नमस्कार, मेरा नाम राहुल है और मैं 18 साल का लड़का जो की अपनी बड़ी बेहन जिनका नाम रीति है और 24 साल की खूबसूरत लड़की है, उनके साथ देल्ही में रहता जीबी रोड के पास के एक मोहल्ले में किराए के एक अपार्टमेंट में रहता हूँ.
मेरी दीदी और मैं मों पापा के डाइवोर्स के बाद उनसे अलग होकर देल्ही चले आए, मेरी दीदी वैसे तो दिखने में खूबसूरत माल है उनका फिगर 36/30/40 है दीदी को देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
जैसा की मैने आपको अपनी पिछली कहानियो में बता चुका हूँ के मेरी ग़लती की वजह से दीदी की कई बार चुदाई हो चुकी है जैसे की..
गुंडे ने की दीदी की चुदाई, ट्यूशॅन क्लास में हुई दीदी की चुदाई, दीदी प्रीत और उसके दोस्तों ने की दीदी की चुदाई.
मेरी सबसे बड़ी ग़लती तो वो थी दोस्तों जब मैने ग़लती से अपनी दीदी की नौकरी होटेल में लगवा दी, लेकिन वो होटेल नया रंडी बाज़ार था करीब एक महीने तक दीदी वाहा पे चुदति रही फिर मैने उनको वाहा से हटवा लिया.
कहानी शुरू करता हूँ..
मेरी दीदी इतनी पढ़ी लिखी भी नही है के वो किसी कंपनी में जॉब कर सके इस लिए घर का गुज़ारा मेरी नौकरी पे टीका था मुझे सब से ज़्यादा टेन्षन दीदी की शादी की थी के दीदी की शादी हो और मैं फ्री हो जाउ.
मैं चाहता था की दीदी की शादी उसी गली के गुंडे से हो जिसने मुझे धमकी दी थी के तेरी दीदी की चुदाई भी करूँगा और अगली दिन तेरी दीदी की चड्डी ला कर तुझे दूँगा.
जैसा उसने बोला था एक दम वैसा ही हुआ उसने चुदाई करने के अगले ही दिन ला कर मुझे दीदी की चड्डी पकड़ा दी, तब मैने उससे दीदी के साथ शादी का ऑफर दिया लेकिन उसने मना कर दिया .
मैं उस दिन निराश होकर घर गया तो..
रीति दीदी – क्या हुया राहुल ????
मैने कहः दीदी मुझे आपकी शादी की टेन्षन है के एक बार शादी हो जाए मैं फ्री हो जाउ!!!!!
रीति दीदी- दीदी ने कहा के मुझे वो लड़का श्याम बहुत पसंद है उस से बात चलवा दे शादी की,,
मैने कहा के दीदी मैने उस से पूछा लेकिन उसने इनकार कर दिया,
रीति दीदी- एक बार उनको दुबारा पूछना
मैने दीदी की बात मानी और अगले ही दिन श्याम को मिलने चला गया, वो अपने दोस्तों के साथ खड़ा था, मैने उसको इशारा किया के साइड पे आजा जेसे ही साइड पे आया हमने बात चीत शुरू की,
मैने कहा के तुझे मैं ऑफर दे रा हूँ के मेरी दीदी से शादी कर लो मेरे सिर से टेन्षन उतरे तू भी यहा का गुंडा है उनसे शादी करके अपनी नयी ज़िंदगी शुरू कर ले.
श्याम- नही कर सकता शादी तुझे कितनी बार बोला है, और तू मेरे ही पीछे क्यू पड़ा है तेरी दीदी की चुदाई सिर्फ़ मैने थोड़ी की है, तेरी दीदी की छूट खुली पड़ी है पहले से ही अब क्या उन सब लड़को को ढूँढ के सबसे शादी करवा देगा अगर तुझे चुदाई के पैसे चाहिए होंगे तो बोलना.
