल कर सकें. ये खुवाईश मेरे दिल मई शदीद से शदीदतर होती जारही थी पर मैं अपने दिल पर जबर किये बहार ही खड़ा होवा था.
५ मिनट्स बाद ही उज़्मा एक और चीख कर साथ दोबारा से डिस्चार्ज होगी औरर अब की बार उज़्मा की छूट से निकलने वाला पानी सोहैल चाटने लगा. उज़्मा सिसकते हॉवे सोहैल से कहने लगी. अंकल प्लीज मेरे हाल पर रेहम करैं अब मुझ से बर्दाश्त नहीं हो रहा है प्लीज अब मुझे छोड़ डालिये. सोहैल मुस्कराता होवा उठा और बोलै मेरी जान अभी तुम ने और तड़पना है क्यों पहले तुम ने मेरे लुंड को चूसना है फिर मैं तुम्हे छोड़ों गए. ये कह कर सोहैल ने अपने कपड़े भी उतार दिए और उसका ९ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा लुंड आज़ाद होगया जो के जोश के आलम मई झटके खा रहा था. उज़्मा बोली नहीं अंकल पहले मुझे छोड़िये फिर मैं आप का लुंड चूस लून गई. सोहैल हंसा और बोलै नहीं मेरी जान पहले तुम ने मेरी बात पर अमल करना है. उज़्मा सोहैल की मिन्नतें करने लगी के पहले उसे छोड़ा जय क्यों के उस से बर्दाश्त नहीं हो रहा है पर सोहैल भी मेरी बेटी को तड़पने के मोड़ मई था. अपनी बेटी की मिन्नतें सुनकर मेरे दिल मई भी कुछ कुछ हो रहा और मैं छह रहा था के पहले सोहैल मेरी बेटी को छोड़ ले तकय उसकी बे चीनी ख़तम हो पर सोहैल अपनी ज़िद पर ऐडा होवा था और फिर उज़्मा ने अपनी हार मान ली और पहले सोहैल का लुंड चूसने पर तैयार होगी. सोहैल उज़्मा के बराबर मई लेट गया और उज़्मा उठ कर बेथ गयी.
सोहैल का लुंड एक डैम सीधा खड़ा होवा था जो के उज़्मा ने अपने हाथों मई ले लिया और बोली अंकल आप बोहत ज़ालिम हैं मैं आप की शिकायत मम्मी से करूंगी उज़्मा की बात सुनकर सोहैल हंसा और बोलै है कर देना अपनी माँ से मेरी शिकायत वो अभी थोड़ी दिएर मई तुम्हे लेने के लिए आई गई न तो जब ही कर देना फिर देखना मैं तेरी माँ को भी तेरी ही तरह तड़पाऊं गए और तेरी माँ भी मुझे से छोड़ने के लिए मिन्नतें कराय गई. उज़्मा कुछ दिएर सोहैल को नाराज़ नज़रों से देखती रही फिर वो झुकी और उसने सोहैल का लुंड अपने मौ मई ले लिया. अब मेरी बेटी बड़ी महारत से सोहैल के लुंड का चौपा लगा रही थी. मेरी बेटी का चौपा लगाने का अंदाज़ इतना सेक्सी था के मेरा लुंड जोश के आलम मई झटके खाने लगा. उज़्मा को चौपा लगता देख कर मेरा ये हाल था तो अंदर सोहैल का किया हाल होरहा होगा. और जैसा मैं ने सोचा था अंदर सोहैल का हाल बिलकुल वैसा ही था और सोहैल काफी तेज़ सिसकारियां भर रहा था उज़्मा अपनी रफ़्तार तेज़ से तेज़ करती जारही थी और सोहैल की सिसकारियां भी तेज़ से तेज़ हो रही थी और फिर सोहैल एक तेज़ ाः भर कर मेरी बेटी के मौ के अंदर ही डिस्चार्ज होगया.
