ये स्टोरी मेरे और मेरी आंटी के बीच की है जो की एक मिडिल स्कूल टीचर है और चाचा भी टीचर हैं हमारे घर में मेरे २ अंकल अपनी फॅमिली के साथ रहते हैं. घर में दादा दादी भी हैं. मेरी फॅमिली में माँ डैड और मैं बस हु और हम सब एक ही बिल्डिंग में रहते हैं.
स्टोरी के पहले मैं अपना बॉडी साइज़ बता दू. मैं दिखने में स्मार्ट हु ये सभी मानते है और बॉडी एवरेज है और हाँ मैं पार्ट मेरे लंड का साइज ७ इंच है और मोटाई इसके अकॉर्डिंग आप खुद सोच सकते हैं.
अब मैं आप लोगों को ज्यादा बोआर न करते हुए स्टोरी पे आता हु. मेरी आंटी दिखने मैं ज्यादा खूबसूरत तो नहीं पर हाँ सेक्सी तो इतनी है की मोहल्ले के अंकल लोग भी उनपे चांस मारना चाहते है. उनके बूब्स इतने बड़े की २ लोग एक साथ उन्हें चूस ले और जब वो अपनी गांड मटका के चलती है तो क्या कहने! मुझे तो लगता है की वही उन्हें पटक कर चोद दू.
उनके २ बच्चे होने के बाद भी उन्होंने अपनी बॉडी को इस तरह मैंटेन किया की नयी उम्र की लड़कियां फ़ैल हो जाएँ. मेरे अंदर सेक्स की बहुत भूख है इतनी की मैं सेक्स के लिए कुछ भी कर सकता हु इवन कभी कभी मैं सोचता हु की जिगोलो सर्विस शुरू कर दू क्योंकि मुझे सेक्स के लिए आंटीस और भाभी ही ज्यादा पसंद है पर यहाँ ये करना पॉसिबल नहीं है.
मेरी एक गर्लफ्रेंड भी है जिसको मैंने खूब चोदा पर जैसा मैंने बताया की मुझे सेक्स के लिए आंटी और भाभी पसंद हैं. तो मैंने सोचा कयो न किसी आंटी को पटाया जाये और घर में ही हो तो ज्यादा अच्छा है जब चाहे मजे लूटो.
मेरी और मेरी आंटी की खूब बनती है हम हर तरह की बातें कर लेते है. हम दोनों काफी सारा वक़्त एक साथ गुजारते हैं और वो मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में भी जानती हैं. उन्ही ने मुझे गर्लफ्रेंड बनाने बोला की तुम इतने स्मार्ट हो तुम्हे तो कोई भी लड़की मिल जाएगी पर मैं उन्हें कैसे बताता की मुझे तो वो ही चाहिए. इसके चलते मैं उन्हें खूब लाइन भी मारता था पर वो अनजान बनती थी.
मेरी स्टोरी अभी जस्ट ९ दिसम्बर की है जिस दिन इलेक्शन वोटिंग हो रही थी/ जैसा की मैंने बताया मेरे अंकल भी टीचर हैं तो उनकी इलेक्शन में ड्यूटी लगी थी जबलपुर से ५० किलोमीटर दूर. तो इनको इलेक्शन के एक दिन पहले निकलना था तभी मैंने सोच लिया मेरा काम आज ही बन सकता है.
अंकल मेरे जागने से पहले निकल ही निकल गए क्योकि उन्हें इलेक्शन का सामान लेके जाना था. मैं नोर्मली रोज की तरह उठा फ्रेश होकर ऑफिस जाने लगा. तब मेरी आंटी ने ही मुझे बताया की तेरे अंकल आज ही इलेक्शन ड्यूटी में निकल गए है. फिर में ऑफिस चला गया और सोचने लगा की मेरे बिना पूछने पर भी आंटी ने मुझे ये क्यों बताया की अंकल ड्यूटी पे निकल गए हैं और अंदर ही अंदर खुश होने लगा की लगता है आज काम बन जायेगा.
मैं अपने ऑफिस से फील्ड में जाने का बहाना करके २ बजे ही घर आ गया. घर पे कोई नहीं था दादा दादी खेत वाले मकान में थे माँ बड़ी माँ के घर गयी थी और पापा जॉब पे गए हुए थे मैंने सोचा मौका अच्छा है.