उतनी ही देर में उसी रोड से दीदी निकले सबकी नज़र दीदी की तरफ दीदी हम से एक दम साइड पे थी इस कारण दीदी की नज़र हम पे नही पड़ी, जैसे जैसे दीदी चल रही थी उनकी गांड इधर-उधर मटक रही थी सारे मर्द उस मोहल्ले के उन्हे देख रहे थे.
मैने दीदी से ध्यान हटा कर जब श्याम की तरफ देखा तो उसने अपना हाथ अपने लंड पे रखा था वॉ लंड को दबा रहा था.
फिर श्याम कहता – अगर तुझे इतनी ही फिकर है तेरी दीदी की तो उसका ख्याल मैं रख लूँगा तू जिधर रहता है उस अपार्टमेंट मे उपर वाला फ्लोर खाली है ना ??
मैने कहा हा खाली है.
श्याम- अगर तू बोले तो मैं तेरी दीदी साथ लिव-इन रीलेशन में आने को तयार हूँ तेरे उपर वाले अपार्टमेंट में तेरी दीदी के साथ रहूँगा बाकी तेरी मर्ज़ी.
मैने थोड़ा सोचा मैने कहा दीदी से पूछ कर बताउंगा क्यूंकी मुझे पता था दीदी नही मानेगे मैं जब घर गया तो दीदी के पास जेया कर उन्हे कहा…
दीदी श्याम कह रहा था के वो आपसे शादी नही करेगा बल्कि आपके साथ लिव इन में रहकर आपका ख़याल रखेगा. बस तभी मैं दीदी की ना का इंतेज़ार कर रहा था पर..
रीति दीदी- हा मैं तयार हूँ पर हम रहेंगे कहा
मैं हैरान रह गया के दीदी को हुआ क्या है मैने कहा दीदी उपर वाले फ्लोर पे कल वो शिफ्ट हो जाएगा.
श्याम की तो लॉटरी लग चुकी थी उसने अगले ही दिन झट से मकान शिफ्ट कर लिया और मैने दीदी को हग किया और कहा अपनी नयी ज़िंदगी एंजाय कर ना.
दीदी – तू भी अपना ख्याल रखना वैसे हम पास ही है उपर ही है तेरे और अब तू इन्हे श्याम ना . कर जीजा ही है तेरे.
मैने कहा ठीक है दीदी.
तभी मैने दीदी को एक न्या फोन गिफ्ट कर दिया और जीजा जी को एक शर्ट क्यूंकी दीदी अपनी न्यी लाइफ शुरू कर रहे थे, साथ ही उन्हे मैने सर्प्राइज़ दिया जेसे ही उन्होने रूम ओपन किया उधर एक पलंग रखा था. दीदी को मैने वो पलंग गिफ्ट कर दिया .
उसी दिन देर रात की बात..
वैसे तो उपर वाला फ्लोर खाली रहता था लेकिन दीदी के जाते ही वाहा . शुरू हो गयइ. रात को मुझे दीदी और जीजा जी ने सोने ही नही दिया.
उपर वाले कमरे से ज़ोर ज़ोर से आवाज़े आ रही थी अहह अहह आहह यअहह. दीदी का कांड हो रहा है.
अगले दिन सुबह जब मैं त्यार होकर जॉब पे जाने लगा तो देखा के दीदी और जीजा जी अभी तक उठे नही है और उठते भी क्यू सारी रात कॉन्सा सोए है यह दोनो.
मैं जेसे ही घर के निकला काफ़ी लोग मुझे देख कर मुस्कुराने लगे काफ़ी मुझे बधाइयाँ भी दे रहे थे दीदी की शादी केसे की कोर्ट मॅरेज से.
मैने कहा नई दीदी लिव इन रीलेशन में है श्याम जीजू के साथ तो काफ़ी लोग कहते क्या बुराई थी हममे चाहे शादी करा देता मैं तो लड़ पड़ा और चला गया वाहा से.