उज़्मा ने सोहैल की मणि का एक कटरा भी नहीं छोरा और वो उसकी साडी मणि पी गयी. मणि पी लेने के बाद वो फिर जोश के आलम मई सोहैल का लुंड चूसने लगी और थोड़ी ही दिएर मई सोहैल का लुंड पहले की तरह फुल अकड़ कर खड़ा होगया. फिर उज़्मा सोहैल का लुंड अपने मौ से निकालती होइ बोली अंकल प्लीज अब मेरी हालत पर रेहम करैं मैं मरने के करीब हूँ. सोहैल ने मुस्करा कर उसे बीएड के साथ झुक कर खड़ा होने को बोलै उज़्मा फटा फैट बीएड से उत्तरी और बीएड को पकड़ कर झुक कर कड़ी होगी. सोहैल भी उतर कर उज़्मा के पीछे आया और उसने उज़्मा को कमर से पकड़ लिया और मुस्कराता होवा बोलै डार्लिंग अभी तुम्हे और बरसाहट करना होगा क्यों के पहले मैं तुम्हारी गांड मारूंगा. ये कह कर सोहैल ने उज़्मा की कमर को सख्ती के साथ पकड़ लिया. उज़्मा सोहैल की बात सुनकर बड़ी मछली और बोली प्लीज अंकल अब मुझे और न तडपाइन प्लीज मेरे हाल पर रेहम करैं प्लीज मेरी गांड बाद मई मार लीजिये गए पर सोहैल के ऊपर उज़्मा की आहों का कोई असर न होवा और उसने अपना लुंड मेरी बेटी की गांड मई ग़ुस्सा ही दिया. उज़्मा बोहत शोर मचाने लगी और पहले अपनी छूट को छोड़ने को बोलने लगी पर सोहैल ने भी आज शायद मेरी बेटी को तड़पने की कसम खाई होइ थी. बहार खड़े मुझे भी अपने दोस्त पर ग़ुस्सा आरहा था के वो मेरी बेटी को इतना क्यों तड़पा रहा है पहले वो उसकी छूट की खारिश को ख़तम कराय और बाद मई गांड मारे पर मैं भी अपनी बेटी की तरह कुछ नहीं कर सकता था.
अंदर मेरा डॉक्टर दोस्त सोहैल बोहत तेज़ झटकों के साथ मेरी बेटी की गांड की धज्जियाँ उदा रहा और उज़्मा कुछ अपनी छूट की खुजली से और कुछ सोहैल के झटकों को बर्दाश्त न कर पा कर बुरी तरह से चीख रही थी. बहार खड़ा मैं कुछ अपनी बेटी आहों से फिकरमंद था और कुछ अपने दोस्त के शानदार झटकों से माज़ा ले रहा था. ये बात मैंने वाली थी के सोहैल के झटकों मई बोहत डैम था जिस की वजा से मेरी बेटी के मौ से चीखें निकल रही थी. जितनी रफ़्तार से सोहैल झटके मार रहा था उतनी रफ़्तार से मैं कभी किसी लड़की को नहीं छोड़ पाया था. मैं बहार खड़ा अपने दोस्त पर सद्काय जारहा था और अपनी बेटी की किस्मत पर फखर कर रहा था के उसे इतनी शानदार तरीके से छोड़ने वाला मिला था.
सोहैल ने पूरे २५ मिन्तुइस तक मेरी बेटी की गांड मारी और फिर जब उसने अपना लुंड मेरी बेटी की गांड से निकला तो वो उसी तरह खड़ा था जैसे अभी अभी चौड़ाई करने के लिए खड़ा होवा हो. और फिर मेरी बेटी को सकूं मिल गया और इतना तड़पने के बाद बिल आखिर सोहैल ने अपना लुंड उज़्मा की छूट मई दाल ही दिया. अब वो गांड की तरह उज़्मा की छूट की भी उतनी ही स्पीड मई चौड़ाई करने लगा जितनी स्पीड मई वो उज़्मा की गांड मार रहा था. अब उज़्मा के मौ से चीखों के साथ साथ तेज़ सिसकारियां भी निकल रही थी और वो सोहैल को और तेज़ और तेज़ बोलने का कह रही थी "अह्ह्ह आअह्ह्ह्हह उन्हहहह ोुह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्हह्ह हाआआ हाऐ मीरे रज्ज्ज्ज्जे माहाआर गैय्यियये रईईए छूवूँद रे छूवूँद. उईईईईई मीटीएडीईई मायआ फआयआयट गाआआईएए रईईई आआआज तो मेरी chootttttttttttttttttttttt मीटीरा तो दूऊम निकककककल टूउउउनेईई टूओ ाआज. बड़ाआयियिययीय ज़्ज़्ज़्ज़ाएआईएम हूऊऊऊ tuummmmmmmmmmm अंकल uuuuufffffffffffffffffffff बोहत baadaaaaaaaaaaaaa luuuuundddddddddd है tumharaaaaaaaaaaaaaaaaaaa aaaaaaaahhhhhhhhhhhhhh uuuuuuuuufffffffffff ooooooooooiiiiiiiiii माआआआआ मैं मारररररररर gaaeeeeeeeeeeeee uuffffffffffffff aaaaaaaaaaahhhhhhhhh ऑररररर zorrrrrrrrrrrrrr से chodaaaaainnnnnnnnnnn mujheeeeeeeeeeeeeeeeeeeee uffffffffffffffffffffff aaaaaaaaahhhhhhhhhhhhh. मेरी बेटी खूब तेज़ी से सिसकारियों के दौरान पता नहीं किया किया बक रही थी और मेरे दोस्त और तेज़ी के साथ मेरी बेटी को छोड़ रहा था.
ओर भी जवान भाभी ओर आंटी को हॉट बाते करना ही तो आप मैल करे [email protected] आप की सारी डीटेल्स एक दम सीक्रेट रहेंगी उससे आप लोग बेफ़िक्र रहे.
धन्यवाद