मैं जल्दी से चेंज कर के आंटी के रूम में गया तो देखा वो अकेली न्यूज़ पेपर पढ़ रही थी. उनके बच्चे बहार खेलने गए हुए थे. मैं गया उनके पास बैठ गया.
आज जल्दी आ गया?
मैं: हाँ आप घर पे अकेली है तो मैंने सोचा आपको कंपनी दे दूंगा.
आंटी: अच्छा अपनी आंटी की कब से इतनी फिक्र होने लगी?
मैं: इंसान जिसे प्यार करता है उसकी फिक्र हमेशा रहती है.
आंटी: क्या बात है आज बड़े रोमांटिक मूड में है?
मैं: हम्म्म मैं आपसे एक बात बोलना चाहता हु.
उन्होंने भांप लिया मैं क्या बोलना चाहता हु.
क्या है बोल.
मैं उनके कान के पास गया और धीरे से आई लव यु बोलते हुए उन्हें किस कर दिया और एक हाथ से उनका एक बूब प्रेस कर दिया.
उन्होंने मुझे झटके से दूर कर दिया.
आंटी: ये क्या कर रहा है मैं तेरी आंटी हु.
मैं: तो क्या हुआ क्या मैं आपसे प्यार नहीं कर सकता?
आंटी: नहीं ये गलत है तुम जाओ यहाँ से.
मैं: रियली आंटी आई लव यु मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हु.
मैं उनकी आँखों में देखने लगा पूरे रूम में सन्नाटा था और उनकी आँखों में देखते देखते में उनके होंठों पर किस करने लगा. पहले ये किस मेरी साइड से था फिर वो भी मेरा साथ देने लगी. तो मैं अपने दोनों हाथो से उनके बूब्स मसलने लगा पूरे रूम में मेरी आंटी की ऊम्मम.. हम्म्म्म.. आह्ह्ह्ह. आअह्ह्ह.. आवाजे गूंजने लगी की अचानक से हमारी किस टूटी.
मैंने पुछा क्या हुआ तो उन्होंने फिर कहाँ की ये गलत है
मैं: प्यार में सब सही होता है
आंटी मैं तेरे अंकल को धोखा नहीं से सकती.
मैं: और अंकल जो आपको धोखा दे रहे हैं?
आंटी: मतलब?
मैं: आपकी फ्रेंड गीता (वो मैरिड थी पर अपने पति के घर से भाग आयी थी) उसका और अंकल का अफेयर कितने दिनों से चल रहा है. मैंने तो उन्हें रंगे हाथों पकड़ा है.
आंटी: तो तूने मुझे क्यों नहीं बताया.
मैं: मैंने सोचा आपको बताऊंगा तो आप फालतू मैं परेशां होएंगी और मैं आपको दुखी नहीं देख सकता. पर अब आप टेंशन मत लो जब अंकल माजेकर रहे हैं तो आप बी करो.
आंटी: (कुछ नहीं बोली और सोचने लगी) बात तो तेरी सही है मैं बी तुझे पहले से चाहती थी पर अंकल को धोखा नहीं दे सकती थी इसीलिए तुझसे कभी बोल नहीं पायी पर जब अंकल मुझे धोखा दे सकते है तो मैं क्यों नहीं.
फिर हम दोनों ने एक लम्बा स्मूच लिया और आंटी ने छोड़ते हुए कहा अभी नहीं कोई आ जायेगा. रात में आना जब सब सो जायेंगे.. मैं उत्तेजित हो गया आज रात मैं सुहागरात मनाऊंगा.
फिर मैं बहार दोस्तों के साथ घूमने चला गया और मुस्कुराता रहा दोस्तों ने मेरी ख़ुशी का राज़ पुछा पर मैंने नहीं बताया.
