हेलो दोस्तो, मेरा नाम मीनाक्षी है और मैं गुजरात की रहने वाली हूँ और मुझे अपने क्लास का एक लड़का बहुत पसंद था, उसका नाम विभोर था, दिखने मे वो कुछ खास तो नही था पर पता नही क्यो मैं उसकी तरफ खींची चली जाती थी, उसकी गर्लफ्रेंड भी थी लेकिन तब भी मैं उसके क्लोज़ रहने की कोशिश करती थी, वो मुझे कुछ खास पसंद नही करता था और जभि उसे मुझसे कुछ काम होता था तो बड़ा स्वीट बनता था, मैं ये सब जानती थी की वो मुझसे सिर्फ़ अपना मतलब निकाल रहा है, एक बार हम कॉलेज के दोस्त दामन घूमने गये, गुजरात मे शराब नही मिलती पर दामन मे सब मिलता है, हम सब वाहा पीने के इरादे से ही गये थे, और मेरा इरादा कुछ और ही था, मैं विभोर के साथ बस मज़े करना चाहती थी उससे एक बार चुदना चाहती थी, हम सब वाहा पहुच कर होटेल मे चले गये, हमने 4 रूम बुक किए और फ्रेश हो के हम सभी गर्ल्स ने सेक्सी सेक्सी कपड़े पहन लिए, मैं विभोर को अट्रॅक्ट कर के आज उससे चुदना चाहती थी किसी भी कीमत पर, मैने एक सेक्सी सी शॉर्ट्स एंड स्लीव-लेस टी-शर्ट पहन ली जो की काफ़ी ट्रॅन्स्परेंट सी थी, अब हम 3 बॉट्टेल दारू की ले आए और सब पीने बैठ गये.
मैने सिर्फ़ एक पेग पिया ताकि मैं होश मे राहु लेकिन विभोर को मैने 4 एक्सट्रा स्ट्रॉंग पेग पीला दिए ताकि वो अपना होश खो बैठे और मैं उसके साथ मज़े कर साकु, और देखते ही देखते सब शराब के नशे मे धुत थे और सिर्फ़ मैं होश मे थी, जब मैं समझ गयी की वो पूरा नशे मे धुत हो चुका है, तब मैने उसका हाथ पकड़ा और उसे अलग कमरे मे ले गयी जहा कोई नही बैठा था, मैने उस कमरे को अंदर से लॉक किया एंड लाइट्स ऑफ कर ली, उस टाइम शाम के 6:30 बज रहे थे और अंधेरा हो चुका था, वो होश मे नही था और मैने उसे बेड पे धक्का देके लेटा दिया, मैने झट से उसकी टी-शर्ट उतारी और उसे पागलो की तरह किस करने लगी, उसने मुझे काफ़ी मना किया पर क्योकि वो होश मे नही था वो अपनी ताक़त से मुझे अपने से अलग नही कर पा रहा था, किस करते-करते मैने उसके शॉर्ट्स उतारे और एक झटके से उसका आधा खड़ा हुआ लॅंड मूह मे लेके चूसने लगी, जैसे ही उसका लॅंड मेरे मूह के अंदर गया वो झटके से खड़ा हो गया, उसका लॅंड इतना बड़ा होने लगा, लेकिन मुझे काफ़ी मज़ा आ रहा था, मैं लोली-पोप की तरह उसके लॅंड को चूसे जा रही थी, वो भी अब एंजॉय कर रहा था.
वो अपने हाथ से मेरा सर अपने लॅंड पे दबा रहा था और आ आहह अहह अहह ऊहह ऊहह जैसी आवाज़े कर रहा था, उसका लॅंड मैं कभी धीरे से चुस्ती तो कभी ज़ोर ज़ोर से चुस्ती, उसका लॅंड काफ़ी मोटा था और मैने इतना अछा लॅंड कभी किसी का नही देखा था, लॅंड लंबे तो होते ही है पर इतना मोटा लॅंड बहुत कम लोगो का होता है, मैने उसका लॅंड करीब 10 मिनिट तक चूसा और फिर मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, इसलिए मैने अपने कपड़े उतारे और अपनी गीली चुत को उसके लॅंड पे रख के बैठ गयी, अब मैं उसके लॅंड पे उछाल रही थी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैं ज़ोर ज़ोर से मोन कर रही थी आ आ आहह आहह आ आह आहा एयेए एयेए आअहह अहह आहह आहह विभोर आहह आहह आह आ आ आ आअहह आहह आहह आह “चोदो और चोदो मुझे, आज मेरी चुत फाड़ दे तू विभोर” ऐसे चिल्लाने लगी, हमारे दोस्तों को लग रहा था की हम कही बेहोश ना हो गये हो इसलिए एक लड़का हमारे रूम की बालकोनी मे से झाँकने लगा, पहले तो मुझे पता नही चला पर अचानक मेरी नज़र उसपर गयी और मैने देखा की वो हमे घूर्र रहा है ये देख के मैं और ज़्यादा गरम हो गयी और ज़्यादा उछालने लगी विभोर के मोटे लॅंड पे.
मुझे ऐसा लगा जैसे वो दोस्त बाहर खड़ा हो कर हमे देखते-देखते अपना लॅंड हिला रहा हो पर मैने इस बात की परवाह किए बिना ही चुदति रही, अब मैं अपने बूब्स को विभोर के मूह के पास ले गयी और उसका मूह हल्का खोल के अपने निपल्स उसके मूह मे देने लगी, वो भी अब मेरे बूब्स को बच्चों की तरह चुस्से जा रहा था, बूब्स सकिंग से मैं हमेशा ही उत्तेजित हो जाती हूँ, अब हम चुदाई मे इतने गुल गये थे की हम सब भूल चुके थे, 2-3 बार मैं ऑलरेडी झड़ चुकी थी, अब वो भी झड़ने ही वाला था और मैं उसका लॅंड बाहर निकाल के हिलाने लगी और उसने अपना सारा माल मेरे फेस पे गिरा दिया, अगले दिन हमने ऐसे बिहेव किया जैसे कुछ हुआ ही नही था और उस दोस्त ने भी ऐसे बिहेव किया जैसे उसने कुछ देखा ही नही था पर उसकी नज़र मेरी तरफ कुछ अलग हो गयी थी अब मुझे लग रहा था की अगली चुदाई उसी के साथ होनी है, तो दोस्तो आपको मेरी कहानी कैसी लगी प्लीज़ मुझे ज़रूर बताइए, आप नीचे दिए कॉमेंट सेक्षन मे कॉमेंट कर सकते है और इस कहानी को रेटिंग भी ज़रूर दीजिए और आप मुझे मैल भी कर सकते है, मेरी मैल आईडी है “[email protected]”. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके