चचेरी हॉट भाभी की जोरदार चुदाई

Xxx भाभी सेक्स स्टोरी मेरे ताऊ के बेटे की पत्नी के साथ सेक्स की है. मेरे भाई अपनी पत्नी का ख्याल नहीं रखते थे. एक दिन मुझे भाभी के साथ अकेले रहने का मौक़ा मिला.

नमस्कार दोस्तो, इस कहानी में मैं आपको अपने जीवन की सच्ची घटना के बारे में बता रहा हूं कि मैंने कैसे अपनी हॉट भाभी को चोदा.
Xxx भाभी सेक्स स्टोरी में सभी नाम बदले हुए हैं.

मेरा नाम विजेंद्र है और ना जाने क्यों मुझे रात में भूतों से बहुत डर लगता है.

मैं पहले आपको अपने घर के सभी सदस्यों से परिचय करा देता हूं.

मेरे घर पर मेरे मम्मी पापा और मेरी बड़ी बहन रीना 23 साल की है.

मेरे घर के बगल में मेरे बड़े पापा यानि कि मेरे पापा के भाई रहते हैं. मेरी और उनकी आपस में बहुत बनती है.

उनकी दो बेटियां प्रिया और अनुष्का और एक लड़का अशोक (26) है.

प्रिया और मैं हमउम्र हैं और हम 19 साल के हैं.

लगभग डेढ़ साल पहले अशोक भैया की शादी हो गई थी. उनकी बीवी यानि मेरी भाभी का नाम रूपाली है।
उनकी उम्र लगभग 24 साल होगी.

शादी के कुछ टाइम बाद भैया ने अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट कर दिया।
बिजनेस के काम से वे अधिकतर शहर के बाहर ही रहते हैं और कभी-कभी ही घर आते हैं.

मेरी भाभी बहुत हॉट और सुंदर हैं.
मैंने कभी उन्हें गलत नजरों से नहीं देखा.
पर एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि:

यह कहानी आज से लगभग 1 महीने पहले की है जब मेरे मामा का जन्मदिन था.
लेकिन जन्मदिन के 3 दिन पहले अचानक रात में मुझे तेज बुखार आया।

जिस दिन मामा का जन्मदिन था, उस दिन की सुबह तक मेरा बुखार काफी कम हो चुका था पर मुझे अच्छा महसूस नहीं हो रहा था.
तो मैंने मम्मी से कह दिया था कि मैं जन्मदिन में नहीं जा पाऊंगा.
इसलिए मम्मी ने भी जन्मदिन में जाने से मना कर दिया।

परंतु शाम के समय जब नानी ने फोन करके कहा तो मम्मी जाने के लिए राज़ी हो गई और मेरे लिए घर पर ही खाना बना दिया।

सब लोग जाने के लिए तैयार होने लगे.
तैयार होने के बाद मम्मी ने मुझे कहा कि मैं बड़े पापा के घर जाकर कहूं कि हम लोग तैयार हो गए हैं, और वो लोग भी तैयार हो जायें.

मैं बड़े पापा वहां गया.
वहां पर सब लोग तैयार हो चुके थे, बस बड़ी मम्मी बाल सही कर रही थी.

मुझे घर के कपड़ों में देखकर बड़ी मम्मी ने पूछा कि मैं बर्थडे में क्यों नहीं जा रहा हूं.
तो मैंने बता दिया कि मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है.

तभी उधर से भाभी निकली, वे भी घर के कपड़ों में थी.
तो मैंने पूछा- भाभी आप बर्थडे में नहीं जा रही हैं क्या?

उन्होंने कहा- आपके भाई घर पर नहीं हैं. और मैं आपके मामा के घर में किसी को जानती भी नहीं हूँ तो मैं वहां बोर हो जाऊंगी.

फिर मैंने सबसे तैयार होकर बाहर आने को कहा और घर वापस आ गया.

सभी लोग तैयार होकर बाहर आ गए और मामा के घर चले गए.
मैं और भाभी वहीं खड़े रहे.

फिर भाभी ने कहा- अभी खाना भी बनाना है!
मैंने भाभी से कहा- मम्मी मेरे लिए खाना बनाकर गई हैं, हम साथ में खा लेंगे।
भाभी ने हां कर दी और अपने घर जाने लगी.