देर शाम को घर आया तो देखा दीदी और जीजा जी सारा दिन घर पर ही थे और मेरे घर जाते ही जब मैं डिन्नर करने बैठा दीदी की फिर से आवाज़े शुरू अहह यअहह उम्म्म्मममम अहह. कभी आवाज़े एक दम ज़ोर से आए कभी धीरे धीरे उस दिन भी सारी रात मुझे डिस्टर्ब किया इन्होने.
अगले दिन मैने देखा के एक ट्रक वाला दो आदमियों के साथ दीदी के घर एक न्या पलंग लेकर जा रहा है. मैने उनका पीछा किया उपर क्या दीदी बैठे हुए थे.
जीजा जी से मैने पूछा के यह क्या न्या बेड क्यू लाए हो मैं भी तो देकर गया ही था.
तो उन्होने कहा के कल रात को पलंग टूट गया.
अचानक ही मैने जीजा जी को कहा के ज़ोर कम लगाओ और वो हस्स पड़े मैं दीदी को मिल्कर अपने काम पर चला गया.
उसी दिन रात को जब मैं घर आया तो अपने रूम की बाल्कनी से देखा के जीजा जी नीचे खड़े थे और उनके कुछ 5 दोस्त घर में आए और उपर चले गये.
मैने कहा के आज आवाज़े नही आएँगी क्यूंकी दीदी मेहमान नवाज़ी में व्यस्त होएंगी.
पर मैं ग़लत था उन आदमियों के अंदर जाने के 15-20 मिनिट बाद ही दीदी की आवाज़े नही दीदी की चीखे शुरू हो गई.
दीदी ज़ोर ज़ोर से स्क्रीम कर रही थी मुझे उस दिन पछतावा हुआ के दीदी आज भी पुरानी वाली ही रंडी है और श्याम ने दीदी को लिव-इन रीलेशन में ला कर मेरे ही अपार्टमेंट में धंधा शुरू कर दिया है दीदी का.
मैं अपनी ग़लती पे बोहत शर्मिंदा था और बस दीदी के बारे ही सोच रहा था के केसे हैवानो के जैसे पेल रहे है वो लोग दीदी को..
अगले दिन सुबह जब मैं उठा तो सुना के आज आवाज़े आनी शुरू नही हुई, आज मैने सोचा के आज आवाज़े नही आने दूँगा और पहले ही उनको उठा के किसी बहाने दीदी को शॉपिंग पे ले जाउँगा. मैं चुप चाप एक सीडी के सहारे उपर चढ़ गया और दीदी के बेडरूम का दरवाज़ा हल्का सा खोला और देखा के.
जीजा जी ने दीदी के मूह में अपना लंड दिया हुया है, दीदी ज़मीन पर घुटनो के बल नंगी बैठी हुई थी और जीजा जी भी नंगे थे.
मैं देख कर हैरान रह गया के दीदी के बेडरूम में कॉंडम के पॅकेट बिखरे पड़े थे, क्यूंकी कल जीजा जी के दोस्त जो आए थे.
दीदी की आवाज़ इसलिए नही आ रही थी, क्यूंकी उनके मूह में जीजू का विशाल लंड था दीदी भी प्रोफेशनल रंडी की तरह उसे चुस्ती रही.
फिर जीजा जी ने दीदी को उठा लिया और बेड पे लिटा कर दीदी की टांगे खोल दी, मैं दीदी की चूत देख कर हैरान रह गया. क्यूंकी वो पहले से ज़्यादा खुल चुकी थी, दीदी जब मेरे साथ रहती थी तो चूत थी अब वो खुल खुल के भोसड़ी बन चुकी थी.
जीजा जी ने दीदी की चूत में उंगलिया देखर अपना हाथ हिलाना शुरू किया और दीदी की चीखो का राज़ मेरे सामने था दीदी की आवाज़े अब मैं सामने से सुन रहा था अहह अहह.
