हेलो रीडर्स, मेरा नाम अनुज है. मैं 23 साल का हू, और कॉलेज में पढ़ रहा हू. मेरी हाइट 5’8″ है, और मेरा लंड 7 इंच का है. मैं एक हाइ प्रोफाइल फॅमिली से बिलॉंग करता हू. मेरी फॅमिली की सारी औरते एक-दूं टॉप क्लास और फिट रहने वाली है.
हमारा घर मुंबई में है. मेरी फॅमिली में मों-दाद, चाचा-चाची, दादा दादी, और एक बड़ी बेहन है. चाचा-चाची का कोई बच्चा नही है, तो वो मुझे ही अपने बेटे जैसा मानते है. मैं शुरू से ही अपनी चाची को बहुत पसंद करता हू.
मैने बहुत बार उनके बारे में सोच कर मूठ भी मारी है. मेरी चाची का नाम नीलम है, और उनका फिगर 36″28″38″ है. रंग उनका सॉफ है, और जीन्स में तो वो कमाल की लगती है. इस कहानी में मैं आपको बतौँगा, की कैसे मैने अपनी चाची को ब्लॅकमेल करके छोड़ा.
पिछले साल की वाकेशन्स में हमने गोआ जाने का प्लान बनाया. मैं, मम्मी, पापा, चाचा, और चाची गोआ जेया रहे थे. दीदी की कोचैंग चल रही थी, तो वो नही जेया सकती थी. इसलिए वो दादा-दादी के साथ घर पर ही रुकी थी.
वाहा जाके हमने होटेल में 3 रूम बुक किए. एक रूम में मम्मी-पापा थे, दूसरे में चाचा-चाचा, और तीसरे में मैं था. फिर हम सब ने साथ में लंच किया, और शाम को हम बीच पर चले गये.
बीच पर बहुत सारी मस्त लॅडीस थी, जो बिकिनी पहने हुए थी. मैं तो उनको देख कर मज़े लेने लगा. तभी चाची ने मम्मी से कहा-
चाची: दीदी हम भी बात ले लेते है.
मम्मी: ठीक है.
फिर वो दोनो चेंजिंग रूम में गयी, और स्विम सूट पहन कर आ गयी. क्या कमाल की लग रही थी दोनो. बड़े-बड़े बूब्स, मोटी गांद, और पेट अंदर. बड़ा ही डेड्ली कॉंबिनेशन था. मैं तो चाची को उपर से नीचे तक घूर रहा था.
तभी मैने पापा की तरार देखा. मैं ये देख कर हैरान रह गया, की पापा भी चाची को हवस भारी नज़रो से देख रहे थे. फिर मम्मी और चाची दोनो स्विम्मिंग करने चले गये. जब थोड़ी डेट बार वो आए, तो चाची टवल से अपने बाल पोंछ रही थी.
तभी उन्होने पापा की तरफ देखा, और उन्हे स्माइल पास की. इधर पापा ने भी उनको स्माइल पास की. मम्मी आके बैठ गयी, और चाची बहाना करके वापस रूम में चली गयी. जाते हुए चाची पापा को कुछ इशारा कर गयी.
फिर थोड़ी देर बाद पापा भी उठे, और रूम की तरफ चले गये. अब मम्मी और चाचा बीच पर ही थे, और पापा और चाची अंदर जेया चुके थे. फिर मैं भी उनके पीछे चला गया.
जब मैं पापा के रूम के बाहर गया, तो अंदर से कुछ आवाज़े आ रही थी. मैने दरवाज़े के होल से अंदर देखा, तो पापा चाची को चूम रहे थे. ये देख कर मेरी तो आँखें ही फटत गयी. चाची बिकिनी में थी, और पापा अंडरवेर में थे.
चाची को चूमते हुए पापा उनकी गांद दबा रहे थे. क्या कमाल की गांद लग रही थी चाची की. फिर पापा ने चाची को बेड पर लिटा लिया, और उनके उपर आके उनके बूब्स दबाने लगे. पापा ने चाची का एक बूब बाहर निकाला, और उसको चूसने लग गये.