मैंने लगभग आधे घंटे बाद भाभी को फोन किया और कहा- भाभी, आप मेरे घर आकर खाना खा लें.
पर उन्होंने कहा कि मैं खाना लेकर उनके ही घर आ जाऊं.

थोड़ी देर बाद मैं खाना लेकर भाभी के घर चला गया और डोरबेल बजाई.

भाभी ने दरवाज़ा खोला तो मैं देखता ही रह गया.
भाभी ने उस समय सफ़ेद रंग का सलवार कुर्ता पहन रखा था।
मैं भाभी को देखता ही रह गया.

फिर भाभी ने कहा- देखते ही रहोगे या अंदर भी आओगे?
मैं भाभी के पीछे पीछे अंदर आ गया.

भाभी ने खाना परोसा और टीवी ऑन कर दिया.
हम खाना खाने लगे.

तभी लाइट चली गई और टीवी बंद हो गया.
फिर हम आपस में बात करने लगे.

भाभी ने मुझसे पूछा कि मैं भाभी को दरवाजे पर ऐसे क्यों देख रहा था?
तो मैंने भाभी से कहा- मैंने आपको इन कपड़ों में पहली बार देखा है. वरना आप हमेशा साड़ी ही पहनती हैं.

भाभी ने कहा- क्या ये कपड़े मुझ पर अच्छे नहीं लगते?
तो मैंने कहा- आप इन कपड़ों में बहुत सुंदर लग रही हैं.
और मैं उनकी तारीफ करने लगा कि वे कितनी अच्छी हैं.

और फ़िर इधर उधर की बातें करने लगे.

हम खाना भी खा चुके थे पर अभी लाइट नहीं आई थी और मेरे घर का इनवर्टर भी खराब था इसलिए भाभी ने कहा- विजेंद्र, तुम आज रात मैं यहीं पर ही सो जाओ.
मैं भी तुरंत मान गया.

फिर मैंने भाभी से कहा- मैं सोऊंगा कहां?
भाभी ने कहा- तुम प्रिया के बेडरूम में सो जाओ और मैं अपने रूम में!

तो मैंने भाभी से कहा- मुझे रात से अकेले डर लगता है.
भाभी हंसने लगी.

मुझे थोड़ा गुस्सा आ गया.
तो भाभी ने मुझे मनाते हुए कहा कि मैं उनके साथ उनके बेडरूम में सो जाऊं.

मैं भाभी के साथ उनके बेडरूम में चला गया.
फिर हम दोनों साथ में लेट गए और बातें करने लगे कि सब लोग वहां पार्टी में क्या कर रहे होंगे.

मैंने भाभी से उनकी लाइफ के बारे में पूछा जैसे कि उन्होंने किस कॉलेज से पढ़ाई की है और इधर उधर की बातें।

फिर भाभी ने मुझसे मेरी जीएफ के बारे में पूछा.
तो मैंने न में सिर हिलाया.
भाभी कहने लगी- तुम इतनी अच्छी बातें करते हो और दिखने में भी अच्छे लगते हो. तुम मुझसे झूठ बोल रहे हो कि तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं है.

लेकिन भाभी मान गई, उन्होंने मुझसे पूछा कि मुझे किस टाइप की लड़की पसंद है.
मैंने भाभी से कहा- मुझे आपकी जैसी गर्लफ्रेंड चाहिए.

तो भाभी ने पूछा- मुझमें ऐसा क्या है जो तुम्हें मेरी जैसी जीएफ चाहिए?
मैंने कहा- आप सबका इतना ख्याल रखती हो और आप इतनी खूबसूरत हो.

भाभी को अपनी तारीफ सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था.
वे मेरे बाल सहलाने लगी.

फिर भाभी ने मुझसे पूछा कि मुझे उनमें सबसे ज्यादा खूबसूरत क्या लगता है.
तो मैंने कहा- मुझे आपके बाल बहुत अच्छे लगते हैं.

भाभी ने कहा- और मुझमें क्या-क्या अच्छा लगता है?
मैंने कहा- आपकी कमर भी बहुत मस्त है.

भाभी मेरी बातों से गर्म होने लगी थी. मेरा हथियार भी धीरे-धीरे तनाव में आने लगा था.
क्योंकि मैंने लोवर पहन रखा था इसलिए उनको उभार साफ साफ दिखाई दे रहा था.