फिर जीजा जी ने दीदी की भोसड़ी को चाटना शुरू किया और दीदी ने अपनी आखें बंद करके जीजा जी के सिर पर अपना हाथ रखा.
जीजा जी ने दीदी की भोसड़ी पर थूक फेंका और अपने हाथ से उससे रगड़ कर अंदर डाल दे दिया. फिर जीजा जी ने अपना लंड पकड़ा और दीदी की चूत पे रख कर रगड़ने लगे और एक दम से अंदर धकेल दिया.
दीदी ने पीछे से बेड पकड़ रखा था और बस दीदी ने आवाज़े निकालनी शुरू की चोदो और चोदो आअहह आहह आह ह.
दीदी ने फिर कहा के मेरे भाई ने रंडी बाज़ार में मुझे नौकरी दिला कर बोह्त अच्छा किया था. मुझे बुरा तब लगा जब उसने हटवा लिया वाहा पे रोज़ मेरी एसी ही चुदाई करते थे, यह सुनते ही जीजा जी ने मुस्करा कर दीदी को चूसने लगे.
उसने दीदी को घोड़ी बनाया और दीदी की गांड पे थ्हपड मारकर भोसड़ी में लंड घुसा दिया. दीदी की ठुकाई वो बहुत बुरे तरीके से करता रहा और उसने एक दफ़ा भी दीदी पे तरस नही खाया और बस दरिंदो के जेसे लगा रहा.
फिर जीजा जी बेड पे लेट गये और दीदी को अपने लंड पे बिठा कर ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा. फिर दीदी ने उन्हे एक दम ही रोक दिया.
मुझे लगा के दीदी शायद अब थक्क गई है, पर एसा न्ही था. अब दीदी का काम शुरू हुआ दीदी अपनी गांड को हिला हिला कर चूत में लंड ले रही थी.
दीदी ने अपनी गांड को हिल्लाना शुरू किया जैसे वो कोई पॉर्न डॅन्सर हो या कोई पोर्नस्टार, दीदी का रंडी पना देख कर मैं हैरान रह गया और फिर जीजा जी ने लंड निकाला और दीदी को लिटा के उनके उपर लेट गये और उन्हे ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगे, दीदी की चूत गांड मूह एक दम लाल ही चुके थे और धक्के इतने ज़ोर से थे एसा लग रहा है किसी ने पॉर्न वीडियो फास्ट फॉर्वर्ड करके रख दी हो.
जीजा जी के धक्के का ज़ोर और दीदी की हवस यह वाला बेड भी सहन नही कर पाया और यह बेड भी टूट गया. लेकिन दीदी और श्याम हस पड़े और दीदी कहते यह 37त बेड था और फिर से एक दूसरे को चूसने लगे.
मैं दीदी की यह बात सुन कर हैरान रह गया और जीजा जी कहते के आजा ज़मीन पर लेट. दीदी ने उनकी बात मानी और ज़मीन पे लेट गई. जीजू ने अपनी उंगलियो पे थूक लगाया और दीदी की भोसड़ी पे लगा दिया.
जीजू ने दीदी का एक लेग उस तरफ और दूसरा लेग दूसरी ओर करके खोल दिया. फिर अपने लंड पे दुबारा थूक फेंक कर दीदी की भोसड़ी में घुसा दिया और ज़ोर ज़ोर से मारने लगा.
एक दम ही दीदी ने जीजू को पीछे किया और दीदी की चूत से पानी निकलने लगा और जीजू हसने लगे. बस थोड़ी देर और चुदाई करने के बाद उसने दीदी की चूत के उपर अपना रस गिरा दिया और एक आफ्टर सेक्स किस दिया.
धन्यवाद उमीद है आपको यह कहानी पसंद आई होगी, हमे कॉमेंट करके बताए के मेरी दीदी की असली कहानी आपको कैसी लगी?