चाची कामुक आहें भर रही थी. तभी मैने डोर से मम्मी को आते देखा. मैने सोचा, की अगर पापा पकड़े गये, तो मैं इस चीज़ का फ़ायदा नही ले पौँगा. ये सोच कर मैने ज़ोर से पापा के रूम का दरवाज़ा नॉक कर दिया.
इससे वो दोनो दर्र गये, और चाची ने कपड़े पहन लिए. पापा ने जब मम्मी को आते देखा, तो उन्होने चाची को उनके रूम में भेज दिया. फिर पापा मम्मी के साथ वापस बीच पर चले गये. लेकिन चाची अपने रूम में ही थी.
फिर मैं चाची के रूम की तरफ गया, और रूम का दरवाज़ा नॉक किया. चाची ने दरवाज़ा खोला, और बोली-
चाची: अनुज तू?
मैं: जी मैं, क्यू आप किसी और को एक्सपेक्ट कर रही थी?
चाची ने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहनी थी, और उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी.
चाची: नही मुझे लगा शायद..
मैं: शायद पापा आए है?
ये सुन कर चाची थोड़ी घबरा गयी. फिर वो बोली-
चाचा: मुझे लगा शायद तेरे चाचा आए है.
मैं: मुझे लगा आप मेरे पापा की वेट कर रही होंगी.
चाची: भाई साब की? मैं भला उनकी वेट क्यू करने लगी.
मैं: मैं सब जानता हू चाची.
चाचा: क्या जानता है तू?
मैं: वही, जो आपके और पापा के बीच में चल रहा है.
चाची: मैं कुछ समझी नही अनुज. क्या बोल क्या रहा है तू?
मैं: अब इतनी भी भोली ना बनो चाची.
ये बोल कर मैं चाची के पास गया, और उनकी कमर में हाथ डाल कर अपनी तताफ खींच लिया. फिर मैं बोला-
मैं: जो आप और पापा अभी कर रहे थे ना, मैने वो सब देख लिया है.
चाची: हम तो कुछ नही कर रहे थे. तेरा दिमाग़ खराड हो गया है.
उन्होने मेरा हाथ अपनी कमर से हटाया, और डोर जाके सोफा पर बैठ गयी. फिर वो बोली-
चाची: और अगर कर भी रहे थे, तो तेरे पास क्या प्रूफ है?
मेरे पास कोई प्रूफ तो नही था, लेकिन फिर भी मैने अंधेरे में तीर चला दिया. मैं चाची को बोला-
मैं: चाची प्रूफ तो मैं मम्मी और चाचा जी को ही दिखौँगा. और वही से आप देख लेना.
ये बोल कर मैं कमरे से जाने लगा. तभी चाची जल्दी से मेरे पास आई, और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे रोक लिया. वो मुझे बोली-
चाची: अनुज ऐसा मत करना प्लीज़. तू बोल ना तुझे क्या चाहिए?
मैने फिरसे उनकी कमर में हाथ डाला, और अपनी तरफ खींच कर बोला-
मैं: मुझे तो आप चाहिए चाची.
चाची: नही अनुज, ये ग़लत है.
मैं: और यही आप पापा के साथ करो तो सही.
ये सुन कर चाची चुप हो गयी. मैने उनकी चुप्पी को उनकी हा समझा, और अपने होंठ उनके होंठो पर चीका दिए. चाची ने मुझे रोका नही, लेकिन वो मेरा साथ भी नही दे रही थी. मैं उनको किस करते हुए उनकी गांद दबाने लगा.
क्या कमाल की मुलायम गांद थी चाची की. मैं 10 मिनिट तक उनके होंठ चूस्टा रहा. 10 मिनिट बाद जब मैने उनके होंठ छोढ़े, तो चाची बोली-
चाची: अनुज तुम्हे ये नही करना चाहिए.
मैने जवाब दिया: चाची आप ह्टनेस का समुंदर हो. अगर मैं भी इसमे डुबकी लगा लूँगा, तो आपका क्या चला जाएगा. प्लीज़ चाची, मुझे भी आपको प्यार करने दो ना. मैं किसी को कुछ नही बतौँगा.