८ बजे घर आया डिनर करके अपने रूम में चला गया. आंटी ने भी बच्चो को खाना खिला के सुलाने लगी मैं अपने लैपटॉप पे गेम खेलने लगा और सोचने लगा कब सब सोयेंगे. और वो समय भी आया घडी में टाइम देखा १०:३० हुए थे तो मैं रूम से बहार निकल के देखा सारी लाइट्स ऑफ थी. सब सो चुके थे (हमारे घर में सब जल्दी सोते है क्योकि सुबह जल्दी जागना होता है ब्रेकफास्ट और टिफ़िन रेडी करने के लिए)
फिर मैंने भी लप्पी ऑफ किया और अपने रूम की लाइट ऑफ करके आंटी के रूम की तरफ गया. तो वह रूम से नाईट बल्ब की रोशनी आ रही थी मैंने धीरे से रूम का दरवाजा खोला आंटी सो चुकी थी. मैंने सोचा बच्चों को सुलाते सुलाते सो गयी होंगी. फिर मैंने धीरे से उनके गालो पे किस किया उनकी नींद नहीं खुली. फिर मैंने उनके ऊपर से उनकी साड़ी हटाई और उनकी गहरी नैवेल देखी हम्म्म्म ओह्ह्ह्हह सो सेक्सी यार देखते ही मेरा ७ इंचेस का लंड खड़ा हो गया ऐसा लगा निकाल के नैवेल में ही पेल दू आंटी का.
पर मैं पूरी रात मजे लेना चाहता था. मैंने उनकी नैवेल पे किस किया और उसमे जीभ डालने लगा तब तक आंटी की नींद खुल चुकी थी. और वो मस्ती में आकर मेरे सर पे हाथ फिर रही थी. फिर मैंने अपना एक हाथ उनके बूब्स पे लगाया और उन्हें दबाने मसलने लगा वो मस्ती में सिसकारियां लेने लगी. हम्म्म्म… आआह्ह्ह्हहआ… मेरे राजा मेरा जानू आराम से आअह्हह्ह्ह्ह.. मैंने कहा धीरे आवाज़ करो मेरी जान बच्चे जाग गए तो सारा मजा ख़राब हो जायेगा. तो आंटी बोली रुको और बच्चो के लिए पलंग से निचे बेड लगाया और उन्हें वहां सुला दिया.
आंटी: अब कैसा रहेgaa?
मैं: ओये होये मतलब आज पूरा मजा लेगी मेरी आंटी.
आंटी: मुझे आंटी मत बोलो क्या मैं आंटी जैसी लगती हु?
मैं: नहीं मेरी जान तेरे सामने तो अच्छी लड़कियाँ कुछ नहीं (मैंने भी उनके सुर से सुर लगा के बोला).
फिर हम दोनों लिप किस करने लगे. और मैंने देखा की आंटी जिस तरह से किस कर रही थी मुझे लग रहा था वो बहुत दिन की भूखी है. फिर मैंने धीरे धीरे किस करते हुए उनका ब्लाउज खोलना शुरू किया. मेरा लंड बी मौसम बना रहा था. आंटी ने अंदर रेड कलर की ब्रा पहनी थी जो गोरे बदन पे बहुत सेक्सी लग रही थी.
आंटी भी मेरा साथ देते हुए मेरे बरमुडे में हाथ डालने लगी. मैंने उन्हें बीच में रोकते हुए अपना बरमूडा टी-शर्ट और चड्डी भी उतार दी मेरा ७ इंचेस का देख के आंटी हाथ में लेके बोली: इतना बड़ा.. ये तो तेरे अंकल के लंड से भी बड़ा है. आज तो बहुत मजा आएगा मजे से चोदूंगी आज मेरे राजा से.
मैंने भी कहा अब से ये तेरा ही है मेरी जान. और आंटी मेरे लंड को हाथ में लेके हिलाने लगी. तो मैंने कहा मैंने तो अपना सब दिखा दिया अपना भी तो कुछ दिखाओ. तो आंटी शर्माने लगी तो मैंने बोला मुझसे क्या शर्माना जानू अब मेरे अंकल से शर्माना और उनके चिकने पेट पे हाथ फेरने लगा. तो आंटी अचानक से भागने लगी और दरवाजा अंदर से बंद किया. मैं उनकी तरफ भागा तो वो और तेज़ भागी पूरे कमरे हम दोनों कबड्डी खेलने लगे.
इस खेल में आंटी की साड़ी मेरे हाथ में आ गयी जो उनके भागने से खुल गयी अब आंटी सिर्फ ब्रा और पेटीकोट में थी. फिर मैं उनकी तरफ भगा और उन्हें पीछे से पकड़ कर उनके बूब्स दबा दिए. और फिर उनके चिकने पेट पर हाथ फिरने लगा. आंटी तो जैसे अपने होस खो दी और सिस्याने लगी आअह्ह्ह्हह… ह्म्म्मम्म… जल्दी करो न. मैंने कहा रुक जा बाबू. और धीरे से उनका पेटीकोट खोल दिया.
अब तो आंटी और हॉट दिख रही थी. क्योंकि अब वो सिर्फ रेड ब्रा और पेंटी में थी तो मैंने कहा: ये मेरे लिए है या पहले से ही पहना था. तो आंटी घूम के अपने दोनों हाथ मेरे गले में डालते हुए बोली: ये मैंने अपने प्यारे राजा के लिए पहना है. और फिर हम किस करते हुए बेड पे आए. मैं आंटी के ऊपर लेट गया उन्हें किस करते हुए उनके बूब्स दबाने लगा और उनकी ब्रा खोल दिया. अरे बाप रे बिलकुल वाइट बूब्स पे ब्राउन रंग का निप्पल. आंटी अंदर इतनी चिकनी होगी मैंने सोचा भी नहीं था..
फिर मैं उनके बूब्स जोरो से चूसने लगा. आंटी सिस्याने लगी सससससससीईईई… आआआआह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.. अअअअअअरररआआआआममम. सस्से hmmmmmmmmmm.. आह आज ही पूरा निचोड़ लोगे क्या? फिर मैंने अपना एक हाथ आंटी की रेड चड्डी के अंदर डाला. अंदर तो जैसे जलता हुआ अंगारा था जिससे गरम लावा बह रहा था.
मैं आंटी की चूत में एक ऊँगली डाल दी जो काफी टाइट थी. आंटी अचानक चिल्लाई एआइइइइ.. बस्स्स.. अब नहीं जणू उसमे हाथ मत डालो. फिर मैंने आंटी की चड्डी उतर दी और देखा तो होश उड़ गए. अंदर चिकनी शेव्ड गुलाबी चूत थी. मैं कर रहा था आंटी की चूत खा जाऊ.
फिर मैंने आंटी से पुछा ये चूत की शेविंग भी मेरे लिए है?
तो आंटी ने टोकते हुए कहा: नहीं मैं अपनी चूत हमेशा ऐसे ही शेव करके रखती हु.
फिर भी तेरे अंकल बहार मुँह मारते है और दुखी होने लगी मैंने उन्हें अपनी बाँहों में भरकर पुचकारने लगा और बोलै: अब से तुम्हारी चूत मेरी और मेरा लंड तुम्हारा. और निचे आते हुए उनकी नैवेल पे किस करने लगा फिर आंटी की चूत की घाटी में उटारने लगा. तो आंटी ने रोका अब तुम बस खेलोगे क्या मेरे राजा मुझे भी खेलने दो मैंने कहा अपना खिलौना खुद ही निकाल लो.
फिर आंटी ने उठ कर मेरी चड्डी उतार दी और मेरे ७ इंच के लंड को अपने कोमल हाथों से पकड़ा. मुझे तो लगा मेरा माल ही निकल जायेगा.
फिर आंटी ने मेरे लंड को किस करते करते अपने मुँह में डाल लिया मेरी तो हिचकी निकल गयी और मेरी हिचकियाँ पूरे रूम गुजने लगी आआअह्ह्ह्हह्हह.. ह्ह्ह्हह्म्मम्म्म्म.. ऊऊऊऊओह्ह्ह्हह्होऊ…. आआआअह्हह्ह्ह्ह.. फिर मैंने आंटी को रोका और उनके ऊपर ६९ की पोजीशन में आया.
और फिर हमारा खेल शुरू हुआ. आंटी मेरे लंड को चाट रही थी कभी अपने मुँह में डाल रही थी और में आंटी की गुलाबी चिकनी चूत में ऊँगली दाल कर चाट रहा था. और मैंने जैसे ही अपना मुँह आंटी की चूत पे लगाया आंटी का गरम लावा बहार आ गया. मैं उनकी चूत को जोर से चाट रहा था और आंटी अपने एक हाथ से मेरे सर को अपनी चूत पे दबा कर कह रही थी: ूररररर जज्जौरररर सस्से मेरे रराजाआ आअह्हह्हआ…. म्मम्माआज़ज़्ज़्ज़्ज़ा… आए रररराहहहा.. है चाटो और जोर से खा जाओ मेरी चूत को आआअह्हह्ह्ह्ह.. उउउउउइइइइइइइ…. माआआ.. बबबबबबाआस बस सतीश आआआआ… मैं आआ रही हूउउउउ और वो मेरा सर अपनी चूत से हटाने लगी.
