अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले समस्त पाठकों को गोपाल कुमार का सादर नमस्कार! मैं बहुत दिनों से सोच रहा था कि अपनी चुदाई की नयी कहानी लिखूं लेकिन मौका ही नहीं मिल पा रहा था. तब भी समय निकाला और आज मैं अपनी सच्ची बॉडी से बॉडी मसाज सेक्स कहानी लेकर आप सबके समक्ष उपस्थित हो रहा हूं.
मैं गोरखपुर, उत्तर प्रदेश से हूं, मेरा कद 5 फुट 8 इंच लंबा, चौड़ा, गोरा चिट्टा पर्सनालिटी है मैं एक छोटा सा व्यवसाय भी करता हूं, अपने व्यवसाय के सिलसिले में दिल्ली जाता रहता हूं.
सेक्स ऐसी चीज है जिससे कभी मन नहीं भरता है किसी का भी … चाहे वह कुंवारा हो या शादीशुदा या विधवा महिला हो या पुरुष … सेक्स सबकी जरूरत है.
जैसा कि सभी पाठक जानते होंगे दिल्ली में सेक्स बाजार, होटल मसाज पार्लर, दिल्ली का रंडीखाना मशहूर जी बी रोड जगह पर उपलब्ध है. और दिल्ली में जाओ और चुदाई ना करो तुम तो मजा कहां आता है!
मैं जिस होटल में रुकता हूं, उस होटल में भी कॉल गर्ल की व्यवस्था है. अक्सर पहाड़गंज के होटल में मैं रुकता हूं रात में तो होटल में चुदाई होती ही है तो मैंने सोचा चलो इस बार दिन में बॉडी टू बॉडी मसाज करवा कर मजा लिया जाए!
दोपहर के दो बज रहे थे, मैंने गूगल पर सर्च किया तो नेहरू प्लेस के पास एक मसाज पार्लर का फोन नंबर मिला और मैंने उससे बात की, उसने सिर्फ मसाज की ही बात की फोन पर… मैंने चुदाई के बारे में पूछना चाहा तो उसने कुछ नहीं बताया और कहा कि आप आ जाइए, आपको मसाज का पूरा मजा आयेगा.
फिर मैंने उनके रेट वगैरा पूछे और 1 घंटे बाद उस मसाज पार्लर में पहुंच गया.
वहां जाकर आमने सामने बात हुई, उसने बताया कि ग्राहक मसाज करने वाली लड़की की चुदाई भी कर सकता है, लेकिन हर काम के अलग चार्ज होंगे.
मैंने उससे मसाज और चुदाई के पैसे पूछे तो 1 घंटे का ₹ 3500 में तय हुआ. जब मैंने लड़की दिखाने की बात की तो एक नेपाली और एक इंडियन जिसकी उम्र करीब 28 से 30 साल की रही होगी, बेहद गोरी और बहुत कामुक दिख रही थी, उसके उभार बड़ी बड़ी चूचियां साफ दिख रही थी.
मैंने इंडियन लडकी को पसंद किया और पार्लर के मसाज रूम के अंदर गया तो उसने मुझे कपड़े बदलने को कहा और एक फ्रेंच कट अंडरवियर दिया.
मैं उसे पहन कर मसाज टेबल पर लेट गया.
उसके बाद वह लड़की आई, मैंने उसका नाम पूछा, उसका नाम नेहा था, उसने मुझे पेट के बल लेटने को बोला और मसाज वाली जेल से मेरी पीठ में मालिश करने लगी.
उसके बाद उसने पूछा- बॉडी से मसाज करूँ?
मैंने कहा- हां! नहीं तो क्या मैं यहाँ अपनी गांड मरवाने आया हूँ?