फ़िर मैंने हिम्मत करके भाभी की कमर पर अपना हाथ रख दिया.
उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं की।

मेरी हिम्मत और बढ़ गई और मैं बातें करते करते उनकी कमर को सहलाने लगा.
वो ऐसा व्यवहार कर रही थी कि मानो उन्हें कुछ पता ही नहीं!

फ़िर मैंने भाभी से पूछा- आपकी शादी हुए इतना टाइम हो गया है पर आपका बेबी नहीं है?
वो रूँआसी हो गई।
तो मैंने उन्हें सॉरी बोला.

वो कहने लगी- शादी के बाद शुरू में अशोक मेरा बहुत ख्याल रखते थे पर अब वो मुझपर ध्यान ही नहीं देते। अपने काम के सिलसिले में कई कई दिनों तक घर के बाहर रहते हैं. हमारी सेक्स लाइफ बिल्कुल खत्म ही हो गई है.
और वो रोने लगी.

मैंने उनके आंसू पौंछे और माथे पर एक किस कर दिया.

अचानक ही उन्होंने अपने होंठों को मेरे होंठों से मिला दिया.
मैं भी बहुत गर्म हो चुका था, मैं भी उनका साथ देने लगा.

हमने लगभग 5 मिनट तक लिप-किस किया.
वो पागलों की तरह मुझे चूमने लगी और मेरी टीशर्ट को उतार दिया.
मैं भी पूरे जोश में आ चुका था।

फिर भाभी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए, मैं सिर्फ अंडरवियर में था.
मैंने भी भाभी की कमर पर किस करते हुए उनके कुर्ते के साथ साथ उनकी ब्रा उतार दी और उनके बूब्स को चूसने लगा.

वो अजीब तरह से सिसकने लगी.
मैंने उनके बायें चूचे पर हल्का सा काटा, वो तड़फ उठी।

फिर मैंने भाभी को पूरी नंगी कर दिया.
वो दिखने में किसी परी से कम नहीं लग रही थी।

फिर मैं घुटनों पर खड़ा हो गया और भाभी ने मेरे अंडरवियर अचानक से उतार दिया जिससे मेरा लंड उनके लबों से टकरा गया.

मेरा लौड़ा देखकर उनके चेहरे पर एक अजीब सी खुशी आ गई. मेरा लंड साढ़े 6 इंच लम्बा है।
भाभी ने मेरे लंड पर किस किया.

मैंने भाभी को लिटा दिया, उनके बूब्स दबाने लगा और उनकी गर्दन पर किस करने लगा.
वो सिसकारियां भर रही थी.
मैं उनके पूरे बदन को पागलों की तरह चूम रहा था.

फिर मैंने उनके बूब्स को दबाते हुए उनकी नाभि पर किस किया और नाभि पर किस करते हुए उनकी चूत के पास आ गया.

भाभी की शादी के लगभग डेढ़ साल हो चुके हैं पर उनकी चूत को देखकर लग रहा था कि मानो वो अभी कुंवारी हो।
उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था शायद उन्होंने आज ही बाल साफ किए थे. उनकी चूत हल्की लाल लग रही थी.

मैंने उनकी दोनों टांगें खोल दी और भाभी की चूत पर एक किस कर दिया.
वो मचल गई.
मुझे हल्का नमकीन सा लगा पर भाभी तो उछल गई।
मैंने 3 – 4 बार ऐसे ही किया।

फिर मैं उनके उपर आकर उनके होंठ को चूसने लगा.

अब भाभी लंड के लिए मचलने लगी थी. उन्होंने अपने हाथ से लंड को चूत पर सेट किया.

मैंने उनके दोनों हाथों को कस के पकड़ लिया और लिप किस करते हुए लंड उनकी चूत में उतारने लगा.
पर बार बार मेरा लंड इधर उधर फिसल रहा था. फिर मैंने लंड उनकी चूत पर रखा और उनके हाथ को फिर से पकड़ लिया और अचानक एक तेज झटका मारकर आधे से कुछ ज्यादा लंड भाभी की चूत में उतार दिया.

भाभी के आंसू निकल आए. वो चीखना चाह रही थी पर मैं भाभी को किस करने लगा. भाभी अपनी जुबान मेरे मुंह में कर रही थी और मैं उसे चूसने लगा.