ये बोल कर मैं फिरसे चाची के होंठ चूसने लगा. धीरे-धीरे चाची भी मेरा साथ देने लगी. फिर मैने किस करते-करते चाची की शॉर्ट्स में हाथ डाल लिया, और उनकी गांद के चियर को रगड़ने लगा.
इससे चाची हॉर्नी हो गयी, और मेरी जीभ चूसने लग गयी. फिर मैने चाची की त-शर्ट उतार दी. चाची ने भी मेरी त-शर्ट उतार दी, और मेरी चेस्ट पर किस करने लगी. मेरी चेस्ट के बाल देख कर चाची बोली-
चाची: अनुज तू तो मर्द बन गया है.
फिरसे हम दोनो वाइल्ड किस करने लग गये. मैने चाची की ब्रा पीछे से खोल दी, और सोफा पर बैठ गया. चाची को मैने अपनी जाँघ पर बिता लिया. हमारी किस चलती जेया रही थी. फिर चाची ने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा, और मेरी शॉर्ट्स के उपर से मेरा लंड मसालने लग गयी.
मैने भी चाची की शॉर्ट्स निकाल दी. फिर चाची उठी, और मुस्कुराते हुए बेड की तरफ जाने लगी. जाते-जाते उन्होने अपनी पनटी भी उतार दी, और मेरी तरफ फेंक दी. फिर चाची बेड पर जाके लेट गयी. वो मेरी तरफ हॉर्नी निगाहो से देख कर बोली-
चाची: कम ओं टाइगर! टके मे.
मैने अपनी शॉर्ट्स और अंडरवेर उतारा, और मेरा 7 इंच का लंड चाची की तरफ पॉइंट कर रहा था. मेरा लंड देख कर चाची बोली-
चाची: नाइस डिक टाइगर. नाउ लीक मी पुसी.
ये बोल कर चाची ने अपनी टांगे खोल दी. अब जन्नत का द्वार मेरे सामने था. मैं नीचे झुका, और उनकी छूट को कॅंडी की तरह चूसने लग गया. क्या टेस्टी छूट थी चाची की. ब्राउन छूट से चॉक्लेट का स्वाद आ रहा था.
चाची मेरे सिर को अपनी छूट में दबा रही थी, और मैं जीभ अंदर डाल कर छूट का स्वाद ले रहा था. फिर चाची ने मुझे उनके उपर आने को कहा उल्टा होके. मैं उनके उपर चला गया, और अब हम 69 पोज़िशन में थे.
चाची ने मेरा लंड अपने मूह में ले लिया, और मेरी गांद को कस्स लिया. अब मैं चाची की छूट को चूस रहा था, और वो मेरा लंड चूस रही थी. कुछ देर में मैने चाची के मूह में धक्के देने शुरू कर दिए.
फिर मैं सीधा हुआ, और चाची की छूट में लंड डाल दिया. चाची की आहह निकल गयी, और वो बोली-
चाची: फक टाइगर फक.
फिर मैने पूरी स्पीड से झटके देने शुरू किए, और चाची की गर्दन चूमने लगा. चाची मेरा कान काट रही थी, और आहह आ कर रही थी. जाँघो के आपस में टकराने से पुर रूम में ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी.
चाची अपने बूब्स पकड़ कर मेरे मूह में डाल रही थी, और मैं छूट छोड़ते हुए उन्हे चूस रहा था. 10 मिनिट तक मैं एक ही स्पीड में चाची की छूट में धक्के देता रहा. फिर जैसे ही चाची झड़ी, तो मैने स्पीड और तेज़ कर दी.
चाची को दर्द होने लगा, और वो मेरी पीठ नोचने लगी. फिर मैं आ आ करता हुआ उनकी छूट में ही झाड़ गया. अब हम दोनो शांत हो चुके थे, और चाची की छूट हमेशा के लिए मेरी हो चुकी थी.
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