मेरी बात सुन कर वो हंस पड़ी और उसके बाद वो भी अपने कपड़े उतारकर पूरी नंगी हो गई. उसकी चूची 34″ की थी मुलायम मुलायम… उसकी गांड भी मस्त थी पीछे से उठी हुई जो 36″ की थी और उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. लेकिन उसका पेट थोड़ा निकला हुआ था और पेट पर स्ट्रेच मार्क्स भी थे.
उसे इस हालत में देखते हुए मेरा लण्ड पूरी तरह खड़ा हो गया, उसने मेरा अंडरवियर उतार दी और मेरे लण्ड को मुट्ठी में भरकर आगे पीछे करने लगी जिससे मैं मदहोश होता गया. जी तो कर रहा था उसे भी पटक कर उसको चोद दूं लेकिन मसाज कर के चुदाई करने का मजा कुछ और होता है.
अब वह मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे पूरे पेट को और शरीर को जीभ से और चूची से रगड़ने लगी. पटा नहीं उसे क्या हुआ कि जल्दी ही उसके मुंह से सिसकारी छूटने लगी और आवाज लगाने लगी- आ आ उ उ अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, जल्दी से मुझे चोद दो!
उसकी चूत ने इतना पानी छोड़ रखा था कि ऊपर आते ही मेरा लंड जो 6 इंच का लंबा 3 इंच मोटा है, उसकी चूत में घुस गया और मैं भी हैरान रह गया कि बिना कंडोम के उसने लंड कैसे मेरा चूत के अंदर ले लिया.
उसके बाद उसने मुझे सॉरी बोला और अपनी चूत से मेरा लंड निकाल कर चूची से मेरे सीने और पेट की मसाज करने लगी. लेकिन वो इतना कामुक हो गई थी कि कहने लगी- अब जल्दी से एक राउंड कर लो, फिर बॉडी मसाज कर दूंगी!
मैं हैरान था कि चुदाई की जल्दी तो मुझे होनी चाहिए लेकिन मेरी जगह ये चुदाई के लिए मरी जा रही है. फिर भी मैंने उसकी बात मानते हुए कहा- ठीक है! एक बार चुदाई कर लेटे हैं अगर तुम कह रही हो तो!
तो नेहा मेरे लंड पर कंडोम लगाकर मेरे ऊपर चढ़ गई. उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर लगाया, उसकी चूत इतनी पानी पानी हो रही थी कि बिना रुके मेरा लंड उसकी चूत में घुस गया और मजे लेकर हिल हिल कर मुझे वह चोदने लगी. वह अपने चूतड़ उठा उठा कर मेरे लंड पर पटक रही थी और पूरा मजा ले रही थी चूत चुदाई का!
उसकी चोदन क्रिया देख कर मेरे मुंह से सिसकारी फूट पड़ी, कसम से इतना मजा मुझे चुदाई में कभी नहीं आया था जितना मजा मुझे नेहा मुझे ड़े रही थी. मैं गया था उसे चोदने … लेकिन उसने मुझे ही चोद दिया. मेरे लिंग पर बैठकर गांड ऊपर नीचे करने लगी और मैं नीचे लेटा हुआ उसके चूचे मसल कर मजा लेता रहा.
मैंने अपनी जिंदगी में बहुत चुदाई की है लेकिन नेहा जैसी चुदक्कड़ रंडी कभी नहीं देखी और ना मुझे मिली थी. इसके जैसी चुदक्कड़ बहुत कम ही मिलती है लेकिन जिसे मिलती है उसके लंड का भाग्य बदल जाता है.
फिर उसने कहा- यार आप भी तो कुछ करो!
तो मैं उसकी चूची चूसने लगा, उसके चूतड़ दबाने लगा और वह अपनी गांड उठा उठाकर लंड पर पटकने लगी. पूरा कमरा हम दोनों की हवस भरी आवाजों से गूंज उठा ‘आ आ आ ई ई ई उ उ उ थोड़ा जोर जोर से चोद ए!
