हाय, मेरा नाम श्याम है और मैं एक स्टूडेंट हूँ क्लास 12थ मे पढ़ता हूँ और मेरी उमर 20 साल है और मेरी हाइट 5’4” है, मेरे परिवार मे मम्मी-पापा और मैं हूँ और मैं एक लड़की से प्यार करता हूँ जिसका नाम अनुराधा है, वो मेरे ही कॉलोनी मे रहती और उसके घर मे मम्मी-पापा और उसके दो भाई एक अनुराधा से बड़ा और एक छोटा है, अनुराधा की उमर 18 साल है अनुराधा 11थ क्लास मे पढ़ती है और उसकी हाइट लगभग 5’ है और वो बहुत खूबसूरत और हॉट है और उसके उभरे हुई चुचियाँ किसी को भी लुभाने के लिए काफ़ी है, मैं तो अनुराधा से सेक्स करने के लिए हमेशा राज़ी रहता हूँ पर वो कभी-कभी राज़ी होती है, पहले भी अपनी और अनुराधा की चुदाई लिख चुका हूँ और अब मैं स्टोरी पर आता हूँ, बात है बीते कुछ दिन पहले की 8 नवेंबर की रात की बात है उसके मम्मी–पापा और बड़ा भाई कही गये थे और अनुराधा और उसका छोटा भाई घर पर थे.
तो अनुराधा ने 7पीयेम कॉल कर के मुझे बुलाया और मैं गया गेट खुला था अंदर गया आवाज़ लगाई अनुराधा, वो बोली किचन मे हूँ आओ तो मैं गया पूछा क्या बात है आज कॉल कर के घर पर बुलाया है सब ठीक तो है मम्मी-पापा कहा है, वो बोली “सभी बाहर गये है और कल सुबह आएँगे”, मैने कहा तब उसने कहा “आज यही सो जाओ”, मैने कहा “क्या बात है आज मूड क्या है कही कतल तो करने का इरादा तो नही है ना”, उसने कहा “लगता तो हैं”, अनुराधा ने जीन्स और टी-शर्ट पहनी थी क्या बताउ यारो कितनी हॉट लग रही थी और टी-शर्ट मे से उसकी चुचियों और निप्पल सॉफ- सॉफ दिख रहे थे, मैं समझ गया उसने अंदर कुछ नही पहना है और क्या आज हॉट लग रही है, उसने कहा “ये बात तो तुम हमेशा कहते हो”, मैने कहा “तो शुरू हो जाए”, वो हँसी और बोली “नही अभी छोटा जाग रहा है”, मैने कहा “मैं तब जा रहा हूँ मैं इंतज़ार नही कर सकता”.
मैं ऐसे ही मुड़ा की उसने आकर मेरे हाथ को पकड़ कर खिछा और किस करने लगी और एक लंबी किस चली और मैं उसके शरीर को सहलाने लगा की तभी उसका छोटा भाई (वो अभी 7साल का है) भी किचन मे आ गया, वो बोला दीदी आप ये क्या कर रही है तो मैं बोला कुछ नही तुम्हारी दीदी की आँख मे कुछ चला गया था मैं उसी को निकाल रहा था तुम क्या करने आए हो, वो बोला मुझे भूख लगी है दीदी खाना दो, अनुराधा ने उसे कहा टेबल पर चलो मैं ले कर आती हूँ और फिर हम सभी ने खाना खाया और उसके बाद बेडरूम मे जा कर टीवी देखने लगे, मैं और अनुराधा एक दूसरे से बाते कर रहे थे कुछ समय बाद 9 पीयेम अनुराधा का छोटा भाई सो गया तो मैने उसे बेड की एक साइड मे कर दिया और मैने अनुराधा को पकड़ा और अपनी तरफ खिच कर किस करने लगा और वो भी किस का मज़ा उठा रही थी, किस करने मे बहुत मज़ा आ रहा था उसके गुलाबी होंठ को चूसने से छोड़ने का मन ही नही कर रहा था.