थोड़ी देर बाद भाभी खुद ही अपनी कमर आगे पीछे करने लगी और पूरा लंड अंदर ले लिया.

मैं मुश्किल से 2-3 मिनट ही रुक पाया और उनकी चूत में ही बह गया.
फिर मैंने अपना लंड भाभी की चूत से बाहर निकाल लिया.

कुछ देर बाद मैं फिर से भाभी को किस करने लगा.

मेरा लंड दोबारा खडा हो गया और दोबारा से लंड मैंने उनकी चूत में डाल दिया.

मैं तेज़ी से भाभी की चूत चुदाई करने लगा.
उन्होंने अपनी टांगों से मुझे जकड़ लिया और मेरी पीठ पर अपने नाखून लगाने लगी.

थोड़ी ही देर में मुझे अपने लंड पर कुछ महसूस हुआ. भाभी की पकड़ ढीली हो गई.
मैं समझ गया कि भाभी झड़ गई.

फिर मैंने भाभी को 🐕 पोजीशन में किया, चूत में फिर से लंड घुसा दिया और जोर जोर से चोदने लगा.

वो सिसकारियां भर रही थी इससे मेरा जोश और बढ़ रहा था।

मैंने करीब 15 मिनट तक भाभी को ऐसे ही चोदा और मेरा फिर से बह गया.

इस बीच भाभी झड़ चुकी थी.

फिर मैंने भाभी को लेटा दिया और उनके बूब्स के साथ खेलने लगा.
कुछ देर बाद भाभी ने मुझे लिटा दिया, वो मेरे ऊपर आ गई और मुझे किस करने लगी.

हमने इस बार काफी देर किस करी थी. मुझे भाभी को किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था.

आधे घंटे बाद मेरा लंड फिर से जोश में आ गया.

भाभी ने मुझे नीचे ही रखा, खुद ऊपर आ गई, लंड को अपनी चूत पर सेट करके धीरे धीरे पूरे लंड को चूत के अंदर ले लिया और उछल उछल के चुदवाने लगी.

फिर मैंने उनके बूब्स अपने हाथों में ले लिए और दबाने लगा.
उन्होंने अपने बाल पीछे किए और होंठ से होंठ मिला दिए।

मैं अब अपनी कमर हिला कर उनकी चुदाई कर रहा था और वो मुझे किस कर रही थी. मैं अपनी पूरी ताकत से अपनी भाभी को चोद रहा था.

इस बार भाभी कि हालत खराब हो चुकी थी।
वो झड़ चुकी थी पर इस बार मैं करीब 20 मिनट तक लगातार उनको ठोकता रहा और उनकी चूत में ही झड़ गया.

भाभी मेरे ऊपर से हट गई और मेरे माथे पर किस किया। फिर रसोई में जाकर पानी ले आयी और मुझे पानी दिया और फिर मेरा जूठा पानी पी लिया.

तभी मेरी बहन का फोन आया. उसने कहा कि वो लोग कल शाम तक घर आएंगे।
इतना सुनते ही भाभी खुश हो गयी और मेरे बगल में लेट गई।

भाभी ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और कहने लगी- तुमने मुझे आज जो सुख दिया है, मैं उसे कभी नहीं भुला पाऊंगी।
मैंने फिर भाभी के होंठों को किस करना शुरू कर दिया.

पर अब मेरा लंड पूरी तरह खड़ा नहीं हो रहा था क्योंकि मैं पहले तीन बार झड़ चुका था. मेरा लंड दर्द भी कर रहा था.

तभी भाभी ने मेरा लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
फिर भाभी मेरे ऊपर आ गई और थोड़ी देर भाभी अपनी चूत की दरार में लंड रगड़ने लगी. थोड़ी देर बाद भाभी का शरीर अकड़ने लगा उन्होंने मुझे किस करना शुरू कर दिया और फिर झड़ गई.

मैं और भाभी ऐसे ही किस करते हुए सो गये.

दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है. आपको यह Xxx भाभी सेक्स स्टोरी अच्छी लगी होगी. आप मुझे कमेंट करके जरूर बताएं.
और अगर आप मुझे को सुझाव देना चाहते हैं तो आप मुझे मेल कर सकते हैं.
नमस्कार
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