20 मिनट चुदाई करने के बाद कम से कम दो बार उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था लेकिन मेरा अभी नहीं गिरा था. फिर मैं उसके ऊपर आ गया और 10 से 15 मिनट मैंने भी उसकी चूत में लंड डालकर चोदना शुरू किया. 5 मिनट बाद मैंने उसके दोनों पैर हवा में उठा कर धक्का मारना शुरू किया और वह चिल्लाने लगी- आ आ उम्म्ह… अहह… हय… याह… उ उ उ!
फिर मैंने नेहा को घोड़ी बनाकर चोदना शुरू किया, उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी, मेरा लंड पूरी तरह से उसकी चूत के अंदर बाहर पानी से भीग चुका था और उसकी चूत का पानी जांघों तक आ चुका था.
मैंने जमकर उसकी चुदाई की, तब जाकर कहीं मेरा माल गिरा.
उसने कहा- बहुत अच्छी चुदाई करते हो… और काफी देर तक तुमने किया!
फिर कंडोम निकालकर वह मसाज करने लगी. उस दौरान हम दोनों ने एक दूसरे से बात करना शुरू किया. उससे मैंने पूछा- क्या तुम होटल में भी सर्विस दे सकती हो?
तो उसने कहा- नहीं, मैं केवल दिन में सर्विस देती हूं.
मैंने कहा- क्यों?
तो उसने बताया- मैं शादीशुदा हूं और मेरी एक बिटिया भी है, अगर रात को मैं बाहर रहूंगी तो मेरे पति को मुझ पर शक हो जाएगा.
फिर उसने मेरे बारे में पूछा तो मैंने बताया- मैं गोरखपुर से हूं और अक्सर दिल्ली आता जाता रहता हूं.
उसने कहा- जब भी आना मुझसे मिलना जरूर!
और हम दोनों ने एक दूसरे का नंबर एक लिया.
उसके बाद मैंने उससे पूछा- तुम्हें चुदाई पसंद है या मजबूरी में करती हो?
उसने बताया- दिल्ली में रहना इतना आसान नहीं होता है, उसके लिए पैसों की जरूरत ज्यादा होती है. रही चुदाई की बात… तो चुदाई किसको नहीं पसंद है, चाहे वह आदमी हो या औरत!
उसकी बातें सुनकर मेरा लंड फिर तैयार हो गया, मैं फिर खड़ा हो गया तो उसने कहा- अभी और चूत चोदने के लिए चाहिए क्या?
मैंने कहा- लग तो ऐसा ही रहा है!
उसने कहा- कंडोम तो एक ही था, पार्लर वाले ही देते हैं, अब कैसे होगा?
तो मैंने कहा- मुझे कंडोम में मजा नहीं आता लेकिन मजबूरी है!
उसने कहा- बिना कंडोम के ही कर लो लेकिन अलग से पैसे देने पड़ेंगे!
आगे उसने कहा- लेकिन अपना माल समय से बाहर निकाल देना… नहीं तो तुम गोरखपुर में रहोगे मैं तुम्हारे बच्चों को यहां खिलाऊंगी!
तो मैंने उसे ₹1000 और दिया और बिना कंडोम के उसकी चुदाई करने लगा.
मैंने कहा- तुम्हारे साथ क्या क्या कर सकता हूं?
तो उसने कहा- लिप किस, गांड में… पर लंड नहीं चूसूँगी. बाकी सब जैसा चाहो कर लो!
फिर मैंने उसकी चूची को खूब दबाया और चूसा, जमकर उसकी चुदाई की.
इसके बाद मैंने उसको नीचे उतार कर मेज पकड़कर खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत चोदने लगा और वह मस्त होकर मुझसे चुदने लगी.
इस चुदाई में मुझे बहुत मजा आया. इतनी कामुक रंडी या कॉल गर्ल पहली बार मिली थी जिसे जितना चोदो मन नहीं भरता था. ऐसी मस्त चुदाई जितनी बार करने को मिले कम है.
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