नंगी बहन क्सक्सक्स ब्लू-फिल्म बना कर चुदाई

मैं आपको उस हादसे के बारे में बताता हूँ जिसके कारण मैं और मेरी बहन माही एक-दूसरे के इतने करीब आ गए. ये बात तब की है जब मैं कॉलेज जाता था और माही स्कूल में पढ़ती थी.

एक दिन की बात है. माही स्कूल नहीं गई थी क्योंकि उसके एग्जाम स्टार्ट होने वाले थे. मैं सुबह ही कॉलेज चला गया. जब मैं दोपहर को घर लौटा तो मैंने देखा कि घर पर कोई नहीं है.
मैंने मम्मी और बहन माही को आवाज़ दी लेकिन किसी ने कोई उत्तर नहीं दिया.

फिर मैं अपने कमरे की तरफ जाने लगा. तभी मुझे अपनी छोटी बहन के कमरे से कुछ आवाजें सुनाई दीं. मैंने जब माही के कमरे की खिड़की से देखा तो मैं अन्दर का नज़ारा देख कर दंग रह गया. मैंने देखा कि माही मेरे लैपटॉप में ब्लू-फिल्म देख रही है और उसने अपने सारे कपड़े उतारे हुए हैं. वो बेड पर बिल्कुल नंगी लेटी हुई है.. और अपने एक हाथ से अपने मम्मों को मसल रही है. ब्लू-फिल्म देखते समय वो एक हाथ की उंगली को अपनी चिकनी चुत में दे रही है.

माही के कमरे के पूरे नज़ारे को मैंने अपने मोबाइल ने क़ैद कर लिया था.
मैंने अपनी बहन को कभी ग़लत नज़रों से नहीं देखा था, लेकिन वहाँ का नज़ारा देख कर मैं हैरान हो गया. अब मैं अपनी बहन की चुदाई के सपने देखने लगा.

मेरी बहन भी शायद ये बात जानने लगी थी कि मैं उसको चोदने की नजर से देखता हूँ. मैंने अन्तर्वासना पर और इंटरनेट पर कई बार भाई-बहन की चुदाई के किस्से पढ़े और देखे थे. इसलिए मैं ये समझ गया था कि चुत और लंड में सिर्फ चुदाई का रिश्ता ही होता है.

अब मैं ये सब कर सकता था. मैं अपनी बहन के बारे में सोच कर मुठ मार लेता था. घर पर भी मैं माही के अंगों को किसी ना किसी बहाने से छूने की कोशिश करता था. ये बात माही भी जान गई थी.. पर वो कभी कोई विरोध नहीं करती थी. शायद उसको भी इसमें मजा आता था.

अब तो मैं अपनी बहन की चुदाई के सपने को किसी ना किसी तरह पूरा करने की कोशिश करने लगा.

कामदेव ने मेरी एक दिन सुन ली. मेरे मम्मी-पापा को एक बार वीकेंड पर किसी काम से बाहर जाना पड़ गया. वो शनिवार की सुबह को ही निकल गए. मैं और माही आपस में काफ़ी खुले हुए थे. हम दोनों को एक-दूसरे की गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के बारे में सारी बातें पता थीं.

उस दिन जब मेरे मम्मी-पापा चले गए, तभी मैं फिर से सो गया और लगभग 8 बजे उठा. मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया. मैंने अपने लैपटॉप को साउंड सिस्टम से कनेक्ट कर दिया और साउंड इतना रखा कि उसकी आवाज़ केवल घर में ही रहे.

अब मैंने उस पर एक ब्लू फिल्म लगा दी ब्लू-फिल्म की सिसकारियों की आवाज़ सुनकर माही मेरे कमरे में आई. उस टाइम मेरी पीठ दूसरी साइड थी. इस कारण मैंने उसे देखा नहीं. शायद उसको ऐसा लगा पर मैंने उसे इग्नोर कर दिया था. जब मैंने उसकी तरफ एक बार चुपके से देखा तो वो भी अपनी आँखो से ब्लू-फिल्म के मजे ले रही थी.