पर मैंने पूरा जोर लगा के रखा था मैंने अपना सर नहीं हटाया और कहा आ जाओ मेरे मुँह में. और आंटी का लावा मेरे मुँह को तर कर गया. मई आंटी की चूत का पूरा पानी पी गया उधर मैंने भी अपना पानी छोड़ दिया जिससे आंटी गट गट कर पूरा पि गयी.
फिर हम ऐसे ही थोड़ी देर लेटे रहे आंटी मुझे किस करते हुए: मेरे राजा आज तूने मेरे बरसो की प्यास बुझा दी है अब जल्दी से मेरी चूत की प्यास बुझा दे आंटी मेरे को सहलाने लगी. और मैं आंटी की चूत में उंगली करने लगा. और हम फिर जल्दी गर्म हो गए. अब मैंने आंटी की गांड के नीचे बड़ा सा तकिया लगाया जिससे आंटी की चूत ऊपर आ गयी और फिर मैं आंटी के ऊपर आ गया.
आंटी: जल्दी से डाल दे मेरे राजा मेरी चूत फाड़ दे आज खुश कर दे अपनी आंटी को.
लेकिन मैं आंटी को तड़पना चाहता था मैं अपना लंड आंटी की चूत पे रगड़ रहा था और आंटी तड़प रही थी और मेरे सामने गिड़गिड़ा रही थी: जल्दी से डाल दे मेरे राजा मेरी चूत में अपना लंड और आंटी रोने लगी. फिर मैंने आंटी की चूत पे लंडसेट किया और एक जोर का झटका मारा.
आंटी की चीख निकल गयी uuuuuuuuuiiiiiiiiii… मममममममममअअअअअअअ… हरामी.. निकाल अपना लंड. मेरी चूत फट गयी aaaaaaaaaaiiiiiiiiii… आआआआहहहहहहह… पर मैं कहाँ मानने वाला था. मैंने भी पूरी ताकत से एक और झटका मारा मेरा पूरा का पूरा लंड आंटी की चूत में समां गया. और आंटी के होंठ अपने मुँह में भर लिए ताकि आंटी चिल्लाये ना. आंटी तड़प रही थी उनकी आँखों से आंसू निकल रहे थे फिर मैंने धीरे धीरे झटके देने स्टार्ट किये आंटी थोड़ा सामान्य हुई.
अब आंटी को मज़ा आने लगा था. आंटी मज़े से सिसकारियां ले रही थी आआअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.. Aaaaaaaaaahhhhhhhh.. ह्ह्हम्मम्मम्मम्म.. ोोुर्ररर ज्जज्ज्जूवारररररररर.. से मेरे राजा फाड़ दे मेरी चूत. आआआआआईईई.. आआआअह्ह्हह्ह्ह्हह्हआआ… अब आंटी भी निचे से झटके देने लगी. मैं भी फुल स्पीड में झटके मार रहा था. बीच बीच में आंटी के निप्पल चूस रहा था जिससे आंटी को और मज़ा आ रहा था.
आंटी मस्त होके चुदवा रही थी. करीब १५ मिनिट बाद आंटी के झटके तेज़ हुए और आंटी और जोर से चिल्लाने लगी कछहोउडोडोऊ मेरे राजा ोूररररर जज्जूवार्डर से आआआआह्ह्ह्हह्ह….. आआआअह्ह्ह्हह्हआआ… ह्ह्ह्हहम्म्मम्म. मैं आ रही हु. मैंने झटके तेज़ किये और कोई २० झटको के बाद मैंने अपनी तेज़ धार वाली पिचकारी आंटी की चूत में मार दी. वहां आंटी का भी सैलाब बह गया और मेरे लंड को तर कर गया अभी भी मैं आंटी के ऊपर था. आंटी मेरे होठो को चूस रही थी और कह रही थी इतना संतुस्ट आज तक तेरे अंकल ने नहीं किया मुझे. आज से मैं तेरी जब चाहे मुझे चोद लिया कर. फिर हम १५ मिनट ऐसे ही लेटे रहे फिर धीरे धीरे एक दूसरे को सहलाना स्टार्ट किया और दोबारा से खेल शुरू हुआ.
उस रात मैंने आंटी को ३ बहार चोदा सुबह ४ बजे तक और फिर अपने बेड पे आके सो गया.