तो मैने अपने एक हाथ को उसके टी-शर्ट के उपर से चुचियों को सहलाने लगा और इससे अनुराधा गरम हो रही थी, उसकी साँसे भारी हो रही थी उसकी चुचियों के निप्पल एक दम टाइट हो गये और मैने अब बिना लेट किए उसकी टी-शर्ट और जीन्स को निकाल दिया और अब वो सिर्फ़ पिंक पैंटी मे थी और उसका शरीर वाउ मैं उसकी सुंदरता को शब्दो मे बया नही कर सकता यारो, मैं तो शिकारी की तरह शिकार के उपर टूट पड़ा और अनुराधा मुझ से लिपट गयी और मैने कहा मुझे छोड़ो तो वो बोली नही मुझे शरम आ रही है तो मैने कहा अछा लगता है हम पहली बार कर रहे है क्या, वो कुछ नही बोली फिर मैं उसके बालो को सहलाने लगा और फिर पीठ को सहलाते–सहलाते उसके गॅंड को सहलाने लगा और थोड़ी देर बाद मैं उसके होंठो को किस करने लगा और फिर चुचियों को चूसने लगा और मुझे मज़ा आने लगा, वो मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चुचियों मे दबाए जा रही थी, अब अनुराधा की साँसे आअहह से भर गयी.
और आअहह आआहह आहह आअहह आअहह आआहह आआआआहह आआआआहह आआआअहह आआआअहह आहह की आवाज़ पूरे कमरे मे गूंजने लगी, मैने फिर एक हात को उसकी पैंटी के उपर से चुत को मसलने लगा और चुत से निकलने वाले तरल से पैंटी गीली हो गयी थी, उसकी खुशबू मुझे पागल बना रही थी, तो मैने अब अनुराधा को बेड पर लिटाया और पैंटी को निकाल दिया अनुराधा अपने आँख को बंद कर ली मैं उसकी गुलाबी चुत को हाथ से सहलाने लगा और फिर एक उंगली को उसकी चुत मे डाल कर अंदर-बाहर करने लगा और साथ ही साथ उसकी चुचियों को चूस रहा था, मेरा लॅंड पैंट मे तन कर खड़ा था की कब उसको जगह मिले बाहर निकलने की और अनुराधा की चुत को फाड़ डालु और कुछ देरी बाद अनुराध के पैरो को फैलाया और बीच मे बैठ कर लॅंड को उसकी चुत पर टीका कर चुत के अंदर धक्का दिया मेरा आधा लॅंड चुत के अंदर समा गया, अनुराधा के मूह से आआआहह की आवाज़े निकली.
और अनुराधा ने अपने दोनो हाथो को चुत पे ले जा कर चुत को फैलाया और मैने एक और धक्का दिया और मेरा लॅंड अनुराधा के चुत मे पूरा चला गया, अनुराधा ज़ोर से आआआहह आअहह उूउउइईई म्म्मा मा म्म्मम आहह कर रही थी और मैं जोश मे था और लॅंड को चुत के अंदर बाहर करने लगा, रूम मे छाप-छाप आहह आअहह आअहह आआहह आहह एयेए हह एयेए आहह की आवाज़ गूंजने लगी और मैं चुत को चोदे जा रहा था, थोड़ी देर तक चोदने के बाद मैने चोदना छोड़ कर नीचे उतर गया और अनुराधा को बोला इधर पैर करो और उसके बाद मैं खड़ा हो कर चुत को बेड के किनारे पैरो को मोड़ कर लॅंड को चुत पे रखा और धक्का दिया लॅंड को चुत मे अंदर-बाहर करने लगा, अनुराधा आहह आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह्ह्ह आआह्ह्ह अहहह आआआअहह आहह आअहह आहह आआहह आआअहह आहह अह्हा आहा अहहहहाअ आअह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हा आआहह आआआअहह आअहह.
आअहह अह्ह्ह्ह आहह करने लगी, मैं मस्ती मे चोद रहा था अनुराधा बोल रही थी और तेज मज़ा आ रहा है और तेज इसी तरह हम दोनो चुत और लॅंड का मज़ा लेते रहे और अब मेरा पानी उसकी चुत मे गिरने वाला था तो मैने चुत को चोदना तेज कर दिया, अनुराधा हर शॉट के साथ आआआअहह आआआअहह आआआहह और फिर चुत मे मेरा पानी गिर गया और फिर मैने अपने लॅंड और उसकी चुत को कपड़े से सॉफ किया और हम दोनो बाथरूम मे गये और वापस आके बेड पर लेट गये अनुराधा मुझसे लिपट गयी, मैं बोला आज तो तुमने मुझे खुश कर दिया और उसकी चुचियों से खेलने लगा और उस रात हमने 3 बार चुदाई का मज़ा लिया, फर्स्ट टाइम चुदाई का खुल कर मज़ा लिया, तो दोस्तो आपको ये मेरी चुदाई कैसे लगी ज़रूर मैल करे मेरी मैल आईडी है “[email protected]”. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके