देसी गर्ल Xxx कहानी मेरे चाचा की कमसिन जवान बेटी की पहली चुदाई की है. एक बार उसने मेरे फोन में नंगी ब्लू फिल्म देख ली. उसकी अन्तर्वासना भड़क गयी.
मेरा नाम अजय राज है. मैं अन्तर्वासना में लिखी कहानियां हमेशा पढ़ता रहता हूं.
आज हिम्मत करके मैं अपनी सेक्स कहानी यहां लिख रहा हूं.
मैं आशा करता हूं कि आप सबको मेरी देसी गर्ल Xxx कहानी पसंद आएगी. ये मेरी पहली कहानी है, अगर कोई गलती दिखाई दे, तो नजरअंदाज कर दीजिएगा.
ये मेरी और मेरे बड़े चाचा की बड़ी बेटी मेरी चचेरी बहन की चुदाई की कहानी है.
मेरी बहन बहुत ही सुन्दर है. एकदम दूध सी गोरी है.
वो हमारे स्कूल की सबसे ज्यादा हॉट लड़की है. उसकी लंबाई 5.5′ है. उसका फिगर 34-28-36 का है. वो मुझसे उम्र में 3 साल छोटी है.
अभी मेरी शादी हो चुकी है और उसकी होने वाली है. कोरोना की वजह से पिछले साल शादी टल गई थी.
ये बात तब की है जब हम दोनों पढ़ते थे और गांव में रहते थे. हमारा घर गांव का सबसे बड़ा घर है. हालांकि हमारा गांव बहुत बड़ा नहीं है.
ये प्रयागराज महानगर के पास सतना रोड में बसा छोटा सा गांव है.
हमारे परिवार का गांव में काफी नाम है. हम सब सयुंक्त परिवार में रहते हैं. एक ही कैंपस हमारे तीन घर बने हुए हैं.
इसमें बड़े चाचा चाची, उनका बड़ा बेटा और दो छोटी बेटियां, छोटे चाचा और चाची, दो बेटे और एक बेटी … और ताऊजी ताईजी, उनका एक बेटा और बेटी रहते हैं.
एक मकान में घर के नौकर नौकरानी और उनके बच्चे रहते हैं.
मेरा घर का एक नौकर मुझसे दो साल छोटा था और मेरा पक्का चेला था. उसका नाम रिंकू था.
मेरे चाचा की बड़ी बेटी प्रियंका है.
प्रियंका, रिंकू और मैं, हम तीनों का एक अलग ग्रुप था.
हम आपस में हर तरह की बातें शेयर करते थे. जो भी स्कूल या फिर घर में घटा था, उसे आपस में साझा कर लेते थे.
उस समय हमारे बीच में चुदाई की कोई बात नहीं होती थी, बस किस वगैरह की बात होती थी कि किसने स्कूल में किसको किस किया, कौन किसकी गर्लफ्रेंड है. इस तरह की बातें होती थीं.
ये सारी बातें हम लोग शाम को मिलकर मेरे घर की छत में बने ऊपर कमरे में होती थी.
हमारा घर तीन मंजिला है और इसकी छत के कमरे तक आने का सिर्फ एक रास्ता है.
लेकिन दूसरी मंजिल आने के दो रास्ते हैं, जिसमें से एक ज्यादातर बन्द रहता था.
जो रास्ता खुला रहता था, उसके बगल में बैठ जाओ तो पूरा घर साफ़ दिख जाता था.
ये बात तब की है, जब टू जी फोन्स का जमाना था. मुझे नया सैमसंग का फोन मिला था. मैं तब स्कूल की 12वीं कक्षा में था. मैं दिन भर उसमें गेम खेलता था.
फिर किसी तरह मैंने दोस्त से जुगाड़ लगा कर मैंने अपने फोन में 4 सेक्स क्लिप्स डाल लीं. अब मैं और मेरा चेला रिंकू एक साथ अकेले कमरे में आ जाते और नंगी चुदाई की क्लिप्स देखते थे.
इसी वजह से प्रियंका को भी ज्यादा टाइम नहीं देते थे. सारा दिन वही चुदाई की क्लिप्स देखते रहते थे.
एक दिन प्रियंका रूम में आ गई.
वो बिना चप्पलों के आई थी जिससे उसके आने की बिल्कुल आवाज नहीं हुई.
उसने हमें मोबाइल में फिल्म देखते हुए पकड़ लिया.
मैंने झट से फोन बंद कर दिया लेकिन उसे ये देख लिया था कि हम दोनों कुछ देख रहे थे.
अब वो पीछे पड़ गई और जिद करने लगी कि मुझे भी देखना है.
मैंने उससे वादा लिया कि तुम किसी को कुछ नहीं बताओगी, ये वादा करो, तभी दिखाऊंगा, नहीं तो उसे हम दोनों ग्रुप से निकाल देंगे और कोई बात शेयर नहीं करेंगे.
वो मान गई.
तब मैंने उसे फोन में पहली वीडियो चला कर दी.
उसमें एक अंग्रेज आदमी और अंग्रेज लड़की किस कर रहे थे, जिसको वो बहुत मजे से देख रही थी.
उसने बताया- मेरी सहेली भी अपने बॉयफ्रेंड को ऐसे ही किस करती है.
तभी रिंकू ने कहा- आगे देखती रहिए दीदी … इसमें बहुत कुछ है.
कुछ देर बाद वो लड़का उस लड़की की बड़ी बड़ी चूचियां दबाने लगा. शर्ट के बटन खोल कर और मुँह में लेकर चूसने लगा. उसकी चूचियां उसने मसल कर रख दीं.
फिर लड़की ने उसका लंड निकाला और अपने हाथ में पकड़ कर हिलाने लगी.
थोड़ी देर सहलाने के बाद उसने उस लंड को अपने मुँह भर लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
ये सब देख कर प्रियंका का चेहरा बिल्कुल लाल हो गया.
साफ दिख रहा था कि उसे उस समय बहुत अच्छा लगा रहा था.
तभी फिल्म में वो दोनों धीरे धीरे पूरे नंगे हो गए. वो लड़का उस लड़की की चूत में लंड डाल कर घमासान चोदने लगा.
लड़के ने लड़की की चीखें निकाल कर रख दीं और अपना पूरा पानी उसके मुँह में भर दिया.
इस सबको हम तीनों ने मजा लेकर देखा.
उसके बाद ये हम तीनों का रोज का प्रोग्राम बन गया. उन क्लिप्स को देखने का और अपनी वासना को भड़का कर शान्त रह जाने का सिलसिला चलने लगा.
ऐसा कब तक चलता.
मेरा और रिंकू का लंड पूरी तरह खड़ा हो जाता.
कब तक कंट्रोल करते.
मैंने एक दिन अपना लंड उन दोनों के सामने ही निकाल कर हिलाना शुरू कर दिया जिसे प्रियंका और रिंकू दोनों देखने लगे.
प्रियंका मोबाइल बंद कर मेरा लंड देखने लगी.
उसकी नजरें मेरे लंड पर ही लगी थीं.
मैं उन दोनों को देखते हुए अपने लंड को हिला रहा था.
तभी रिंकू ने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसे तेज तेज हिलाने लगा.
रिंकू का लंड पूरा काला था और मेरे से काफी छोटा भी था. उसका लंड लगभग 3.5 से 4 इंच का ही था, जबकि मेरा लंड लगभग 6 इंच का है और मेरा लंड गोरा भी था. उसके लंड से काफी मोटा भी था.
रिंकू के पास जैसे कोई लुल्ली हो, ऐसा सामान था.
फिर थोड़ी देर हिलाने के बाद हम दोनों का पानी प्रियंका के सामने ही निकल गया.
हम तीनों की नजरें मिलीं और हंसने लगे.
मुझे साफ समझ आ रहा था कि प्रियंका भी पूरी गर्म हो चुकी थी.
अब हमारा ये भी रोज का काम हो गया.
एक दिन प्रियंका ने मेरा लंड को अपने हाथ से पकड़ा और उसे सहलाने लगी.
फिर एक दो दिन बाद उसने अपने घुटनों के बल बैठ कर मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया और उसे चूसने लगी.
मुझे बहुत अच्छा लगा.
ये उसने काफी देर तक किया जिससे मेरा पूरा पानी उसके मुँह में ही निकल गया और वो उसे गटक भी गई.
यह सीन देख कर रिंकू की आंखें फटी रह गईं.
जैसे ही प्रियंका खड़ी हुई, मैं जोश में आकर उसके होंठ चूसने लगा.
उसके छोटे छोटे चूचे मैंने पूरी तरह से मसल डाले; बाहर निकाल कर उन्हें खूब चूसा और मैंने उसके चूचों में काट भी लिया जिससे वो थोड़ा चीखी भी.
फिर कुछ देर मस्ती के बाद वो अपने घर चली गई.
अगले दिन फिर यही प्रोग्राम चालू हुआ.
अब मेरी बहन के अन्दर कोई शर्म नहीं बची थी. जैसे ही मैंने लंड निकाला, प्रियंका ने उसे अपने हाथ में पकड़ लिया और हिलाते हुए बैठ कर लंड चूसने लगी.
मुझे बहुत अच्छा लगा रहा था.
तभी अचानक से रिंकू ने भी मेरे लंड को प्रियंका के मुँह से खींच कर निकाला और अपने मुँह में भर लिया. वो मेरे लंड को तेजी से चूसने लगा.
ये देख कर प्रियंका हैरान हो गई कि उसका लंड वो चूसने लगा.
हैरान तो मैं भी हुआ लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था.
वो दोनों मेरे लंड को चूसने के लिए लड़ने लगे.
तभी मैंने उन्हें समझाया कि मेरे पास एक ही लंड है और तुम लोगों की हरकतों से इसमें दर्द हो रहा है. ऐसा करो बारी बारी से चूस लो क्योंकि मुझे दोनों को चुसवाने में अलग अलग से मजा आ रहा था.
पहले प्रियंका ने पानी पिया और फिर रिंकू ने सड़ा सा मुँह बनाया मगर पी गया.
अब हम दोनों बस चुदाई का मौका देख रहे थे.
मैं अपने दोस्तों से सुन सुन कर ये जान चुका था कि पहली चुदाई में लड़की को बहुत दर्द होता है, वो बिल्कुल कुतिया की तरह चीखती है.
बस उस समय थोड़ी देर के लिए उसका मुँह दबाना होता है. और लंड तो बिल्कुल गलती से बाहर नहीं निकलना होता है.
तभी कुछ दिनों में खबर आई कि हमारे फूफा जी की मृत्यु हो गयी है और सभी घर वालों को जाना पड़ेगा.
उसी समय एग्जाम का टाइम था तो घर के सारे बच्चों को यहीं रुकने को बोल दिया गया.
सारे बड़े लोग कानपुर चले गए.
अगले दिन मेरी और प्रियंका की पहले से ही प्लानिंग हो चुकी थी कि बुखार का बहाना कर स्कूल नहीं जाएंगे और आगे का खेल खेलने की तैयारी करेंगे.
सबके जाते ही एक घंटा बाद मैं रिंकू और प्रियंका ऊपर कमरे में पहुंच गए.
हमने चूमाचाटी करना शुरू कर दी. तभी रिंकू दूसरे कमरे से चारपाई ले आया जो कि मैंने उससे पहले ही बोल दिया था.
आज मैंने पहली बार प्रियंका को पूरी नंगी किया था.
रिंकू उसको आंख फाड़े देख रहा था और अपना लंड बाहर निकाल कर हिला रहा था.
मैंने एक काले कलर की बेडशीट उस चारपाई में बिछा दी, जो कि रिंकू ही अपने मकान में से लाया था.
प्रियंका को उस पर नंगी लेटा कर खूब चूमा चाटी की और उसकी चूत भी खूब चूस कर गीली कर दी.
मैंने रिंकू से कहा- तुम नीचे वाले फ्लोर में खड़े हो जाओ और निगरानी करो. अगर कोई आए तो हमें पहले से आकर बता देना ताकि हम बच सकें.
रिंकू के मुड़ते ही मैंने अपनी हॉट सेक्सी बहन प्रियंका की चूत में लंड लगाया और धीमे धीमे घुसाने लगा.
लेकिन नई चूत होने की वजह से लंड उसकी चूत में जा नहीं रहा था.
मैंने अगल बगल देखा तो कमरे के बाहर एक दिया रखा दिखा.
हमारे यहां रोज उधर रात में दिया रखते थे ताकि लाइट जाने पर भी थोड़ा उजाला बना रहे.
मैं उसे लेने के लिए नंगा ही बाहर निकल आया.
मैंने देखा कि बाहर रिंकू खड़ा था.
वो मुझे पूरा नंगा देख कर मुस्करा दिया. वो दिया खुद ही लेकर कमरे में आ गया ताकि वो प्रियंका को नंगी देख सके.
उसने हम दोनों को देखा और हंस कर गुडलक बोल कर बाहर चला गया.
मैंने दिया से थोड़ा तेल निकाला और अपनी बहन की चूत पर थोड़ा सा लगा दिया. चुत में उंगली अन्दर डाल कर चुत को चिकना कर दिया.
फिर लेट कर उसकी चूत पर अपना लंड टिकाया और जोरदार धक्के से पूरा लंड उसकी चूत में अन्दर तक घुसा दिया.
वो तेजी से चीखी- आआह मार डाला रे … मम्मी बहुत मोटा है … आह फट गई री मेरी चूत!
मैंने झट से उसका मुँह अपने मुँह से दबा दिया जिससे उसकी आवाज किसी को सुनाई न दे जाए.
फिर भी रिंकू के कानों तक आवाज चली गई. जो कि नीचे वाले फ्लोर में खड़ा था.
वो भी समझ गया कि भैया के लंड से दीदी की सील टूट गई.
यह तो अच्छा था कि नीचे कोई था नहीं वरना लेने के देने पड़ सकते थे.
उसके बाद मैं कुछ देर तक रुका; उसकी चूचियां चूस कर उसे गर्म करता रहा.
जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो वो मेरे नीचे से कसमसाने लगी और मुझे अपनी तरफ खींचने लगी.
मैंने अपना लंड बाहर निकाला और फिर से उसकी चूत के अन्दर घुसा दिया.
ऐसे करके 10-15 धक्के अन्दर को मारे ताकि मेरे लंड के लिए जगह बन जाए.
अब तक वो भी गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत भी गीली हो गई थी.
वो दर्द के साथ अपनी चूत ऊपर नीचे कर रही थी और मैं भी खूब मजे लेकर उसकी चूत चोदने में लगा पड़ा था.
मैंने उसकी चूत को कम से कम 10 मिनट तक चोदा और अन्दर ही अपना पूरा पानी निकाल दिया.
फिर देखा तो उसकी चूत से खून निकल रहा था लेकिन काली चादर होने की वजह से चादर गीली बस दिख रही थी, खून बिल्कुल नहीं दिख रहा था.
उसके बाद हम दोनों ने उस दिन दो राउंड और चुदाई की और रिंकू नीचे ही खड़ा रहा.
इसके 3-4 दिन तक तो उसकी चूत ने बहुत दर्द दिया लेकिन वो चुदाने रोज आती रही.
भले ही हमारा एक राउंड होता था. मगर हमारी चुदाई फुल स्पीड चालू रहती.
उसके बाद से जब तक हमारे घर वाले जब तक नहीं आ गए, हम दोनों रोज 3 से 4 बार चुदाई कर लेते थे.
अब कभी कभी रिंकू भी कमरे में आ जाता था. उसके सामने भी हम दोनों फुल नंगे होकर चुदाई कर लेते थे.
कभी कभी तो रिंकू ही मेरा लंड चूस कर खड़ा करता था और प्रियंका की चूत में डालता था.
इस तरह के बाद मैं अपने दोस्त से कंडोम मंगाने लगा कि मैं अपने घर में अपनी नौकरानी की बेटी को चोदता हूं, कहीं कोई गड़बड़ी न हो जाए, इसलिए जरूरत है.
वो मुझे हर हफ्ते कंडोम के पैकेट लाकर देता और पीरियड्स के 10 दिन छोड़ कर मैं अपनी चचेरी बहन को रोज चोद लेता.
अब रिंकू भी कभी कभी उसकी चूत चाट लेता था. वो हम दोनों को अपनी चूत चटा चटा कर खूब मजे लेती थी.
उसके बाद भी हमारी चुदाई चलती रही.
मेरी चचेरी बहन की चुदाई की कहानी आपको अच्छी लगी या नहीं?
मैं अपनी देसी गर्ल Xxx कहानी का अगला भाग आपको जरूर बताना चाहूँगा कि कैसे मैंने रिंकू के साथ मिलकर अपनी बहन प्रियंका की उसकी चुदाई की. साथ ही और क्या क्या हुआ हम तीनों के बीच … वो सब आपको बाद में लिखूँगा.
आपको मेरी देसी गर्ल Xxx कहानी कैसी लगी, मेल करके जरूर बताइएगा.