तभी उसने मुझे आवाज़ दी- भैया ये सब क्या है?
मैंने पूछा- क्या..?
वो बोली- आप गंदी मूवी देखते हो और वो भी इतनी तेज आवाज में?
मैंने कहा- तो इसमें बुराई क्या है?
वो बोली- मैं ये सब मम्मी को बताऊंगी.
मैंने कहा- तू कौन सी सुधरी हुई है?
उसने कहा- क्या मतलब?

मैंने कहा- तू भी तो छुपकर मेरे लैपटॉप में मूवी देखती है.
उसने कहा- क्या प्रूफ है?
तो मैंने उसे उसकी वही वीडियो दिखा दी.
वो बोली- ये सब झूठ है.
मैंने कहा- इसमें तेरी शक्ल, तेरा रूम सब झूठ है? इसमें सब दिख रहा है. अब अगर मैं ये मम्मी को दिखा दूं तो जानती है कि क्या होगा.. तुझे पता है ना?

अब वो रोने लगी ओर मुझे ऐसा करने के लिए मना करने लगी.

तब मैंने उससे कहा- मैं एक शर्त पर ही मानूँगा.
वो बोली- मुझे तुम्हारी हरेक शर्त मंजूर है.
मैंने कहा- बाद में मुकर मत जाना!
वो बोली- कभी नहीं.
तो मैंने कहा- ठीक है, सुनो जो काम इस ब्लू-फिल्म में हो रहा है, वही मैं भी तुम्हारे साथ करना चाहता हूँ मतलब तुम्हें चोदना चाहता हूँ.

इस पर वो मना करना लगी और बोली- हम भाई बहन हैं.
मैंने कहा- तो क्या हुआ.. लंड केवल चुत से रिश्ता रखता है.. चाहे वो किसी की भी हो.
ये कहते हुए मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया ओर वो मुझसे आकर लिपट गई. मैंने उसे कस कर पकड़ लिया.. वो मेरी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी, पर इसका कोई फायदा नहीं हुआ.

मैं उसे अपनी बांहों में भरकर बिल्कुल पागल कुत्ते की तरह चूमने और काटने लगा. वो कराहने लगी और मुझसे छूटने की गुहार करने लगी, पर मुझ पर हवस का नशा चढ़ चुका था.

मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिया और उसे बुरी तरह चूसने लगा. अपनी बहन के होंठों को चूसते हुए मैं उसकी कमर, चूचे गांड सभी अंगों को मसलने लगा, जिस कारण से वो भी गर्म होने लगी और फिर उसका विरोध भी कम हो गया.

अब वो मेरा साथ देने लगी. मैंने उसके सारे कपड़े जल्दी से उतार दिए और उसे बिल्कुल नंगी कर दिया. मैंने उस टाइम केवल अंडरवियर पहना हुआ था. जिसमें मेरे लंड के तन जाने से से तंबू बन गया था.
मैंने माही को अपनी गोद में उठा लिया और उसे बेड पर पटक दिया. अब वो भी पूरे मजे लेने लगी.

मैं उसके पूरे नंगे बदन को हब्शी की तरह चाटने लगा. वो इस सबसे कराह उठी और बोली- अब मैं केवल तुम्हारी हूँ तो थोड़ा आराम से करो ना.
मैंने उससे अपना लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी, पर थोड़ा मनाने के बाद वो मान गई और मेरे निक्कर को उतारकर मेरा लंड चूसने लगी.

जब मेरी बहन मेरा लंड चूस रही थी तो मैं जन्नत की सैर कर रहा था. मैंने उसके बालों को कस कर पकड़ लिया था और ज़बरदस्ती अपने लंड को उसके गले तक पहुँचा दिया, जिसके कारण उसको साँस लेने में दिक्कत हो रही थी.
मेरा लंड छूटने वाला था तो मैंने अपना सारा माल माही के मुँह में ही छोड़ दिया और वो पूरा माल पी गई.

फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चुत पर मुँह रखकर चाटने लगा. वो सिसकारियाँ भरने लगी, उसने मेरे मुँह को पकड़ कर अपनी चुत में दबा दिया. लगभग 5 मिनट की चुत चुसाई के बाद मैं उसे चोदने की पोज़िशन में आ गया. वो भी बहुत देर से चुदने को बेताब थी.
जब मैंने अपना लंड उसकी चुत पर रखा तो वो तड़प उठी और बोली- भैया जल्दी करो.

फिर मैंने जब पहला शॉट मारा तो मेरा आधा लंड माही की चुत में जा चुका था. माही को बहुत दर्द हो रहा था. उसकी चीख भी निकल गई थी और उसकी चुत से खून निकल रहा था. वो मुझसे लंड बाहर निकालने को कहने लगी, पर मैंने उसकी ना सुनते हुए एक और झटका दे मारा.
अब मेरा पूरा लंड माही की चुत में समा गया और माही तड़फने लगी. मैंने उसे चुप किया और कहा- थोड़ी देर रुक.. फिर बहुत मजा आएगा.

जब वो कुछ देर बाद शांत हो गई, तब मैंने उसे चोदना स्टार्ट किया और थोड़ी देर बाद वो भी मजे लेकर चुदवाने लगी.
मैं उसे गाली देता हुआ चोद रहा था और वो भी मुझे गाली देते हुए चुदवा रही थी. मेरे हर शॉट पर वो ‘अहहाहा.. उहुहूह.. सस्स.. उह.’ इस तरह की आवाजें निकालती और कहती- बहनचोद आज चोद दे अपनी इस नाज़ुक सी छोटी बहन को.. और बना ले इसे अपनी रखैल.

मैं भी लंड पेलते हुए कहता- बहन की लौड़ी.. तुझे तो बहुत दिन से चोदना चाहता था.. आज मौका मिला है, आज तेरी चुत का भोसड़ा ना बनाया तो कहना..
सारा कमरा चुदाई की ‘फॅक फॅक..’ और माही की मादक सिसकारियों से गूँजने लगा.

मैं उसे लगातार चोदे जा रहा था और इसी बीच वो दो बार झड़ भी चुकी थी. फिर मैं भी अपनी चरम सीमा पर पहुँच गया और अपनी स्पीड बढ़ा दी. मैं माही की चुत में ही झड़ गया. मैंने अपना सारा माल माही की चुत में छोड़ दिया. हम दोनों एक-दूसरे की बांहों में ही चिपक कर लेट गए.

जब मैं एक घंटे बाद उठा तो देखा कि माही अभी भी वैसे ही बिल्कुल नंगी सो रही है. उसकी चुत खून से लाल थी. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. अब मैंने फिर से माही की चुदाई शुरू कर दी. उसके बाद हम दोनों साथ ही नहाए. वहाँ भी मैंने उसकी चुदाई की.

जब तक अगले दिन हमारे मम्मी-पापा घर वापस आए. इस बीच हम दोनों ने 11 बार चुदाई की थी. माही से सही से चला भी नहीं जा रहा था. मैं उसके लिए मेडिकल से पेनकिलर और आईपिल लेकर आया. उसे खाने के बाद वो नॉर्मल हुई.

यह चुदाई मेरे जीवन की बेस्ट चुदाई थी. उस दिन के बाद मैंने और मेरी बहन ने ना जाने कितनी ही बार चुदाई का ये हसीन खेल खेला.

मैंने उसकी गांड भी मारी. वो रोजाना रात को मम्मी-पापा के सोने के बाद मेरे रूम में आ जाती और चुद कर चली जाती.
इस तरह मैंने अपनी सग़ी छोटी बहन को चोदा था.

आपको मेरी सेक्स स्टोरी कैसी लगी जरूर बताएं.